
रिकाउटिंग की मांग ना मानने पर किया हंगामा, मतगणना स्थल से निकाला बाहर
मुकेश वर्मा
हरिद्वार। निर्मला छावनी के वार्ड नम्बर 12 में भाजपा प्रत्याशी के एक वोट से जीत के बाद एक निर्दलीय प्रत्याशी ने रिकाउटिंग की मांग ना माने जाने पर जमकर हंगामा किया। जिसको अधिकारियों ने मतगणना स्थल से बाहर कर दिया। निर्दलीय प्रत्याशी विकास कुमार ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि वह वार्ड नम्बर 12 निर्मला छावनी से निर्दलीय चुनाव लड़ा है। इस वार्ड में तीन बूथ हैं 33, 34 और बूथ नम्बर 35 है। उसको 619 वोट मिले और भाजपा प्रत्याशी को 620 वोट मिले। दोनों के बीच हार जीत के लिए एक वोट का अंतर रहा है। बूथ नम्बर 35 में पीठाधीश अधिकारी ने उसको 637 की स्लिप दी गयी है और यहां पर उन वोटो में एक वोट कम हैं। इस सम्बंध में अधिकारी यह बोल रहे कि एक बोट खो गया और वह एक ही वोट से हार रहे है।
निर्दलीय प्रत्याशी विकास कुमार ने आरोप लगाया कि भाजपा प्रत्याशी को जिताने के लिए उसका एक वोट गायब कर दिया। जब उसके द्वारा रिकाउटिंग के लिए कहा गया तो 40 वोट उसके केसिंल कर दिये और भाजपा प्रत्याशी के 15 वोट केसिंल कर दिये। आरोप लगाया हैं कि मेरे वेलिड वोट को इंवेलिट किये गये और भाजपा प्रत्याशी के इंवेलिट वोट को वेलिड किये गये। जब उन्होंने रिकाउटिंग के लिए एप्लीकेशन देना चाह तो उन्होंने रिकाउटिंग करने से इंकार कर दिया। जब उसने आवाज उठाई तो उसको मतगणना स्थल से पुलिस बल से बाहर कर दिया।
निर्दलीय प्रत्याशी ने आरोप लगाया कि उसको एक वोट से हरा दिया, जबकि उसको हराने के लिए एक वोट गायब किया गया। जब उसके द्वारा रिकाउटिंग की आवाज उठाई जा रही हैं तो उसकी कोई सुनवाई नहीं हो रही है। वह इस मामले को लेकर हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटायेगेें, लेकिन चुप नहीं बैठेगे। वार्ड की सम्मानित जनता ने उसको वोट देकर जिताया। निर्दलीय प्रत्याशी ने आरोप लगाया कि भाजपा के इशारे पर उसको हराया गया है। क्या लोकतंत्र में प्रत्याशी को रिकाउटिंग कराने का अधिकार नहीं है ?। इन्होंने भाजपा नेताओं के इशारे पर उसको जानबूझ कर हराने का आरोप लगाया है। वह इस मुद्दे पर चुप नहीं बैठेगे।