
*पिछले तीन माह से नहीं मिला वेतन, अस्पताल प्रबंधन कर रहा अनदेखी
*आरोपः अस्पताल प्रबंधन की घोर लापरवाही के चलते संविदा कर्मी कर्ज में डूबे
*वेतन दिलाने की कई बार मौखिक मांग करने पर भी नहीं जाग रहा अस्पताल प्रबंधन
*वेतन देने के लिए बजट ना होने की बात कहते हुए अपनी जिम्मेदारियों से झाड़ रहा पल्ला
*कर्मचारियों को वेतन ना मिलने से परिवार की जीविका व बच्चों की शिक्षा दीक्षा हो रही प्रभावित
मुकेश वर्मा
हरिद्वार। जिला अस्पताल में तैनात 18 संविदा कर्मी पिछले तीन माह से अपने वेतन मिलने का इंतजार कर रहे है। लेकिन अस्पताल प्रबंधन की घोर लापरवाही की वजह से उनको वेतन नहीं मिल पा रहा है। जिला अस्पताल में तैनात संविदा कर्मियों का परिवार की जीविका का साधन केवल एक मात्र यही है। संविदा कर्मियों को वेतन ना मिलने से परिवार के भरण पोषण से लेकर बच्चों की शिक्षा दीक्षा भी प्रभावित हो रही है। बताया जा रहा हैं कि कर्मियों को अपनी जीविका चलाने के लिए लोगों से कर्ज लेना पड़ रहा है। जबकि दीपावली पर्व भी नजदीक हैं, ऐसे में वेतन मिलने का इंतजार कर रहे संविदा कर्मियों के परिवार को दीपावली पर्व मानने की चिंता सताने लगी है।
एक संविदा कर्मी ने नाम ना छापने की शर्त पर बताया कि कई बार मौखिक रूप से जिला अस्पताल प्रबधंन से वेतन दिलाने की मांग की जा चुकी है। आरोप हैं कि प्रबंधन संविदा कर्मियों को बजट ना होने की बात कहते हुए अपनी जिम्मेदारियों से पल्ला झाड़ रहा है। प्रबंधन की लापरवाही का खामियाजा तैनात संविदा कर्मियों व उनके परिवारों को भुगतना पड़ रहा है।
बताते चले कि जिला अस्पताल में पीआरडी से 18 संविदा कर्मचारी तैनात है। जिनको तीन माह से वेतन नहीं मिला है, जबकि चौथा माह भी शुरू हो चुका है। जिला अस्पताल प्रबंधन संविदा कर्मचारियों के वेतन दिलाने के प्रति उदासीन बना हुआ है। बताया जा रहा हैं कि कई बार संविदा कर्मचारी वेतन दिलाने की मांग प्रबंधन से कर चुके है। लेकिन उसके बावजूद उनको वेतन दिलाने के सम्बंध में प्रबध्ंान की ओर से कोई ठोस कार्यवाही अमल में नहीं लाई जा रही है।
जबकि जिला अस्पताल में तैनात संविदा कर्मियों की जीविका का एक मात्र साधन यही नौकरी है। जिससे उनके परिवार का भरण पोषण से लेकर बच्चों की शिक्षा दीक्षा के साथ-साथ मकान का किराया भी मिलने वाले वेतन पर निर्भर है। बताया जा रहा हैं कि पिछले तीन माह से वेतन ना मिलने से संविदा कर्मियों को अपने परिवार के भरण पोषण के लिए दूसरों के आगे कर्ज लेने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है।
जिला अस्पताल में तैनात एक संविदा कर्मी ने अपनी शंका प्रकट करते हुए बताया कि दीपावली पर्व भी नजदीक हैं। जिला अस्पताल प्रबंधन जिस तरीके से संविदा कर्मियों के वेतन दिलाने के प्रति घोर लापरवाही बरत रहा है। उसको देखते हुए तो यह लग रहा हैं कि उनका दीपावली पर्व भी कर्ज में जाएगा। मायूसी भरे स्वर में कर्मी ने बताया कि आखिर वह अपने वेतन मांगने के लिए किस के पास जाए। जब उनके अधिकारी ही उनकी मांगों के प्रति अपनी अनदेखी कर अपने कानों में रूई ढूस कर बैठे है। वेतन ना मिलने से परिवार की बदहाली के चलते वह किस परिस्थिति में अपनी ड्यूटी निभा रहे है, यह वहीं जानते है। वेतन ना मिलने से पीआरडी से तैनात संविदा कर्मियों में जिला अस्पताल प्रबंधन के प्रति भारी रोष व्याप्त है।