
*बैंक की फोरमल्टी पूरा करने के नाम पर इधर से उधर दौडाया जा रहा
*पिता के चार एफडी में उसका नाम ज्वाइंड हैं, लेकिन पांचवी में नहीं किया
मुकेश वर्मा
हरिद्वार। नामचीन निजी बैक कर्मियों पर एक व्यक्ति ने पिता के निधन के पश्चात एफडी में नाम दर्ज करने या फिर कैश करने के लिए इधर से उधर दौड़ते हुए परेशान करने का आरोप लगाया हैं। जबकि पिता की चार एफडी में पहले से ही उनका नाम ज्वाइड है। आरोप हैं कि बैक अधिकारियों की त्रुटिवशं पिता की पांचवी एफडी में उसका नाम ज्वाइड नहीं किया गया। लेकिन अब उनको एफडी में नाम ज्वाइड करने के लिए बैक की फोरमल्टी पूरा करने के नाम पर परेशान करते हुए उसका मानसिक उत्पीड़न किया जा रहा है। यह आरोप शिवालिकनगर रानीपुर हरिद्वार निवासी सौरभ मिश्रा ने आज प्रेस क्लब हरिद्वार में पत्रकार वार्ता के दौरान लगाया है।
उन्होंने बताया कि उसके पिता सतीश चन्द्रा मिश्रा ने पांच एफडी निजी बैंक में की थी। जिसमें उसके पिता द्वारा एफडी में उसका नाम ज्वाइंड किया था। उसके पिता का देहात मार्च 2024 हो गया। जिसके बाद बैक जाने पर उसको मालूम हुआ कि पांच एफडी में से चार एफडी में उसका नाम ज्वाइंट है, लेकिन पांचवी एफडी में नाम नहीं जोड़ा गया है। आरोप लगाया कि पांचवी एफडी में उसके पिता के द्वारा उसका नाम ज्वाइंड के लिए अन्य चार एफडी की तरह अपनी ओर से कहा गया गया। लेकिन बैंक कर्मियों की लापरवाही कहे या फिर ़उनकी त्रुटि के कारण पांचवी एफडी उनका नाम नहीं जोड़ा गया।
सौरभ मिश्रा का आरोप हैं कि बैंक अधिकारी एफडी में नाम ज्वाइंड करने या कैश करने के नाम पर बैंक फोरमल्टी पूरा करने के नाम पर उनको बैंक के चक्कर पर चक्कर कटवाते हुए परेशान करते हुए उसका मानसिक उत्पीड़न कर रहे है। जबकि उनके द्वारा बैंक अधिकारियों के कहने पर कही गयी फोरमल्टी पूरा कर रहे है। आरोप हैं हर बार जब भी फोरमल्टी पूरा करने के लिए बैंक पहुंचते हैं तभी एक ओर नई फोरमल्टी पूरा करने को कहते हुए उसको वापस लौटा दे रहे है। इतना नहीं हैं उस एफडी पर बैंक द्वारा ब्याज भी नहीं दिया जा रहा।