■शीशे के गेट पर जोरदार हाथ मारा, जख्मी होने पर ब्लड बैक में मचा हड़कम्प
■उपचार के लिए जिला अस्पताल ले जाया गया, सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची
■चिकित्साधिकारियों ने अनन-फनन में देर रात भाई को बुलाकर कराया ब्लड उपलब्ध
■तीमारदार अपनी मां के लिए बहादराबाद हॉस्पिटल से लेने पहुंचा था ब्लड
मुकेश वर्मा
हरिद्वार। जिला स्वास्थ्य विभाग हरिद्वार के अति सवेंदनशील यूनिट ब्लड बैंक में तैनात एलटी अपनी ड्यूटी व जिम्मेदारी के प्रति कितने गम्भीर व सवेंदनशील है। जिसका पता बीती रात उस वक्त देखने को मिला। जब एक तीमारदार अपनी मां के लिए ब्लड लेने पहुंचा तो तैनात एलटी ने न उसको परेशान करते हुए उसके साथ अभद्रता की, बल्कि उसको इस कदर परेशान किया कि उससे एलटी से परेशान होकर गुस्से में शीशे के गेट पर जोर से हाथ मार कर अपने को लहुलोहन कर लिया। शीशा टूटने के साथ-साथ तीमारदार भी गम्भीर घायल हो गया।
घटना से ब्लड बैक में हड़कम्प मच गया। अनन फनन में घायल को उपचार के लिए जिला अस्पताल ले जाया गया और सूचना पुलिस को दी गयी। चिकित्साधिकारियों ने मामले की गम्भीरता को देखते हुए तीमारदार के भाई को देर रात फोन कर ब्लड बैक बुलाकर तत्काल खून उपलब्ध कराया गया। घटना के सम्बंध में ब्लड बैक प्रभारी चिकित्साधिकारी ने पीएमएस को लिखित में अवगत कराया गया। जिनके द्वारा पुलिस को मामले से अवगत कराया गया है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार बुधवार की सुबह एक युवक बहादराबाद स्थित निजी हॉस्पिटल में भर्ती अपनी मां के लिए तीन यूनिट औ पॉजिटिव ब्लड का सैम्पल व सिलिप लेकर जिला अस्पताल हरिद्वार के ब्लड लेने के लिए ब्लड बैक पहुंचा। बताया जा रहा हैं कि उस वक्त ब्लड बैक में तैनात एलटी ने मरीज के तीमारदार को तीन यूनिट ब्लड न देकर एक यूनिट देकर बोला कि फिलहाल एक यूनिट ले जाओ। जब एक यूनिट चढ जायेगी तो दूसरी यूनिट उपलब्ध करा दी जाएगी। तीमारदार जब देर शाम को अपनी मां के लिए दूसरी यूनिट ब्लड लेने पहुंचा।
बताया जा रहा हैं कि जब तीमारदार ब्लड बैक पहुंचा तो रात 08 बजे से जिस एलटी की ड्यूटी थी वह अपनी ड्यूटी पर नहीें पहुंचा था। आरोप हैं कि करीब एक घंटे इंतजार करने के बाद जब एलटी अपने ड्यूटी के निर्धारित समय से करीब आधा घंटा देरी से पहुंचा तो तीमारदार ने एलटी से पर्चा दिखाकर दूसरी यूनिट ब्लड मांगा गया।
आरोप हैं कि एक तो तीमारदार को घंटा भर इंतजार करने के बाद अपनी ड्यूटी पर देर से पहुंचे एलटी ने ब्लड सैम्पल मांगने को लेकर तीमारदार को परेशान करना शुरू कर दिया। जब तीमारदार द्वारा ब्लड सैम्पल सुबह ब्लड बैक मंे देने और एक यूनिट लेकर जाने और सुबह तैनात एलटी द्वारा उनको दो यूनिट बाद मंे देने की बात की जानकारी दी गयी। आरोप हैं कि एलटी ने तीमारदार को ब्लड यूनिट देने की बजाय परेशान करते हुए दोबारा बहादराबाद स्थित हॉस्पिटल से ब्लड सैम्पल लाने की बात कहते हुए यूनिट देने में आनाकानी शुरू कर दी।
बताया जा रहा हैं कि तीमारदार ने काफी मन्नत की गयी, लेकिन एलटी के व्यवहार व असहयोग तथा अभद्रता के चलते मानसिक रूप से परेशान होकर तीमारदार ने खिन्न होकर शीशे के दरवाजे में जोरदार हाथ मार कर खुदकर जख्मी कर लिया। जिससे ब्लड बैक में हड़कम्प मच गया। घायल को अनन-फनन मंे उपचार के लिए जिला अस्पताल ले जाया गया। जिसकी जानकारी ब्लड बैक चिकित्साधिकारी समेत पुलिस को दी गयी। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर घटना की जानकारी ली।
बताया जा रहा हैं कि पुलिस ने भी घटना में ब्लड बैक के एलटी की गलती को स्वीकार किया। घटनाक्रम रात को इतनी तेजी से बदला कि चिकित्साधिकारियों को सक्रिय होकर घायल के भाई को फोन कर रात करीब 11 बजे ब्लड बैक बुलाकर एक यूनिट ब्लड देकर अपने एलटी की गलती को सुधारने की प्रयास किया गया। बताया जा रहा हैं कि यदि ब्लड की वजह से तीमारदार के मां को अगर कुछ हो जाता तो सीधे-सीधे एलटी समेत चिकित्साधिकारियों के गले की फास बन जाती। ब्लड बैक प्रभारी चिकित्साधिकारी की ओर से जिला अस्पताल हरिद्वार पीएमएस को घटना के सम्बंध में पत्र लिखकर अवगत कराया है। जिसके आधार पर पीएमएस डॉ. सीपी त्रिपाठी ने पत्र के जरिये पुलिस को घटना से अवगत कराया गया है।
ब्लड बैक प्रभारी चिकित्साधिकारी डॉ. रविन्द्र चौहान ने बताया कि घटना की जानकारी मिलते ही उनके द्वारा पूरे घटनाक्रम से लिखित में पीएमएस को अवगत कराया गया है। घटना को लेकर तैनात एलटी को भी पत्र जारी कर घटना के सम्बंध में स्पष्टीकरण मांगा जा रहा है। इतना ही ब्लड बैक में तैनात एलटी समेत समस्त स्टॉफ को समय से ड्यूटी में पहुंचने के लिए कड़े निर्देश दिये जा रहे है। साथ ही चेताया जा रहा हैं कि भविष्य में अगर ऐसी कोई घटना संज्ञान में आती हैं तो सम्बंधित के खिलाफ विभागीय कार्यवाही के लिए लिखा जाएगा। लेकिन ड्यूटी व सेवाओं में किसी भी कीमत पर लापरवाही को बर्दाश नहीं किया जाएगा।