
मुकेश वर्मा
हरिद्वार। राजकीय महाविद्यालय, मरगूबपुर, हरिद्वार में विश्व स्वास्थ्य दिवस के अवसर पर एंट्री ड्रग फ्री देवभूमि विषय पर एक महत्वपूर्ण और प्रेरणादायक व्याख्यान का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य युवाओं को नशीली पदार्थों से होने वाले नुकसान, उनसे बचाव के उपायों के सम्बंध में जागरूक किया गया। इस अवसर पर ड्रग निरीक्षक श्रीमती अनिता भारती, मुख्य वक्ता के रूप में मौजूद रही। कार्यक्रम की शुरुआत महाविद्यालय की प्राचार्य डॉ. रीता सचान ने द्वारा किया गया।
इस अवसर पर ड्रग निरीक्षक श्रीमती अनिता भारती ने कहा कि नशे की लत न केवल एक व्यक्तिगत समस्या है, बल्कि यह समाज के लिए भी एक गंभीर चुनौती बन चुकी है। नशे का सेवन व्यक्ति की मानसिक और शारीरिक स्थिति को प्रभावित करता है और समाज में कई तरह की अपराधों को जन्म देता है। उन्होंने विशेष रूप से युवाओं को अपने लक्ष्यों और सपनों पर ध्यान केंद्रित करने की सलाह देते हुए कहा कि जीवन में कोई भी लक्ष्य कठिन परिश्रम और समर्पण से प्राप्त किया जा सकता है।
उन्होंने कहा कि नशीले पदार्थों से बचने के लिए सबसे जरूरी है कि खुद को व्यस्त रखें। सकारात्मक गतिविधियों में जैसे कि खेल, कला, संगीत, और अध्ययन में रुचि लें, ताकि उनका ध्यान नशीली चीजों से हट सके। यदि युवाओं को अपने जीवन में लक्ष्य स्पष्ट होंगे, तो वे किसी भी विपरीत परिस्थिति का सामना आसानी से कर पाएंगे। छात्र-छात्राओं को अपने अभिभावकों का आदर करना चाहिए। अभिभावक अपने बच्चों के लिए बड़े सपने देखते हैं और उनके भविष्य को बेहतर बनाने के लिए संघर्ष करते हैं। यदि छात्र अपने अभिभावकों की उम्मीदों पर खरा उतरने के लिए ईमानदारी से काम करते हैं, तो न केवल उनका खुद का जीवन सफल होगा, बल्कि समाज में भी उनकी एक सकारात्मक पहचान बनेगी।
कार्यक्रम का समापन महाविद्यालय के एंटी ड्रग्स कमेटी के नोडल अधिकारी डॉ. मुकेश कुमार गुप्ता ने किया। उन्होंने मुख्य वक्ता, श्रीमती अनिता भारती का धन्यवाद ज्ञापित करते हुए छात्रों से अपील की कि वे इस जानकारी को गंभीरता से लें और अपने जीवन को नशे से दूर रखें। महाविद्यालय प्रशासन इस मुद्दे पर हमेशा छात्रों के साथ है और उन्हें हर संभव मदद प्रदान करेगा।
इस अवसर पर डॉ. अनिल कुमार, डॉ. कविता रानी, श्रीमती पूनम, निशांत सैनी, विशाल सिंह बिष्ट आदि भी उपस्थित रहे।