*प्रेस क्लब हरिद्वार में रविवार को होगा कार्यक्रम, इस दौरान 07 वरिष्ठ पत्रकार भी होगेें सम्मानित
*मुख्य अतिथि विधायक रवि बहादुर व विशिष्ट अतिथि संघ के क्षेत्रीय प्रचारक पदम जी होगें
*कार्यक्रम में विशेष अतिथि के तौर पर न्यूज एजेंसी के सम्पादक सर्वेश कुमार सिंह होगें शामिल
मुकेश वर्मा
हरिद्वार। उत्तर प्रदेश समाचार सेवा न्यूज एजेंसी द्वारा पत्रकार सुरक्षा कानून लागू करने की मांग को लेकर विस्तृत रूप से चर्चा कार्यक्रम रविवार को प्रेस क्लब हरिद्वार में आयोजित करने जा रही है। इस चर्चा में वरिष्ठ पत्रकार, सम्पादक से जुड़े लोग शामिल होकर चर्चा करते हुए अपनी राय सरकार तक पहुंचाने का काम करेगें। इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि ज्वालापुर विधायक रवि बहादुर और विशिष्ट अतिथि के तौर पर संघ के क्षेत्रीय प्रचारक पदम जी मौजूद रहेगें।
कार्यक्रम में विशेष अतिथि के तौर पर उत्तर प्रदेश समाचार सेवा न्यूज एजेंसी के सम्पादक सर्वेश कुमार सिंह शामिल होगें। इस कार्यक्रम के दौरान 07 वरिष्ठ पत्रकारों को सम्मानित भी किया जाएगा। इस बात की जानकारी उत्तर प्रदेश समाचार सेवा न्यूज एजेंसी के जनपद प्रभारी रामचन्द्र कन्नौजिया ने दी।
उन्होंने बताया कि इस दौर में पत्रकारों को समाचार कवरेज करने में होने वाली परेशानी और किसी भ्रष्टाचार के खुलासा करने पर उनके ऊपर पड़ते प्रशासनिक व राजनैतिक दबाब के बीच से कैसी मानसिक स्थिति से होकर गुजरना पड़ता है। यह एक बड़ी चुनौती आज पत्रकारों के सामने खड़ी है। पत्रकार जब अपने किसी मिशन के लिए निकलता हैं तो उसको कवरेज के दौरान भारी जोखिम उठाना पड़ता है। मिशन के दौरान पत्रकार के साथ कोई भी अनहोनी घटना घटित की जा सकती है। पत्रकारों का जीवन आज के दौर में काफी जोखिम भरा है।
श्री कन्नौजिया ने बताया कि आज की पीढियों को भले की पत्रकारों का जीवन अधिकारियों, नेताओं व मंत्रियों के बीच उठने बैठने वाला शानदार कैरियर नजर आता हो, लेकिन पत्रकार कैरियर इतना आसान नहीं हैं जिसको आज के दौर में समझा जा रहा है। जब पत्रकार को अपने मिशन की जानकारी विभाग कर्मचारियों व अन्य स्रोत्रों से कैसे निकाली जानी है। उसके लिए पत्रकार को काफी मेहनत के साथ-साथ जोखिम भी उठाना पड़ता है।
उन्होंने बताया कि ऐसा नहीं कि किसी खुलासे के लिए जरूरी ठोस प्रमाण पत्रकार को आसानी से उपलब्ध हो जाते है। किसी खुलासे की खबर के लिए ठोस प्रमाण एकत्रित करने के लिए जुटाने के लिए कभी-कभी पत्रकार की जान आफत में भी आ जाती है। इसलिए पत्रकारांे के संगठन व प्रेस क्लब हमेशा सरकार से पत्रकार सुरक्षा कानून लागू करने की मांग करते आ रहे है।