
*हरकी पौड़ी समेत शहर के विभिन्न गंगा घाटों पर श्रद्धालुओं का लगा तांता
*स्नान पर्व को सकुशल सम्पन्न कराने के लिए किये गये कड़े बंदोबस्त
*डीएम व एसएसपी लगातार स्नान पर्व पर बनाये हुए अपनी पैनी नजर
मुकेश वर्मा
हरिद्वार। तीर्थनगरी हरिद्वार में बैसाखी स्नान पर्व पर विभिन्न प्रांतों से आये लाखों श्रद्धालुओं को हुजूम स्नान करने के लिए हरकी पौड़ी समेत शहर के अलग-अलग गंगा घाटों पर उमड़ पड़ा। श्रद्धालुओं ने गंगा में स्नान करते हुए पुण्य अर्जित कर, मन्दिरों में पूजा अर्चना करते हुए परिवार व शुभचिंतकों की कुशलता की कामना की। डीएम व एसएसपी स्नान पर्व पर लगातार अपनी पैनी नजर बनाते हुए मेला क्षेत्र का भ्रमण करते रहे। प्रशासन की ओर से मेला क्षेत्र को सुरक्षा व व्यवस्था की दृष्टि से 04 सुपर जोन, 13 जोन और 40 सेक्टरों में विभक्त किया गया हैं। जिनमें जोनल और सेक्टर मजिस्टेंटो को नियुक्त किया गया हैं।

तीर्थनगरी में बैसाखी स्नान पर्व पर स्नान कर पुण्य अर्जित करने के लिए देर शाम से ही विभिन्न प्रांतों से श्रद्धालुओं का आगमन शुरू हो गया था। वहीं प्रशासन की ओर से स्नान पर्व पर श्रद्धालुओं की भारी भीड उमड़ने को देखते हुए सुरक्षा के कडे बंदोबस्त करते हुए मेले में तैनात पुलिस कर्मियों को ब्रीफ करते हुए जरूरी दिशा निर्देश दिये गये हैं। बैसाखी स्नान पर्व पर जनपद का भारी पुलिस बल के साथ-साथ सुरक्षा की दृष्टि से बीडीएस, पीएसी, गोता खोर टीम तैनात की गयी। स्नान पर्व की पूर्व संध्या पर उनकी तैनाती उनके निर्धारित स्थल पर कर दी गयी। पुलिस प्रशासन की ओर से हरकी पौड़ी क्षेत्र में फैले अतिक्रमण को सख्ती से हटवाया गया। पुलिस प्रशासन की ओर से स्नान पर्व पर हाईवे व शहर के बीच जाम की स्थिति से निपटने के लिए व्यापक बंदोबस्त किये गये है।

बैसाखी स्नान पर्व पर देर रात से ही विभिन्न प्रांतों से आये श्रद्धालुओं का स्नान करने के लिए हरकी पौड़ी समेत शहर के अलग-अलग गंगा घाटों पर तांता लग गया, जैसे-जैसे दिन निकलता गया, वैसे-वैसे स्नान करने के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ में इजाफा होता गया। हरकी पौड़ी पर श्रद्धालुओं की भीड का दबाव कम करने के लिए तैनात पुलिस कर्मियों द्वारा श्रद्धालुओं को स्नान के बाद उनको वहां से निकाला जा रहा हैं। ताकि अन्य श्रद्धालु भी हरकी पौड़ी पर स्नान करनेे का लाभ ले सकें। श्रद्धालुओं ने गंगा में स्नान कर पुण्य अर्जित करते हुए मन्दिरों में पूजा अर्चना कर रहे हैं। समाचार लिखे जाने तक श्रद्धालुओं के गंगा में स्नान करने का क्रम लगातार बना हुआ है।
