
*मनोचिकित्सक व काउंसलंरों ने योग, व्यायाम, खेलकूद दिनचर्या में शामिल करने की दी सलाह
*जिला विधिक सेवा प्राधिकरण सचिव ने नशे के दुष्परिणामों के सम्बंध में दी जानकारी
*एसएसपी ने नशे की गिरफ्त में आये युवाओं को दिलाई नशा मुक्ति की शपथ
*स्वास्थ्य विभाग ने नेत्र जांच शिविर लगाया, युवाओं को वितरित किये निःशुल्क चश्मे
मुकेश वर्मा
हरिद्वार। एसएसपी हरिद्वार प्रमेन्द्र सिंह डोबाल की पहल पर नशे की गिरफ्त में आये युवाओं को मुख्य धारा से जोड़ने के लिए पुलिस लाइन में एक काउंसलिंग कैम्प लगाया गया। काउंसलिंग कैम्प का मुख्य उद्देश्य नशे की गिरफ्त में आये युवाओं को नशे की लत से मुक्ति दिलाना और उन्हें जीवन की मुख्य धारा से जोड़ना है।

इस दौरान जिला विधिक सेवा प्राधिकरण सचिव सिमरनजीत कौर द्वारा युवाओं को नशे के दुष्परिणाम के बारे में जागरूक करते हुए शारीरिक व मानसिक समस्याओं, परिवार व समाज और करियर पर पड़ने वाले प्रभाव आदि के सम्बंध में जानकारी दी गई। इस दौरान नशे की गिरफ्त में आये युवाओं को अनुभवी काउंसलरों व डॉक्टर्स की टीम द्वारा नशे से दूर रहने व खेलकूद, व्यायाम व योग को अपनी दिनचर्या में शामिल करने की सलाह दी गयी। टीसीआई फाउंडेशन व प्रजापति ब्रह्माकुमारी की टीम द्वारा नुक्कड़ नाटक के माध्यम से भी नशे के दुष्परिणामों के प्रति युवाओं को जागरूक किया गया।
इस दौरान एसएसपी प्रमेन्द्र सिंह डोबाल ने युवाओं को नशा मुक्ति की शपथ दिलाई गई। कार्यक्रम में मौजूद मनोवैज्ञानिक टीम द्वारा एसएसपी की इस पहल को युवाओं के भविष्य को सुरक्षित करने व उन्हें नशे की लत से मुक्ति दिलाने में एक महत्वपूर्ण कदम बताया। स्वास्थ्य विभाग द्वारा कार्यशाला में निःशुल्क नेत्र जाँच शिविर भी लगाया गया, जिनके द्वारा निःशुल्क चश्मे वितरण किए गए।
इस अवसर पर एसएसपी प्रमेन्द्र सिंह डोबाल, एसपी क्राइम एवं ट्रैफिक जितेंद्र मेहरा, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण सचिव सिमरनजीत कौर, वरिष्ठ मनोचिकित्सक डॉ. राजीव रंजन, हेमंत खड़कवाल, टीसीआई फाउंडेशन व प्रजापति ब्रह्माकुमारी की टीम व अन्य पुलिस अधिकारी व कर्मचारी मौजूद रहे।