■एम्स में हो चुकी बुजुर्ग की दो दिन पूर्व उपचार के दौरान मौत
■108 की मदद से लाये गये बुजुर्ग की गम्भीर हालत पर किया था रेफर
■बुजुर्ग की संजो कर रखी रकम अब बनी चिकित्सकों के लिए बनी दुविधा
■डेढ लाख की रकम सौपने के लिए गठित हुई 07 चिकित्सकों की टीम
मुकेश वर्मा
हरिद्वार। जिला अस्पताल में उपचार के लिए लाए गये अचेत हालत में लावारिस बुजुर्ग की पोटली से निकले डेढ लाख से अधिक की नगदी से चिकित्सकों के होश उड़ गये। चिकित्सकों के अनुसार 108 के माध्यम से भर्ती कराये गये बुर्जुग की हालत गम्भीर देखते हुए उसको चंद घंटों बाद ही एम्स रेफर कर दिया। लेकिन कुछ दिन एम्स आईसीयू में भर्ती बुजुर्ग ने जिंदगी व मौत से लड़ते हुए दम तोड़ दिया।
जिसकी जानकारी मिलते ही जिला अस्पताल के चिकित्सक अब लावारिस बुजुर्ग की लाखों की रकम उनके लिए सिर दर्द बन गयी है। इतनी बड़ी रकम सौपने को लेकर अस्पताल के चिकित्सक पेशोपेश में नजर आ रहे है। जिसको लेकर अस्पताल पीएमएस ने 07 सदस्य चिकित्सकों की एक टीम गठित की है। जो निर्णय लेगी कि आखिर बुजुर्ग की पोटली से मिली नगदी किस को सौपी जाए। जिसको लेकर चिकित्सकों में मंथन का दौर जारी है।
जिला अस्पताल हरिद्वार पीएमएस डॉ. सीपी त्रिपाठी ने बताया कि 26 फरवरी 24 को 108 की मदद से आपातकालीन कक्ष में अचेत हालत में एक लावारिस बुजुर्ग जिसकी उम्र करीब 80 वर्ष थी को उपचार के लिए लाया गया था। जिसके पास एक मात्र एक कपड़ों की पोटली थी। चिकित्सकों ने लावारिस बुजुर्ग को प्राथमिक उपचार के बाद भर्ती कर लिया गया। लेकिन बुजुर्ग की हालत लगातार गम्भीर बनी रही, जिसको देखते हुए चिकित्सकों ने चंद घंटों बाद ही 108 की मदद से उसको एम्स रेफर कर दिया। जहां पर बुजुर्ग की हालत देखते हुए चिकित्सकों ने उसको आईसीयू में भर्ती कर दिया गया। जब जिला अस्पताल में अनन-फनन में बुजुर्ग को एम्स रेफर के दौरान उसकी पोटली अस्पताल में छुट गयी। जिसको खोला गया तो उसमें मोटी रकम देखकर चिकित्सक हैरान रह गये।
उन्होंने बताया कि जब पोटली को खोला गया तो मिली नगदी को गिनने के लिए अस्पताल के कई कर्मचारियों को लगाया गया। बुजुर्ग की पोटली से कुल 1 लाख 59 हजार 180 रूपये मिले। लावारिस बुजुर्ग की पोटली से मिली रकम को अस्पताल में सजो कर इस अशय से रख लिया गया कि बुजुर्ग के सही होने पर उस रकम को उसके हवाले कर दिया जाएगा। लेकिन चिकित्सकों को आज जानकारी मिली कि बुजुर्ग की उपचार के दौरान एम्स में दो दिन पूर्व ही मौत हो गयी। चिकित्सकों के सामने अब सवाल खड़ा हो गया हैं कि लावारिस बुजुर्ग की बड़ी रकम किस के हवाले की जाए। जिसको लेकर जिला अस्पताल के चिकित्सकों के बीच काफी मंथन होने के बाद भी किसी ठोस निर्णय पर नही पहुंचा जा सका। जिसके बाद 07 सदस्य चिकित्सकों की एक टीम गठित की गयी हैं, जो निर्णय लेगी कि बुजुर्ग की डेढ लाख से अधिक रकम को आखिर किस के सुपूर्दगी में दी जाए।
