■हनी ट्रैप में फंसे युवक ने साजिश रच परिजनों से मांगी थी 10 लाख की फिरौती
■पुलिस ने औपचारिकता पूर्ण कर युवक को परिजनों को सौपा
मुकेश वर्मा
हरिद्वार। पथरी पुलिस ने युवक के अपहरण की गुत्थी को सुलझाते हुए अपहरण हुए युवक को गाजियाबाद रेलवे स्टेशन से सकुशल बरामद कर लिया। युवक ने पूछताछ के दौरान ने चौकाने वाला खुलासा किया कि वह हनी ट्रैप का शिकार हुआ था। जिसने युवती को पैसे देने के लिए खुद ही अपने झूठे अपहरण का नाटक कर परिजनों से 10 लाख की डिमांड की थी। युवक के सकुशल बरमाद होने पर परिजनों ने पुलिस की कार्यवाही की प्रशंसा करते हुए उसका आभार जताया है। पुलिस ने अपनी औपचारिकता पूर्ण करते हुए युवक को परिजनों के सुपूर्द कर दिया।
एसएसपी हरिद्वार प्रमेन्द्र डोबाल ने बताया कि इंतजार पुत्र शकूर निवासी बहादरपुर जट पथरी हरिद्वार ने 01 मार्च 24 को थाना पथरी मंे तहरीर देकर शिकायत की थी। शिकायत में कहा था कि उसका भतीजा सहबान पुत्र नूर हसन निवासी बहादरपुर जट थाना पथरी जनपद हरिद्वार 29 फरवरी 24 से लापता है। पुलिस ने लापता युवक के सम्बंध में गुमशुदगी दर्ज कर तलाश शुरू कर दी। इसी दौरान 01 मार्च की रात को गुमशुदा युवक के भाई के मोबाइल पर मैसेज आया। जिसमें चार युवकों द्वारा उसके भाई को छोड़ने के एवज में 10 लाख की डिमांड की गयी थी। परिजनों द्वारा मिले मैसेज की जानकारी पथरी पुलिस को दी गयी। मामला गुमशुदगी का ना होकर अपहरण का सामने आने पर पुलिस ने मामले से आलाधिकारियों को अवगत कराया।
उन्होंने बताया कि उनके द्वारा मामले की गम्भीरता को देखते हुए एसपी देहात स्वप्न किशोर सिंह समेत सीओ लक्सर निहारिका सेमवाल को अपहरण हुए युवक को शीघ्र बरामद करते हुए मामले का पटाक्षेप करने के निर्देश दिये थे। अपहरण हुए युवक की तलाश के लिए पुलिस टीम गठित की गयी। पुलिस टीम ने युवक के भाई को जिस मोबाइल नम्बर से फिरौती भरा मैसेज मिला था। उस मोबाइल नम्बर को सर्विलांस पर लगाते हुए उसकी लोकेशन को खंगालाते हुए उसकी डिटेल निकाली गयी तो पुलिस टीम को अहम सुराग हाथ लगे। लेकिन मोबाइल बार-बार स्वीच ऑफ होने से पुलिस टीम को मैसेजर तक पहुंचने में दिक्कत का सामना करना पड़ा। लेकिन पुलिस टीम मोबाइल के लोकेशन पर अपनी पैनी नजर बनाये रही। इसी दौरान मोबाइल की लोकेशन पुलिस टीम को गाजियाबाद रेलवे स्टेशन के आसपास मिलते ही पुलिस टीम तत्काल गाजियाबाद की ओर रवाना हो गयी। लेकिन फिरौती मांगने वाले मोबाइल नम्बर की लोकेशन बदलने लगी, लेकिन पुलिस टीम लगातार बदलती लोेकेशन पर अपनी नजरे गढाये रही।
कप्तान ने बताया कि इसी दौरान मोबाइल नम्बर की लोकेशन गाजियाबाद रेलवे स्टेशन के पास मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और अपहरण हुए युवक को वहां से सकुशल बरामद कर लिया। पुलिस टीम ने जिस मोबाइल से फिरौती भरा मैसेज भेजा गया था अपहरण हुए युवक सहबान से बरामद कर लिया। पूछताछ के दौरान युवक ने खुलासा किया कि वह हनी ट्रैप का शिकार हुआ था और युवती को पैसे देने के लिए खुद ही झूठा अपने अपहरण का नाटक रचकर परिजनों से 10 लाख की डिमांड की थी। मोबाइल से मैसेज भेजने के लिए वाइफाई का इस्तेमाल कर रहा था। युवक के सकुशल बरामद होने पर परिजनों ने पुलिस टीम की प्रशंसा करते हुए उसका आभार वक्त किया है। पुलिस ने अपनी औपचारिकता पूर्ण कर युवक को परिजनों के सुपूर्द कर दिया।
पुलिस टीम में पथरी एसओ रवींद्र कुमार, अउनि नंद किशोर, कांस्टेबल मुकेश चौहान और कांस्टेबल दीपक चौधरी शामिल रहे।