
■नगर निगम हरिद्वार एमएनए ने उठाया शहरहित में बड़ा कदम
■08 सफाई निरीक्षक व 34 सफाई नायकों के कार्यक्षेत्र में किया बदलाव
■सफाई निरीक्षकों व नायकों को दी कार्यो में लापरवाही न बरतने की हिदायत
■व्यापारियों व स्थानीय जनता से की निगम को सहयोग करने की अपील
■चेतायाः नालों पर स्थाई व अस्थाई अतिक्रमण नहीं होगा किसी भी कीमत पर बर्दाश्त
मुकेश वर्मा
हरिद्वार। चार धाम यात्रा, आगामी कांवड मेले, मानसून ऋतु के दृष्टिगत शहर हित में सफाई व्यवस्था को दुरूस्थ करने तथा गंदगी से आम जनता को होने वाली परेशानी से निजात दिलाने के लिए नगर निगम हरिद्वार नगर आयुक्त वरूण चौधरी ने बड़ा कदम उठाते हुए 08 सफाई निरीक्षकों के कार्यक्षेत्र में परिवर्तन किया है। इतना ही नहीं सफाई निरीक्षकों के साथ-साथ 34 सफाई नायकों के कार्यक्षेत्रों में भी बदलाव किया है।

एमएनए ने आमजनता से क्षेत्रों में होने वाली सफाई की किसी भी समस्याओं के सम्बंध में सफाई निरीक्षकों व सफाई नायकों से सम्पर्क कर अपनी समस्याओं के निदान के लिए उनके मोबाइल नम्बर भी जारी किये है। शहर में अब तक की सफाई व्यवस्था को दुरूस्थ करने के लिए शहर हित में नगर निगम हरिद्वार द्वारा सबसे बड़ी कार्यवाही मानी जा रही है। नगर निगम हरिद्वार द्वारा जनहित में की गयी कार्यवाही को शहर की जनता द्वारा सराहाया जा रहा है।

एमएनए वरूण चौधरी ने बताया कि उत्तराखण्ड में चार धाम यात्रा अपने पिक पर है। देश-विदेश से लाखों करोड़ों श्रद्धालुओं के उत्तराखण्ड की चार धाम यात्रा में आगमन लगा हुआ है। चार धाम यात्रा का पहला पायदान हरिद्वार तीर्थनगरी से है। इसलिए श्रद्धालुओं के स्वागत और उनके मन में उत्तराखण्ड देवभूमि के प्रति श्रद्धा को बरकरार रखने के लिए साथ ही आगामी कांवड मेले, मानसून ऋतु के दृष्टिगत शहर की सफाई व्यवस्था को दुरूस्थ करने के सम्बंध में कड़े कदम उठाये गये है। शहर के 08 सफाई निरीक्षकों के साथ-साथ 34 सफाई नायकों के कार्यक्षेत्र में परिवर्तन किया गया है। ताकि शहर को सुन्दर व स्वच्छ बनाया जा सकें। ताकि बाहर से आने वाले श्रद्धालुओं व स्थानीय जनता को गंदगी का सामना न करने पड़े।

उन्होंने बताया कि हरिद्वार तीर्थनगरी की मर्यादा को बरकरार रखा जाएगा, इसके लिए नगर निगम हरिद्वार को कितने भी क्यों न कड़े कदम उठाने पड़े उठाये जाएगें। लेकिन किसी भी कीमत पर तीर्थनगरी की मर्यादा को धूमिल नहीं होने दिया जाएगा। गंगा घाटों समेत मेला क्षेत्रों में 24 घंटे दिन-रात सफाई की व्यवस्था की गयी है। सफाई के दौरान एकत्रित होने वाले कूड़ों को भी तत्काल उठाने के निर्देश जारी किये गये है। मानसून ऋतु प्रारम्भ होने जा रहा है। इसके लिए शहर में जल भराव की समस्या से निपटने के लिए व्यापक बदोबस्त किये गये है। शहर के व्यापारियों व स्थानीय जनता से नगर निगम के शहर हित में कार्यो में सहयोग करने की अपील की गयी है। साथ ही उनसे अपने-अपने समानों को दुकानों की हद में रखने तथा नालों को खुला छोड़ने को कहा गया है। ताकि नालों की अच्छी तरह से सफाई हो सकें और मानसून ऋतु में जल भराव से शहर को मुक्ति मिल सकें।

एमएनए ने सफाई निरीक्षकों व सफाई नायकों को भी स्पष्ट चेताया हैं किसी भी कीमत पर कार्यो में लापरवाही को बर्दाश्त किया जाएगा। यदि किसी भी वार्ड व क्षेत्र में सफाई व्यवस्था व कूड़े न उठाने की शिकायत मिलती हैं तो उनके खिलाफ सख्त एक्शन लिया जाएगा। साथ ही उन्होंने सफाई निरीक्षकों व सफाई नायकों से व्यापारियों, स्थानीय नागरिकों व श्रद्धालुओं से शालीनता से व्यवहार करते हुए उनकी समस्याओं का समाधान करने के निर्देश दिये है। ताकि नगर निगम हरिद्वार के शहर हित के प्रयासों को सफल बनाया जा सकें। मानसून ऋतु में शहर को जल भराव से मुक्ति दिलाने के लिए नालों पर किये गये स्थाई व अस्थाई अतिक्रमणों को सख्ती से हटाया जा रहा है। ताकि शहर को बरसाती जल भराव से निजात मिल सकें।
वरिष्ठ नगर स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. तरूण मिश्रा ने बताया कि शहर में सफाई व्सवस्था को दुरूस्थ करने के लिए कड़े कदम उठाये गये है। ताकि शहर को सुन्दर व स्वच्छ रखा जा सकें। शहर की जनता की समस्याओं को ध्यान में रखते हुए नगर निगम हरिद्वार नगर आयुक्त वरूण चौधरी द्वारा सफाई निरीक्षकों समेत सफाई नायकों के कार्य क्षेत्र में बड़ा बदलाव किया है। नगर निगम हरिद्वार के इतिहास में जनहित में यह सबसे बड़ा कदम है। नगर निगम तीर्थनगरी की मर्यादा को बरकरार रखने के लिए कटिबद्ध है। किसी भी कीमत पर शहर में सफाई व्यवस्था से खिलवाड़ नहीं होने दिया जाएगा। इसके लिए जो भी कदम उठाने पड़े उठाये जाएगे। शहर हित में व्यापारियों व शहर के प्रबुद्ध नागरिकों से मिलने वाले सुझावों को भी अपनी कार्यशैली में शामिल किया जाएगा। शहर आप का हैं, उसको साफ व सुन्दर बनाने के लिए नगर निगम हरिद्वार का सहयोग करें।