
जमालपुर कलां के सरकारी स्कूल में फिर उड़ाई गई सरकारी आदेशों की धज्जियां
मुकेश वर्मा
हरिद्वार। राजकीय उच्चत्तर माध्यमिक विद्यालय जमालपुर कला में सरकार के आदेशों की फिर से धज्जियां उड़ाई गईं। सरकार के निर्देश हैं कि महीने के अंतिम शनिवार को प्रतिभा दिवस के रूप में मनाया जाए। जिसमें बच्चों को बिना बैग स्कूल बुलाया जाए और उनसे स्कूल में विविध प्रकार की गतिविधियां कराई जाएं, ताकि बच्चे अन्य गतिविधियों में भी निपुण हो सकें। बताया जा रहा हैं कि जमालपुर कला के सरकारी विद्यालय में सरकार के आदेशों का कोई पालन नहीं किया गया। सभी बच्चों को भारी-भरकम बस्तों के साथ स्कूल बुलाया गया।
बता दें कि यह वही सरकारी स्कूल है, जिसके स्कूल के गेट प्रवेश उत्सव के दिन भी बंद रहे। जिसे सरकारी स्कूल में प्रवेश लेने के लिए आए बच्चे और अभिभावक को घंटा दोपहर को तपती धूप में खड़ा होकर इंतजार करना पड़ा और बाद में गेट ना खुलने पर मायूस होकर वापस घर लौटना पड़ा था। जिसकी शिकायत पर खंड शिक्षा अधिकारी ने जांच में यह सही भी पाया था। मामले में कार्रवाई करने के लिए मुख्य शिक्षा अधिकारी को रिपोर्ट भेजी गई है।
अब फिर से यही सरकारी स्कूल अपनी हठधर्मिता के चलते सरकारी आदेशों को ताक पर रखकर अपनी मनमानी करते हुए सरकारी आदेशों का उल्लंघन किया गया है। जिससे साफ जाहिर हो रहा है कि प्रधानाचार्य प्रमोद कुमार बर्थवाल के लिए सरकारी आदेश कोई मायने नहीं रखते हैं। वह अपनी मनमानी करते हुए केवल अपने नियम-कायदे से स्कूल को चलाएंगे। इस स्कूल के द्वारा सरकारी आदेशों को ताक पर रखकर की जा रही मनमानी क्षेत्र में चर्चाओं का विषय बना हुआ है।