
■सीएमओ और कोतवाली नगर प्रभारी निरीक्षक से फोन पर वार्ता कर दिये निर्देश
■जिला अस्पताल प्रबंधन ने की आरोपी इएमओ के खिलाफ कार्यवाही शुरू
■इएमओ को घटना के सम्बंध में नोटिस थमाकर जल्द मांगा स्पष्टीकरण
मुकेश वर्मा
हरिद्वार। जिला अस्पताल हरिद्वार की इमरजेंसी कक्ष के इएमओ (इमरजेंसी मेडिकल ऑफिसर) पर एक इंटर्न से छेड़छाड़ का आरोप का मामला सामने आने पर उत्तराखण्ड राज्य महिला आयोग की अध्यक्षा ने संज्ञान लिया है। जिन्होंने मामले को लेकर सीएमओ हरिद्वार और कोतवाली नगर प्रभारी निरीक्षक से फोन पर वार्ता कर अतिशीघ्र कार्रवाई के निर्देश दिये है। जिसके बाद पूरे प्रकरण को लेकर जिला अस्पताल में हड़कम्प मचा है। वहीं जिला अस्पताल प्रबंधन ने घटना को गम्भीरता से लेते हुए आरोपी इएमओ को नोटिस जारी करते हुए स्पष्टीकरण मांगा है।
बताते चले कि जिला अस्पताल हरिद्वार में इंटर्न द्वारा इएमओ पर छेड़छाड़ का संगीन आरोप लगाते हुए परिजनों द्वारा इएमओ के खिलाफ कोतवाली में मुकदमा दर्ज कराया गया है। इस मामले को उत्तराखण्ड राज्य महिला आयोग की अध्यक्षा कुसुम कण्डवाल ने गम्भीरता से लेते हुए सीएमओ हरिद्वार डॉ मनीष दत्त से फोन पर वार्ता करते हुए तत्काल इएमओ के विरूद्ध जांच करने व शीघ्र अतिशीघ्र कार्रवाई करने के लिए निर्देशित किया है। उन्होंने कहा कि इस प्रकार की घटना का होना अत्यंत निंदनीय है। ऐसे आरोपी से सख्ती से पेश आते हुए उसके विरुद्ध विभाग द्वारा भी कठोर कार्रवाई की जाए।
वहीं जिला अस्पताल चिकित्साधिकारी डॉ. विकास दीप ने बताया कि अस्पताल प्रबंधन ने भी पूरे प्रकरण को लेकर इएमओ के खिलाफ कार्यवाही शुरू कर दी है। कार्यवाही के क्रम में अस्पताल प्रबंधन की ओर से आरोपी चिकित्सक को घटना के सम्बंध में नोटिस थमाकर शीघ्र स्पष्टीकरण देने को कहा है।
महिला आयोग की अध्यक्षा ने कोतवाली नगर प्रभारी निरीक्षक से फोन पर वार्ता के क्रम में उन्हें प्रकरण की गम्भीर जांच व कड़ी से कड़ी कार्रवाई के लिये निर्देश दिए है। प्रभारी निरीक्षक कुंदन सिंह राणा ने बताया कि इंटर्न के पिता की ओर से कोतवाली नगर में घटना के संबंध में तहरीर देकर इएमओ के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है। शिकायत में पीड़िता के पिता की ओर से कहा गया हैं कि उसकी बेटी जिला अस्पताल में दिसम्बर 2023 से ट्रेनिंग ले रही है। बुधवार देर शाम करीब 7.30 बजे डॉ. अनस जाहिद जोकि जिला अस्पताल में इएमओ पद पर तैनात है। उसके द्वारा मेरी बेटी को बुलाकर अलग कमरे ड्यूटी रूम में ले जाया गया और भीतर से कमरे का दरवाजा बंद कर लिया।
तहरीर में आरोप लगाया हैं कि डॉ. अनस जाहिद ने उसे अपनी बाहों में पकड़ लिया और अश्लील हरकत करते हुए जबरदस्ती करने लगा। बेटी के विरोध करने पर डॉ. अनस जाहिद मेरी बेटी को डरा धमका कर अश्लीलता करने लगा व मेरी बेटी डॉ. अनस जाहिद से अपना बचाव करती रही और कमरे से बाहर जाने की कोशिश करती रही। जब मेरे द्वारा बेटी को फोन किया गया। तो डॉ. अनस जाहिद को पिता चला कि फोन उसके पिता का हैं तो वह घबरा गया और इसी दौरान उसकी बेटी कमरे का दरवाजा खोलकर रोती हुई घर पहुंची और पूरे मामले की जानकारी दी। जिस पर पुलिस ने तहरीर के आधार पर आरोपी चिकित्सक के खिलाफ संबंधित धाराओं में मामला दर्ज कर कार्यवाही शुरू कर दी है।