■दो ने हाथ पकड़े और तीसरे ने 315 बोर के तमंचे से गर्दन पर मार दी गोली
■शव को बाइक पर लाद कर ठिकाने लगाने के लिए जंगल में खाले में फैंका
■हत्यारोपियों की निशानदेही से 315 बोर का तमंचा, खोखा कारतूस और बाइक बरामद
मुकेश वर्मा
हरिद्वार। भगवानपुर पुलिस ने विवेक की हत्या का खुलासा करते हुए उसके तीन साथियों को गिरफ्तार कर लिया। जिनकी निशानदेही से पुलिस ने 315 बोर का तमंचा, खोखा कारतूस, हत्या में इस्तेमाल बाइक बरामद कर ली। पुलिस ने तलाश के दौरान मृतक का शव दो दिन पूर्व पुलिस ने क्षेत्र से बरामद किया था। मृतक के गर्दन में गोली लगने का निशान था। मृतक के परिजनों ने गांव के ही तीन लड़कों के साथ जाने और फिर वापस न लौटने के सम्बंध में थाने में तहरीर देकर शिकायत की थी। हत्यारोपियों ने विवेक की हत्या चोरी की वारदात में साथ देने से इंकार करने तथा उनकी करतूतों को पुलिस को बताने पर की थी। पुलिस ने हत्यारोपियों के खिलाफ सम्बंधित धाराओं में मामला दर्ज कर लिया। हत्या का खुलासा एसएसपी प्रमेन्द्र डोबाल ने भगवानपुर थाना परिसर में पत्रकार वार्ता के दौरान किया।
उन्होंने बताया कि ग्राम डाडली भगवानपुर निवासी सुखवीर सिंह ने 12 जून 24 को थाना भगवानपुर में तहरीर देकर शिकायत की थी। शिकायत में कहा था कि उसका बेटा विवेक गांव के ही प्रशांत समेत तीन लड़कों के साथ गया था। लेकिन देर रात तक वापस नहीं लौट कर घर नहीं आया। परिजनों द्वारा लड़कों के घर पहुंचकर जानकारी लेने का प्रयास किया। लेकिन तीनों लड़के भी घर से लापता है। पुलिस ने परिजनों के साथ लापता युवक विवेक की तलाश शुरू की। तलाश के दौरान पुलिस और परिजनों को सिरचन्दी ईदगाह से आगे जंगल में खाले पर विवेक का शव बरामद हुआ। जिसकी गर्दन पर गोली लगने का निशान था। पुलिस ने घटना के सम्बंध में आलाधिकारियों को अवगत कराया गया। घटना की सवेेंदनशीलता को देखते हुए उनके द्वारा तत्काल फरार हत्यारोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर शीघ्र गिरफ्तारी के निर्देश दिये। पुलिस ने फरार तीनों युवक के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कर तलाश शुरू कर दी।
एसएसपी ने बताया कि पुलिस टीम ने हत्यारोपियों को दबोचने के लिए उनके सम्भावित ठिकानों पर छापेमारी की गयी। लेकिन फरार हत्यारोपी पुलिस को चकमा देकर बच निकलने में कामयाब रहे। पुलिस टीम लगातार फरार हत्यारोपियों की टोह लेते हुए उनकी तलाश में जुटी रही। फरार हत्यारोपियों तक पहुंचने के लिए पुलिस टीम ने मुखबिर तंत्र की भी मदद ली गयी। पुलिस टीम ने हत्यारोपियों की तलाश के दौरान सूचना पर डाडली चौक के पास से बाइक पर सवार फरार तीनों हत्यारोपियों को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ के दौरान हत्यारोपियों ने अपना नाम प्रशांत पुत्र झबर सिंह नि० ग्राम डाडली थाना भगवानपुर हरिद्वार, अक्षय पुत्र सौ सिंह निवासी ग्राम बढेडी बुजुर्ग थाना भगवानपुर जनपद हरिद्वार और अजय उर्फ काका पुत्र सीताराम निवासी ग्राम बढेडी बुजुर्ग थाना भगवानपुर जनपद हरिद्वार बताया।
कप्तान ने बताया कि दबोचे गये हत्यारोपियों ने खुलासा किया कि तीनों दोस्त हैं और कम्पनी में काम करते है। लेकिन वह अपने महंगे शौक पूरा करने के लिए इण्डस्ट्रीय एरिया में बन्द पडी फैक्ट्रियो से सामान चोरी करके पूरा करते थे। दिनांक 11 जून की रात में भी तीनों ने चोरी करने की योजना बनाई। प्रशांत के साथ मृतक विवेक भी आ गया। जब चारों लोग माहडी चौक पहूँचे तो ड्यूटी पर मौजूद पुलिस कर्मी ने रात के घने अंधेरे में संदिग्ध हालत में घूमते हुए उनको रोका लिया और जानकारी लेने और उनकी फोटो खिंचने के बाद जाने दिया। इस बात को लेकर विवेक के मन में डर बैठ गया। थोड़ी देर बाद चारों बडेडी बुजुर्ग वाले सुनसान रास्ते में जाकर चोरी का प्लान बना कर फैक्ट्री की ओर जाने लगे, जिस पर विवेक आनाकानी करने लगा और उसने चोरी की योजना में उनका साथ देने से इंकार कर दिया और उनकी करतूतों की शिकायत पुलिस को बताने की धमकी देने लगा।
उन्होंने बताया कि इसी बात से नाराज होकर अक्षय और अजय ने विवेक के हाथ पकड़े और प्रशांत ने विवेक की गर्दन पर तमंचे से गोली मारकर हत्या कर दी। जिसके बाद विवेक का शव को ठिकाने लगाने के लिए शव को बाइक पर रखकर सिरचन्दी ईदगाह से आगे जंगल मे खाले मे फैंक दिया। पुलिस टीम ने हत्यारोपियों की निशानदेही से विवेक की हत्या मे इस्तेमाल 315 बोर का तमंचा, एक खोखा कारतूस और बाइक बरामद कर ली। पुलिस ने तीनों हत्यारोपियों के खिलाफ सम्ंबधित धाराओं में मामला दर्ज कर लिया। जिनको मेडिकल के बाद न्यायालय में पेश कर जेल भेज दिया।