
■मैसेज में मुकुल पर लगाया था हत्या का आरोप, शवों के टुकड़े करने में की थी मदद
■भाई के शव के टुकड़े पॉलिथीन में लपेट कर रखे थे फ्रिज में, पिता के टुकडे किचन में
■छेड़छाड़ व अपहरण के प्रयास के आरोप में मुंकुल को भिजवाया था नाबालिका ने जेल
■दोहरे हत्याकाण्ड के बाद नाबालिका खुद उसके साथ स्कूटी से हुई थी घटना स्थल से फरार
■जबलपुर पुलिस ने स्कूटी को लावारिस हालत में रेलवे स्टेशन पार्किग से की थी बरामद
मुकेश वर्मा
हरिद्वार। पिता और छोटे भाई के कत्ल के हत्यारोपी के साथ देने वाली नाबालिका सितम्बर 23 में पड़ौसी हत्यारोपी पर छेड़छाड़ व अपहरण के प्रयास का आरोप का मुकदमा दर्ज कराकर जेल भेज चुकी हैं। सवाल उठता हैं कि जिस पड़ौसी को नाबालिका जेल भिजवा चुकी थी। आखिर उसने अपने पिता व भाई की हत्या करने वाले का साथ क्यों दिया? जिसका जबाब तलाशने के लिए जबलपुर पुलिस अब गिरफ्त में आ चुकी नाबालिका से पूछताछ से जरिये पता लगाने का प्रयास कर रही है। आरोप हैं कि हत्यारोपी पड़ौसी युवक ने नाबालिका के साथ मिलकर बाप-बेटे के शवों के टुकड़े कर उनको पॉलिथीन में लपेटकर बेटे के टुकड़े फ्रिज और पिता के टुकड़े किचन में रख कर फरार हुए थे।

बताया जा रहा हैं कि दोहरे हत्याकाण्ड का पता नाबालिका के द्वारा रिश्तेदारों को भेजे गये मैसेज से पता चला था। मैसेज में नाबालिक ने पिता और भाई की हत्या पड़ौसी मुकुल द्वारा किये जाने की बात लिखी थी। सीसीटीवी कैमरे की फूटेज के जरिये नाबालिक और हत्यारोपी पड़ौसी युवक लाल रंग की स्कूटी से कॉलोनी के गेट से बाहर जाते देखे गये थे। तभी से दोनों फरार चल रहे थे, जिनकी जबलपुर पुलिस सरगर्मी से तलाश में जुटी थी। हरिद्वार से गिरफ्त में आई नाबालिका को जबलपुर पुलिस ने अपनी सुपूर्दगी में लेकर पूछताछ के बाद हरिद्वार के विभिन्न क्षेत्रों में हत्यारोपी की तलाश करती रही। लेकिन शातिर हत्यारोपी पुलिस के हत्थे नहीं चढा। कोतवाली नगर पुलिस के मुताबिक जबलपुर पुलिस नाबालिक को लेकर जबलपुर रवाना हो गयी।

बताते चले कि माह मार्च में मध्य प्रदेश के जबलपुर में सिविल लाईन थाना क्षेत्र में रेलवे कॉलोनी में रेलवे अधिकारी राज कुमार विश्वकर्मा और उनके बेटे के दोहरे हत्याकाण्ड ने दहला दिया था। जबलपुर पुलिस ने फ्रिज से बेटे के शव के टुकड़े को पॉलिथीन में लिपटे हुए बरामद किये थे, जबकि पिता के शव पॉलिथीन में लिपटे हुए किचन से बरामद किये थे। दोहरे हत्याकाण्ड का खुलासा मृतक रेलवे अधिकारी की नाबालिक बेटी द्वारा रिश्तेदारों को भेजे गये मैसेज से हुआ था। घटना के बाद से मृतक रेलवे अधिकारी की नाबालिक बेटी लापता थी। जब पुलिस ने कॉलोनी में लगे सीसीटीवी कैमरों को खंगाला तो नाबालिक पड़ौसी युवक मुंकुद के साथ लाल रंग की स्कूटी से गेट से बाहर जाते देखी गयी। दोनों की तलाश के दौरान जबलपुर पुलिस ने उनकी लाल रंग की स्कूटी को रेलवे स्टेशन पार्किग से लावारिस हालत में खड़ी हुई बरामद की थी।

बताया जा रहा हैं कि माह सितम्बर 23 में नाबालिका ने पड़ौसी मुंकुल के खिलाफ छेड़छाड़ व अपहरण के प्रयास कर मुकदमा दर्ज कराया था। जबलपुर पुलिस ने आरोपी मुकुुल को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। मुकुल ने जेल से बाहर निकलकर नाबालिक के पिता और भाई के दोहरे हत्याकाण्ड को अंजाम दिया। आरोप हैं कि दोहरे हत्याकाण्ड में नाबालिक बेटी ने ही अपने पिता व छोटे भाई की हत्या करने तथा उनके शवों के टुकड़े करने में हत्यारोपी मुकुल का साथ दिया। जबकि माह मई 23 में नाबालिक की मां का देहात बीमारी के चलते हो चुका था। राजकुमार विश्कर्मा ही अपने दोनों बच्चों का ख्याल रखते हुए परवरिश कर रह रहे थे।

जबलपुर पुलिस के दहला देने वाले दोहरे बाप-बेटे के हत्याकाण्ड के आरोप में शामिल नाबालिक बेटी और हत्यारोपी पड़ौसी मुकुल की विभिन्न प्रदेशों की खाक छानते हुए तलाश में जुटी थी। इसी दौरान दोहरे हत्याकाण्ड के आरोप में शामिल नाबालिका हरिद्वार में पुलिस के हत्थे चढ़ गयी। लेकिन उसको कथित प्रेमी फरार होने में कामयाब रहा। कोतवाली नगर पुलिस द्वारा पूछताछ के दौरान जबलपुर दोहरे हत्याकाण्ड का राज खोल दिया। जिसके बाद कोतवाली नगर पुलिस की सूचना पर जबलपुर पुलिस ने हरिद्वार पहुंचकर दोहरे हत्याकाण्ड के आरोपी मंे शामिल नाबालिका को हिरासत में ले लिया। बताया जा रहा हैं कि पूछताछ के दौरान अपने पिता और छोटे भाई की हत्या के सम्बंध में अहम जानकारी जबलपुर पुलिस से साझा की। नाबालिक ने पूछताछ में खुलासा किया हैं कि पड़ौसी मुकुल उसके पिता की हत्या करना चाहता था, मुकुल द्वारा रात को पिता की हत्या के वक्त भाई जाग गया तो उसको भी जान से मारना पड़ा।

कोतवाली नगर एसएसआई सतेन्द्र बुटोला ने बताया कि जबलपुर दोहरे हत्याकाण्ड के आरोप में शामिल नाबालिक को जबलपुर पुलिस के हरिद्वार पहुंचने पर उनके सुपूर्द कर दिया था। जबलपुर पुलिस ने नाबालिका से पूछताछ की और उसको साथ लेकर हत्यारोपी मुकुल की तलाश के लिए विभिन्न क्षेत्रों में तलाशी अभियान चलाया गया। लेकिन दोहरे हत्याकाण्ड का मुख्यारोपी का कोई सुराग नहीं लग सका। जबलपुर पुलिस नाबालिक को साथ लेकर वापस जबलपुर रवाना हो गयी।