
*डॉ. भारद्वाज के चांर्ज लेते ही अस्पताल की व्यवस्थाए पटरी पर आती नजर आई
*ड्यूटी पर समय से स्टॉफ के पहुंचने पर पीएमएस की बनी रही पैनी नजर
*अस्पताल के पीएमएस के सख्त रवैये को देखते हुए लापरवाहो में मचा हड़कम्प
*नये पीएमएस द्वारा अस्पताल की सफाई व्यवस्था का रखा जा रहा पूरा फोक्स
*अस्पताल में अब दिन में तीन बार लगेगा पोछा, शौचालयों को रखा जाएगा क्लीन
*प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक प्रतिदिन दो बार करेगें अस्पताल का औचक निरीक्षण
*अनुपस्थित मिलने पर होगा एक्शन, पीएमएस की कार्यशैली को लेकर स्टॉफ मे चर्चा
*अस्पताल में ड्यूटी के प्रति इमानदारी बरतने वाले स्टॉफ खुश नजर आ रहा
मुकेश वर्मा
हरिद्वार। जिला अस्पताल पीएमएस डॉ. विजयेश भारद्वाज के चार्ज सम्भालने के बाद एक ही दिन में अस्पताल की व्यवस्था पटरी पर आती नजर आ रही है। प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक द्वारा गुरूवार को अस्पताल पहुंचते ही उन्होंने अस्पताल का निरीक्षण करते हुए जहां तैनात स्टॉफ की उपस्थिति का जायजा लिया, वहीं अस्पताल में भर्ती मरीजों से किसी प्रकार की समस्या और मिलने वाली सुविधाओं की पूरी जानकारी ली। पीएमएस ने अस्पताल में सफाई व्यवस्था का अपना पूरा फोक्स रखते हुए सफाई कर्मियों को दिन में तीन बार पोछा लगाने तथा शौचालयों को क्लीन रखने के साथ-साथ सफाई व्यवस्था दुरूस्थ रखने के निर्देश दिये है।
डॉ. भारद्वाज ने स्पष्ट किया हैं कि किसी भी कीमत पर ड्यूटी में लापरवाही को बर्दाश्त नहीं करेगें। लारवाहों को रास्ते पर लाने का प्रयास किया जाएगा, अगर उसके बावजूद उनकी लापरवाही प्रकाश में आती हैं तो उनको बख्शा नहीं जाएगा, उनके खिलाफ कार्यवाही अमल में लाई जाएगी। पीएमएस के सख्त रवैये को देखते हुए लापरवाहो में हड़कम्प मचा हुआ है। जबकि ड्यूटी के प्रति इमानदारी बरतने वाले स्टॉफ खुश नजर आ रहे है।
बताते चले कि जिला अस्पताल हरिद्वार में व्यवस्थाए लम्बे समय से लडखड़ाई हुई थी। जिसके चलते उपचार के लिए जिला अस्पताल में पहुंचने वाले मरीजों व उनके तीमारदारों में व्यवस्थाओं को लेकर काफी नाराजगी देखी जा रही थी। जिसके सम्बंध में कई बार शिकायत भी की गयी, लेकिन उसके बावजूद व्यवस्थाओं में कोई सुधार नहीं हुआ। अब जबकि प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक डॉ. विजयेश भारद्वाज ने शुरूआत में चार्ज सम्भालते ही उन्हांेने जिला अस्पताल के प्रति अपनी मंशा स्पष्ट कर दी थी। जिन्होंने चार्ज लेते वक्त स्टॉफ को स्पष्ट कर दिया था कि वह ड्यूटी में किसी भी प्रकार की लापरवाही को बर्दाश्त नहीं करेगें। पीएमएस ने अपनी मंशा के अनुरूप जिला अस्पताल मंे काम करना शुरू कर दिया है। जबकि पीएमएस पूर्व में वर्ष 2009-2010 में जनरल सर्जन के तौर पर मेला अस्पताल में अपनी सेवाए दे चुके है।
