
*फर्जी वोट को लेकर कई वार्डो में हंगामा, कई के वोटर लिस्ट से नाम कटे
*डीएम और एसएसपी ने जनपद में मतदान केन्द्रों का किया निरीक्षण
मुकेश वर्मा
हरिद्वार। नगर निगम हरिद्वार चुनाव के मतदान छुटपुट झडप के साथ शांतिपूर्वक सम्पन्न हो गया। नगर निगम हरिद्वार में कुल 67.49 प्रतिशत मतदान हुआ। वहीं शहर के विभिन्न वार्डो में लोगों के नाम वोटर लिस्ट से गायब होने के कारण उनको अपने मताधिकार से वंचित होना पड़ा। जिसको लेकर उनमें भारी रोष देखा गया। साथ ही कई वार्डो में फर्जी मतदान की सूचना भी मिली है।
डीएम कर्मेन्द्र सिंह और एसएसपी प्रमेन्द्र सिंह डोबाल द्वारा चुनाव की व्यवस्थाओं को जायजा लेने के लिए जनपद के कई मतदान केन्द्रों का निरीक्षण करते हुए पीठासीन अधिकारी समेत वोटरों से जानकारी ली। नगर निगम चुनाव में अगर शहर की बात करें तो शुरूआती चुनावी दौर में मतदान गति धीमी देखी गयी। लेकिन जैसे-जैसे समय आगे बढा लोगों का तांता मतदान के लिए मतदान केन्द्रों पर उमड़ पड़ा। चुनाव को सकुशल सम्पन्न कराने के लिए मतदान केन्द्रों पर पुलिस बल मुस्तैदी से तैनात रहा।
तीर्थनगरी हरिद्वार में नगर निगम चुनाव में शहर में सुबह मतदान गति धीमी देखी गयी, लेकिन टिबड़ी, ज्वालापुर के कई वार्डो में मतदान केन्द्रों पर मतदान के लिए लोगों की अच्छी खासी भीड रही। नगर निगम चुनाव में कई वार्डो के लोग वोटर लिस्ट से नाम गायब होने के कारण अपने मताधिकार का इस्तेमाल नहीं कर सके। जिसको लेकर उन लोगों में काफी रोष देखा गया। जिनमें वार्ड नम्बर 10 का काशीपुरा मौहल्ला के करीब 850 वोटरों के नाम वोटर लिस्ट से गायब होने से उनमें आक्रोश देखा गया। काशीपुरा मौहल्ले के लोगों ने साजिश के तहत पूरे मौहल्ले के लोगों के वोट काट देने का आरोप सत्ता पक्ष के लोगों पर लगाया है।
ऐसा यह कोई इकलौता वार्ड नहीं हैं जहां के लोगों को मताधिकार से वंचित कर दिया गया। शहर में ऐसे कई वार्ड हैं जिनके लोगों को उनके मताधिकार से महरूम रखा गया। वहीं निगम चुनाव की व्यवस्थाओं का जायजा लेने के लिए जिलाधिकारी कर्मेन्द्र सिंह और एसएसपी प्रमेन्द्र सिंह डोबाल ने जनपद के विभिन्न मतदान केन्द्रो का निरीक्षण करते हुए पीठासीन अधिकारी और वोटरों से जानकारी ली। वहीं एसएसपी प्रमेन्द्र सिंह डोबाल ने अपने अधीनस्थों से व्यवस्थाओं की जानकारी लेते हुए व्यवस्थाओं को दुरूस्थ करने के निर्देश दिये।