
*पूर्व विधायक को रात तबीयत बिगड़ने पर कराया गया जिला अस्पताल में भर्ती
*प्राइवेट वार्ड नम्बर 01 में चिकित्सकों का पैनल कर रहा पूर्व विधायक का उपचार
*चिकित्सक कुंवर प्रणव सिंह के स्वास्थ्य परीक्षण कराने की तैयारी में जुटे
मुकेश वर्मा
हरिद्वार। फॉयरिंग मामले में जिला रोशनाबाद जेल में बंद पूर्व विधायक कुंवर प्रणव सिंह की रात तबीयत बिगड़ने पर उनको जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। बताया जा रहा हैं कि पूर्व विधायक को लगातार दस्त की शिकायत पर जेल चिकित्सक की सलाह पर जिला अस्पताल लाया गया है। कुंवर प्रणव सिंह को प्राइवेट वार्ड नम्बर 01 में भर्ती किया गया हैं। चिकित्सकों का कहना हैं कि पूर्व विधायक का उपचार जिला अस्पताल में ही किया जा रहा है, फिलहाल उनको रेफर करने की कोई अवश्यकता महसूस नहीं की जा रही है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार बीती रात जिला रोशनाबाद जेल में बंद पूर्व विधायक कुंवर प्रणव सिंह को लगातार दस्त की शिकायत पर उन्हें जिला अस्पताल लाया गया। बताया जा रहा हैं कि उनके द्वारा दस्त के साथ खून आने की शिकायत भी की गयी थी। जिसके मद्देनजर जेल चिकित्सक की सलाह पर उनको जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। कुंवर प्रणव सिंह को जिला अस्पताल के प्राइवेट वार्ड नम्बर 01 में कड़ी सुरक्षा के बीच उनको उपचार किया जा रहा है।
जिला अस्पताल में भर्ती कराये गये पूर्व विधायक की स्थिति को देखते हुए उनको हॉयर सेंटर रेफर करने की अटकले लगाई जा रही थी। लेकिन जिला अस्पताल के चिकित्साधिकारी डॉ. विकास दीप ने हॉयर सेंटर रेफर करने अटकलों पर विराम लगाते हुए कहा कि फिलहाल पूर्व विधायक कुंवर प्रणव सिंह का जिला अस्पताल में उपचार किया जा रहा है। जिनके कई टेस्ट कराये जा रहे है। इसके अलावा जिला अस्पताल में तैनात फिजिशियन डॉ. स्वाति वर्मा और मेला अस्पताल में तैनात वरिष्ठ फिजिशियन डॉ. मनीष से भी पूर्व विधायक कुंवर प्रणव सिंह स्वास्थ्य के मामले में उनकी भी राय ली जा रही है।
उन्होंने बताया कि फिजिशियन डॉ. स्वाति वर्मा और वरिष्ठ फिजिशियन डॉ, मनीष द्वारा पूर्व विधायक कुंवर प्रणव सिंह के स्वास्थ्य के लिए के जरूरी टेस्टों के लिए कहा जायेगा, उनको टेस्टों को कराया जाएगा। फिलहाल जब तक कुंवर प्रणव सिंह के सभी टेस्ट की रिपोर्ट नहीं आ जाती तब तक उनका उपचार चिकित्सकों के पैनल की देखरेख में जिला अस्पताल में किया जायेगा। प्राथमिक तौर पर पूर्व विधायक को रेफर करने की कोई जरूरत महसूस नहीं की जा रही है।