पीएमएस डॉ. भारद्वाज ने गुरूवार की सुबह अस्पताल के समय से पूर्व पहुंचे, जिन्होंने अस्पताल के स्टॉफ के पहुंचने के पश्चात स्टॉफ की ड्यूटी समय को जाचा। जिसके बाद उनके द्वारा जिला अस्पताल का निरीक्षण करते हुए स्टॉफ की उपस्थिति का भी जायजा लिया। वहीं अस्पताल में भर्ती मरीजांे से मुलाकात करते हुए उनको किसी प्रकार की समस्याओं और मिलने वाली सुविधाआंे की जानकारी जुटाई। बताया जा रहा हैं कि कुछ मरीजों की समस्याओं की शिकायते मिली थी। जिसको उन्होंने तुरंत दुरूस्थ कराते हुए स्टॉफ को भविष्य में मरीजों को ऐसी समस्या उत्पन्न ना होने की हिदायद दी। इतना नहीं चिकित्सकों व स्टॉफ की उपस्थिति रजिस्टर को अपने कक्ष में रखवाते हुए स्टॉफ को निर्देश दिये कि अगर निर्धारित समय के बाद कोई अस्पताल पहुंचता है, तो उसकी उपस्थिति रजिस्टर में उपस्थिति दर्ज नहीं की जाएगी।
प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक ने अस्पताल के निरीक्षण के दौरान सफाई व्यवस्था पर अपनी नाराजगी व्यक्त करते हुए सफाई कर्मचारियों को सीधे निर्देश दिये कि अस्पताल में तीन बार पोछा लगाया जाएगा। इतना ही नहीं अस्पताल में किसी भी प्रकार की गंदगी को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और शौचालयों की सफाई व्यवस्था को भी दुरूस्थ करने के कड़े निर्देश दिये है। पीएमएस द्वारा प्रति दिन दो बार औचक निरीक्षण करने का फैसला लिया गया है। इस सम्बंध में पूरे स्टॉफ को अवगत भी करा दिया गया है। यदि निरीक्षण के दौरान कोई भी स्टॉफ अनुपस्थित मिलता हैं तो उसके खिलाफ कार्यवाही अमल में लाने की बात कही गयी है। जिला अस्पताल के नये पीएमएस डॉ. भारद्वाज के रूख को देखते हुए लापरवाहों में हड़कम्प की स्थिति बनी हुई है। जबकि ड्यूटी के प्रति इमानदारी बरतने वाले स्टॉफ खुश नजर आ रहे है। और वह पीएमएस डॉ. भारद्वाज के कार्यशैली से प्रभावित होकर जिला अस्पताल की व्यवस्था के लिए ऐसे ही अधिकारी होने की बात कह रहे है।
पीएमएस डॉ. विजयेश भारद्वाज ने बताया कि चार्ज लेने के बाद उन्होंने अस्पताल का निरीक्षण किया और जो भी खमिया उनके संज्ञान में आयी है। उनको दुरूस्थ करने के निर्देश दिये है। उनको फोक्स स्टॉफ का भेषभूषा में समय पर उपस्थित रहने और सफाई व्यवस्था पर रहेगा। किसी भी कीमत पर वह ड्यूटी में लापरवाही को बर्दाश्त नहीं करेगें। उनके द्वारा प्रतिदिन दो बार अस्पताल का औचक निरीक्षण किया जाएगा। यदि इस दौरान कोई स्टॉफ अपनी ड्यूटी स्थल पर अनुपस्थित मिलता हैं तो उसके खिलाफ कार्यवाही की जाएगी। साथ ही अस्पताल में तैनात सभी चिकित्सकों के साथ समय समय पर बैठक कर अस्पताल की व्यवस्थाओं के सम्बंध में चर्चा करते हुए उनके सहयोग से व्यवस्थाओं को और दुरूस्थ करने का प्रयास करेगें।