
*चिकित्सकों द्वारा कई बार कर्मी को किया जा चुका समझाने का प्रयास
*महिलाओं व लडकियों से बतमीजी से बात करना आदत में शुमार
*उक्त कर्मी के व्यवहार के चलते स्टॉफ को भी होना पड रहा शर्मिंदा
*सीएमएस डॉ. गुप्ता ने मामला संज्ञान में आने पर कर्मी को जमकर फटकारा
“सीएमओ डॉ. आरके सिंह ने भी मामले को गम्भीरता से लेने की कही बात
मुकेश वर्मा
हरिद्वार। राजकीय उप जिला मेला हॉस्पिटल हरिद्वार में नेशनल हैल्थ मिशन के तहत केश रजिस्ट्री असिस्टेंट पद पर तैनात कर्मी कमल पाण्डे पर उपचार के लिए हॉस्पिटल पहुंचने वाली महिलाओं व लड़कियों से अभद्रता का आरोप है। बताया जा रहा हैं कि उक्त कर्मी को पूर्व में कई बार हॉस्पिटल में तैनात चिकित्सकों द्वारा व्यवहार में सुधार लाने के लिए समझाने का प्रयास किया जा चुका है। लेकिन उसके बावजूद कर्मी कमल पांण्डे का महिलाओं और लडकियों प्रति व्यवहार में कोई तब्दीली नहीं हुई है।
बताया जा रहा हैं कि मेला अस्पताल पीएमएस द्वारा स्टॉफ की कमी के चलते कर्मी को रजिस्ट्रेशन कांउटर पर तैनात किया गया है। जहां पर ओपीडी पर्चा बनाने पहुंचने वाली महिलाओं व लडकियों के साथ सरेआम बतमीजी से चिखते-चिलाते हुए बात करना उसकी आदत में शुमार हो चुका है। जिसके व्यवहार से महिलाओं और लडकियों को शर्मिदगी उठानी तक पड़ रही है। जिसके व्यवहार के डर से महिलाए और लडकियां ओपीडी पर्चा बनाने के लिए खुद आगे आने से कतरा रही हैं, बल्कि अपने परिवार के पुरूषों को आगे कर रही है।
बताया जा रहा हैं कि मेला अस्पताल में तैनात कर्मी के व्यवहार के चलते स्टॉफ को भी शर्मिंदा होना पड़ रहा है। जब आज मामला सीएमएस डॉ. राजेश गुप्ता के संज्ञान में आने पर कमल पाण्डे को ऑफिस में बुलाकर जमकर लताड़ लगाते हुए भविष्य में शिकायत मिलने पर कार्यवाही के लिए चेताया है।
बताते चले कि जिला अस्पताल हरिद्वार में लम्बे समय से फिजिशियन ना होने के कारण मेला हॉस्पिटल हरिद्वार में वरिष्ठ फिजिशियन की तैनाती होने के बाद मरीजों की संख्या में काफी इजाफा हुआ है। मेला अस्पताल में अगर चिकित्सकों की बात करें तो इस वक्त मेला अस्पताल में जहां वरिष्ठ फिजिशियन, वरिष्ठ आर्थो सर्जन, वरिष्ठ मनो चिकित्सक, वरिष्ठ रेडियोलोजिस्ट, वरिष्ठ आई सर्जन, वरिष्ठ जनरल सर्जन आदि की तैनाती है। मेला अस्पताल में तैनात चिकित्सक व सीएमएस मरीजों को उपचार देने व व्यवस्था बनाने के लिए अपना बेस्ट दे रहे है।
लेकिन ऐसे में मेला अस्पताल में एनएचएम यानि नेशनल हैल्थ मिशन के तहत केश रजिस्ट्री असिस्टेंट पद पर तैनात कमल पाण्डे जिसको कर्मी की कमी के चलते सीएमएस डॉ. राजेश गुप्ता द्वारा अस्पताल में व्यवस्था बनाने के लिए रजिस्ट्रेशन काउंटर में तैनात किया गया है। आरोप हैं कि ओपीडी लाइन में लगी महिलाओं व लडकियों के साथ सरेआम बतमीजी से चिखते चिलाते हुए धमकाने वाले अंदाज में बात करना उसकी आदत में शुमार हो चुका है। कमल पाण्डे के ऐसे व्यवहार के चलते उपचार के लिए पहुंचने वाली महिलाओं व लडकियों को शर्मिदा होना पड़ रहा है।
बताया जा रहा हैं कि कमल पाण्डे के व्यवहार की शिकायत मिलने पर अस्पताल के कुछ चिकित्सकों ने उक्त कर्मी को समझाने का प्रयास भी किया जा चुका है। लेकिन उसके बावजूद कमल पाण्डे के व्यवहार मेें कोई तब्दीली नहीं आ पाई है। कमल पाण्डे को लगता हैं कि उसका कोई अधिकारी कुछ बिगाड़ नहीं सकता, तभी तो उसके हौसले बुलंद है। बताया जा रहा हैं कि वर्ष 2017 से एनएचएम के तहत मेला अस्पताल में तैनात चला आ रहा है। आरोप है कि कमल पाण्डे द्वारा मेला अस्पताल में एनएचएम से तैनात रही एक महिला कर्मी को भी काफी परेशान कर चुका है।
सीएमएस डॉ. राजेश गुप्ता ने बताया कि आज मामला उनके संज्ञान में आने पर पूरे प्रकरण को गम्भीता से लिया गया है। उनके द्वारा कर्मी कमल पाण्डे को अपने कार्यालय में बुलाकर कड़ी फटकार लगाते हुए भविष्य में शिकायत मिलने पर उसके खिलाफ कार्यवाही करने की लिए चेताया गया है।
सीएमओ हरिद्वार डॉ. आरके सिंह नेे बताया कि मामला उनके संज्ञान में डाला गया है। इस घटना को गम्भीरता से लेते हुए मेला अस्पताल के सीएमएस डॉ. राजेश गुप्ता से एनएचएम कर्मी कमल पाण्डे के मामले में जानकारी जुटायेगे। लेकिन किसी भी कर्मी को मरीजों के साथ अभद्रता करने की छुट नहीं दी जाएगी। इस मामले को भी गम्भीरता से लिया जाएगा और आरोपी कर्मी के खिलाफ भी एक्शन लिया जाएगा।