■कोतवाली ज्वालापुर पुलिस और सीआईयू की संयुक्त टीम ने राजस्थान से दबोचे
■आरोपियों ने ठगी में शामिल बैंक अधिकारियों व कर्मियों के नामों का भी किया खुलासा
■ठगी में प्रकाश में आये नामों की भी जांच की जा रही, संलिप्ता मिलने पर होगी गिरफ्तारी
मुकेश वर्मा
हरिद्वार। उत्तराखण्ड के केबिनेट मंत्री के आश्रम से मिलती जुलती वेबसाइट बनाकर आश्रम के लोगों से झूठ बोलकर ऑनलाइन लाखों की ठगी करने वाले दो ठगों को पुलिस और सीआईयू की संयुक्त टीम ने राजस्थान से गिरफ्तार किया है। जिनके पास से पुलिस टीम ने चार मोबाइल फोन बरामद किये है। पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ के खिलाफ सम्बंधित धाराओं में मामला दर्ज कर लिया। जिनको मेडिकल के बाद न्यायालय में पेश कर जेल भेज दिया। इस घटना क्रम की जानकारी एसएसपी प्रमेन्द्र डोबाल ने मीडियां से सांझा की है।
उन्होंने बताया कि पंकज कुमार पुत्र सीता प्रसाद निवासी प्रबंधक प्रेम नगर आश्रम कोतवाली ज्वालापुर जनपद हरिद्वार ने 19 जून 24 को कोतवाली में तहरीर देकर शिकायत की थी। शिकायत में कहा गया था कि अज्ञात व्यक्तियों द्वारा प्रेम नगर आश्रम के नाम से मिलती जुलती फर्जी वेबसाइट बनाकर आश्रम के व्यक्तियों से झूठ बोलकर ऑनलाइन पेमेंट के माध्यम से लाखों रुपए की ठगी की गयी है। पुलिस ने तहरीर के आधार पर अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज करते हुए घटना से आलाधिकारियों को अवगत कराया गया। उनके द्वारा मामले का खुलासा करते हुए शीघ्र आरोपियों की गिरफ्तारी के निर्देश दिये गये थे। ठगों को दबोचने के लिए पुलिस टीम के साथ सीआईयू को शामिल किया गया था।
एसएसपी ने बताया कि संयुक्त टीम ने साइबर अपराध कार्यालय से सम्बंधित खातों का विवरण लेते ही सीडीआर निकाली गयी। जिसमें आरोपियों की लोकेशन राजस्थान में मिलते ही पुलिस की संयुक्त टीम तत्काल राजस्थान रवाना की गयी। सयुंक्त टीम ने आरोपियों की लोकेशन मिलते ही थाना खोह जिला डिंग राजस्थान में छापामार कर दो आरोपियों को दबोच लिया। पूछताछ के दौरान आरोपियों ने अपना नाम दीपक प्रजापति पुत्र सीताराम निवासी मोहल्ला कनोई बिल्डिंग के पीछे थाना सुजानगढ़ जिला चुरु राजस्थान और साकिर खान पुत्र धुपला निवासी धर्मशाला थाना कैथवाड़ा जिला डींग राजस्थान हाल मोहल्ला ठाटर कॉलोनी थाना आमेर जयपुर राजस्थान बताया है। आरोपियों ने पूछताछ के दौरान अपने अन्य साथियों बैंक अधिकारियों व कर्मचारियों के नामों का भी खुलासा किया है। पुलिस बताये गये नामों की भी साइबर धोखाधड़ी के संबंध में उनकी भूमिका की विस्तृत जाँच की जाएगी। यदि बताये गये नामों की ठगी मामले में संलिप्ता पाई जाती हैं तो उनके खिलाफ भी कार्यवाही करते हुए गिरफ्तारी की जाएगी।
राजस्थान से ठगों को दबोच कर लाने वाली पुलिस टीम में उपनिरीक्षक नरेश गंगवार, हेण्ड कांस्टेबल योगेश (साइबर सेल), हेण्ड कांस्टेबल शाक्ति सिंह (साइबर सेल), कांस्टेबल रोहित और कांस्टेबल योगेश (सीआईयू) शामिल रहे।