■शूटर से 32 बोर की पिस्टल, 3 जिंदा, 3 खोखा कारतूस और बाइक बरामद
■बाबा तरसेम सिंह की हत्या मामले में अभी तक हो चुकी 07 गिरफ्तारी
■एक लाख के तीन इनामी अभी भी हैं फरार, पुलिस तलाश में जुटी
मुकेश वर्मा
देहरादून/हरिद्वार। जनपद हरिद्वार के भगवानपुर थाना क्षेत्र में देर रात पुलिस मुठभेड़ को लेकर डीजीपी उत्तराखण्ड अभिनव कुमार ने देहरादून में प्रेसवार्ता के दौरान घटनाक्रम की पूरी जानकारी मीडिया को साझा करते हुए बताया कि जनपद हरिद्वार के भगवानपुर में देर रात मुठभेड में ढेर हुए बदमाश की शिनाख्त अमरजीत सिंह उर्फ बिट्टू पुत्र सुरेंद्र सिंह पता फतेहगढ़ चूड़ियां रोड नगलीभट्टा अमृतसर पंजाब के रूप में हुई है जिसपर एक लाख का इनाम घोषित था और उधमसिंह नगर के नानकमत्ता गुरुद्वारे के बाबा तरसेम सिंह की हत्या में फरार चला आ रहा था। मुठभेड के दौरान पुलिस ने मौके से 32 बोर की एक पिस्टल, 03 जिंदा व 03 खोखा कारतूस और घटना में इस्तेमाल स्प्लेंडर मोटरसाइकिल बरामद की है। पुलिस हत्या मामले में अभी तक 07 आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है। जबकि एक लाख के तीन इनामी अभी भी फरार हैं जिनकी पुलिस सरगर्मी से तलाश में जुटी है। मुठभेड़ में ढेर हुए बदमाश समेत दबोचे गये बदमाशों पर पर विभिन्न धाराओं में कई मुकदमें दर्ज है।
उन्होंने बताया कि 28 मार्च 24 की सुबह डेरा कार सेवा नानक मत्ता के प्रमुख बाबा तरसेम सिंह को अज्ञात मोटर साइकिल सवार दो बदमाशों ने उस वक्त गोली मारकर हत्या कर दी थी, जब वह डेरे के बरामदे में कुर्सी में बैठे थे। बाइक पर पीछे बैठे बदमाश ने रायफल से बाबा तरसेम सिंह को दो गोली मारकर फरार हो गये थे। सूचना पर तत्काल वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक जनपद उधम सिंह नगर एवं पुलिस अधीक्षक नगर रुद्रपुर एवं क्षेत्राधिकारी खटीमा एवं क्षेत्राधिकारी सितारगंज व जनपद के अलग-अलग थानों के थानाध्यक्ष व प्रभारी निरीक्षकों मय फोर्स तथा एसओजी की मौके पर पहुंची। घटना की जानकारी जुटाते व सीसीटीवी फूटेज के आधार पर बाइक सवारों की पहचान के प्रयास करते हुए उनको दबोचने के लिए पुलिस की 11 टीमे गठित की गयी।
डीजीपी ने बताया कि हत्या के सम्बंध में जसवीर सिंह निवासी चारूबेटा थाना खटीमा की ओर से मुकदमा दर्ज कराया गया। हत्या की विवेचना बहादुर सिंह चौहान, क्षेत्राधिकारी सितारगंज सौपी गयी। पुलिस को जांच के दौरान हत्याकांड में शामिल अन्य लोगों के भी शामिल होने के पुख्ता प्रमाण हाथ लगे। जिसके आधार पर पुलिस टीम ने 03 अप्रैल 2024 को 02 आरोपियों दिलबाग सिंह पुत्र लक्ष्मण सिंह निवासी कबीरपुर थाना निगोही जनपद शाहजहाँपुर व अमनदीप उर्फ काला पुत्र कुलदीप सिंह निवासी बरा जगत थाना अमरिया जिला पीलीभीत, 04 अप्रैल 2024 को 02 ओर आरोपियों बलकार सिह पुत्र दर्शनदा सिह निवासी बाधेनकंजा थाना करेली जिला पीलीभीत व हरविन्दर सिह पुत्र मलकीत सिह निवासी रणधीरपुर चकुलिया मझरा सतनुवा थाना तिलहर जिला शाहजहांपुर, 06 अप्रैल 2024 को 02 आरोपी जसपाल सिंह भट्टी उर्फ मिन्टू पुत्र सतनाम सिंह निवासी ग्राम सिहौर थाना बिलासपुर जिला रामपुर हाल निवासी केशोवाला मोड कोतवाली बाजपुर जिला ऊधमसिंहनगर व आरोपी प्रगट सिंह पुत्र सोबरन सिंह निवासी तुलापुरा थाना बिलसण्डा जिला पीलीभीत और 07 अप्रैल 2024 को 01 ओर सुखदेव सिंह गिल उर्फ सोनू पुत्र सतपाल सिंह निवासी बन्नाखेड़ा थाना बाजपुर जिला ऊधमसिंहनगर को गिरफ्तार किया गया। पुलिस ने घटना के सम्बंध में वारदात में इस्तेमाल दो कारें, डीवीआर, मोबाईल फोन आदि बरामद किये गये। गिरफ्तार किये गये आरोपियो के खिलाफ कई मुकदमें दर्ज है।
उन्होंने बताया कि हत्या के मुख्यारोपी शूटर अमरजीत सिंह उर्फ बिट्टू उर्फ गंडा और सरबजीत सिंह फरार हो गये। जिनके खिलाफ पुलिस ने न्यायालय से वारंट प्राप्त कर उन पर 01 लाख रूपये का ईनाम घोषित किया गया। जिनमें अमरजीत सिंह बिट्टू उर्फ गंडा को पुलिस ने मुठभेड़ में मार गिराया है। लेकिन अभी भी हत्याकाण्ड में शामिल तीन आरोपी अभी भी फरार है। जिनमें फरार एक लाख के इनामी सरबजीत सिंह पुत्र स्वरूप सिंह निवासी मियाविंड थाना वैरोवाल जिला तरनतारण पंजाब (शूटर), सुल्तान सिंह पुत्र इन्दर सिंह निवासी गदाफार्म थाना बिलासपुर जिला रामपुर और सतनाम सिंह पुत्र जगीर सिंह निवासी कुईया महोलिया थाना बंडा जिला शाहजहाँपुर शामिल है। जिनको दबोचने के लिए पुलिस की टीमें पंजाब, उत्तर प्रदेश, दिल्ली के लिए रवाना की गयी है। जिनको दबोचने के लिए पुलिस टीमे उनके सम्भावित ठिकानों पर छापेमारी में जुटी है।
प्रेसवार्ता के दौरान अपर पुलिस महानिदेशक, अपराध एवं कानून व्यवस्था एपी अंशुमान, पुलिस महानिरीक्षक नीलेश आनन्द भरणे, पुलिस महानिरीक्षक गढ़वाल परिक्षेत्र करण सिंह नगन्याल, और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक एसटीएफ आयुष अग्रवाल मौजूद रहे।