
पुलिस को गुमराह करने के लिए गढी अपहरण की झूठी कहानी
पुलिस ने किया हत्यारिन मां को गिरफ्रतार, हत्या में इस्तेमाल बैग किया बरामद
मुकेश वर्मा
हरिद्वार। कनखल पुलिस ने छः माह के बच्चे के अपहरण की गुत्थी को सलझाते हुए हत्यारिन मां को गिरफ्रतार कर लिया। मां ने ही बेटे से परेशान होकर गंगा में डूबाकर मौत के घाट उतार कर बहा दिया था। और पुलिस को गुमराह करने के लिए बेटे के अपहरण का नाटक किया। पुलिस ने हत्यारिन की निशानदेही से मासूम की हत्या करने तथा शव को ठिकाने लगाने में इस्तेमाल बैग घर से बरामद कर लिया है। इस बात की जानकारी वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सैंथिल अबुदेई कृष्णराज एस ने कनखल थाना परिसर में पत्रकार वार्ता के दौरान दी। उन्होंने बताया कि बीते दिन कट्राॅल रूम को सूचना मिली कि श्रीयंत्र घाट में एक मासूम का शव अटका हुआ है। सूचना पर कनखल पुलिस ने मौके पर पहुंचकर मामले की जानकारी ली गयी। जहां पर एक गुजरात के यात्री ने बताया कि उसने ही एक बच्चे के शव के अटके होने की सूचना कट्राॅल रूम को दी थी, लेकिन गंगा का बहाव तेज होने के कारण शव बह गया। मगर उसने अपने मोबाइल से मासूम के शव की पफोटो ली है। यात्राी ने फोटो पुलिस को उपलब्ध् करा दी। उन्होंने बताया कि इसी दौरान कट्राॅल रूम को एक ओर सूचना प्राप्त हुई। जिसमें एक महिला संगीता बलूनी पत्नी दीपक बलूनी निवासी सर्वप्रिय विहार काॅलोनी स्थित सरला सदन जगजीतपुर कनखल ने बताया कि उसका छः माह का बेटा गायब हो गया हैं। इस सूचना पर पुलिस उस ओर दौड़ी, जहां पहुंचकर पीडिता से जानकारी ली गयी। पीडिता संगीता बलूनी ने बताया कि वह अपने बेटे अंश को 3 बजे घर में छोड कर पास ही डेयरी से दूध् लेने गयी थी जबकि 3 साल की बेटी अराध्या छत पर थी। जब वह दूध् लेकर घर लौटी तो बेटा लापता था। एसएसपी ने बताया कि दिनदहाडे घर से बच्चे के अपहरण की घटना को गम्भीरता से लेते हुए पुलिस ने त्वरित कार्यवाही करते हुए मासूम की तलाश शुरू कर दी। पुलिस ने मासूम के पिता दीपक बलूनी की ओर से कनखल थाने में अपहरण का मुकदमा दर्ज कर तलाश शुरू कर दी। पुलिस ने आसपास के सीसीटीवी कैमरों को खंगाला गया। पुलिस को बच्चे के सम्बध् में ऐसा कोई ठोस जानकारी नहीं लग सकी। जब पुलिस ने गंगा में मिले मासूम के शव की ओर नजर दौड़ाई और लापता हुए मासूम के घर से वहां तक पहुंचने वाले मार्ग के लोगों से पूछताछ की गयी। तब पुलिस को चौंकाने वाली जानकारी हाथ लगी। पुलिस को जांच के दौरान पता चला कि दोपहर करीब ढाई बजे एक महिला भारी भरकम काले रंग का बैग लेकर गंगा घाट की ओर ले जाते देखा गया। और करीब सात मिनट बाद उसी महिला को खाली बैग लेकर वापस आते देखा गया। उन्होंने बताया कि जब उस मार्ग पर लगे सीसीटीवी कैमरों को खंगाला गया तो पुलिस की आंखे खुली की खुली रह गयी कि संगीता बलूनी ही काले बैग के साथ देखी जा रही है। जब पुलिस ने महिला संगीता बलूनी से गंगा घाट की ओर जाने के सम्बंध् में जानकारी जुटाई तो उसने इंकार कर दिया और पुलिस को गुमराह करने लगी। जब पुलिस ने महिला सहित उसके पति को सच्चाई से रूबरू कराया तो वह संगीता बलूनी ने जो घटना का खुलासा किया जिसको सुनकर पुलिस के होश उड़ गये। महिला ने बताया कि वह दोनों बच्चों को नहीं सम्भाल पा रही थी और छोटे बच्चे से काफी परेशान थी। उसके शरीर में दर्द रहता था और दूध् भी नही बन रहा था। जिससे छुटकारा पाने के लिए उसने सोते हुए बेटे को काले रंग के बैग में डालकर आनंदमयी पुलिया के पास नहर में गयी और वहां नहर में बेटे को डूबा दिया। जब उसकी मौत हो गयी, तो बेटे अंश को बैग से निकाल कर बहा दिया और वापस लौट आयी। पुलिस की कार्यवाही से बचने के लिए उसने मनगढत कहानी बनाकर पडौसियों को सुनाई और पुलिस को सूचित कर दिया। पुलिस ने हत्यारोपी मां को गिरफ्रतार कर लिया और उसकी निशानेही पर घर से काला बैग भी बरामद कर लिया। जिसका इस्तेमाल कलयुगी मां ने मासूम की हत्या और शव को ठिकाने में किया था। प्रेसवार्ता के दौरान कनखल सीओ पूर्णिमा गर्ग, कनखल एसओ हरिओम राज चौहान आदि मौजूद थे।