■हाथी के दांतों का सौदा करने जाते वक्त तस्करों को संयुक्त टीम ने तभी दबोचा
■एसटीएफ, केन्द्रीय वन प्रभाग रूद्रपुर और श्यामपुर पुलिस टीम ने की कार्यवाही
■दबोचे गये तस्करों में एक हत्या और दूसरा फॉरेस्ट एक्ट मामले में जा चुके जेल
मुकेश वर्मा
हरिद्वार। उत्तराखण्ड एसटीएफ, तराई केन्द्रीय वन प्रभाग रूद्रपुर और श्यामपुर पुलिस की सयुंक्त टीम ने सूचना पर वन्य जीव अंगों के अंतरराज्यीय तीन तस्करों को गिरफ्तार करते हुए उनके पास से दो हाथी के दांत बरामद किये है। दबोचे गये तस्करों में एक तस्कर बिजनौर से हत्या मामले और दूसरा श्यामपुर थाने से फॉरेस्ट एक्ट मामले में जेल जा चुका हैं। पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ सम्बंधित धाराओं में मामला दर्ज कर लिया। जिनको मेडिकल के बाद न्यायालय में पेश कर जेल भेज दिया। इस मामले की जानकारी एसएसपी एसटीएफ आयुष अग्रवाल ने आज श्यामपुर थाना परिसर में मीडिया से साझा की है।
उन्होंने बताया कि एसटीएम को सूचना मिली थी कि जनपद हरिद्वार के श्यामपुर थाना क्षेत्र में दो वन्य जीव अंग तस्कर हाथी दांत बेचने का प्रयास कर रहे है। इस जानकारी पर एसटीएफ सीओ आरबी चमोला के नेतृत्व में एसटीएम, तराई केन्द्रीय वन प्रभाग रुद्रपुर और थाना श्यामपुर पुलिस की संयुक्त टीम ने सूचना के आधार पर बीती शाम को श्यामपुर थाना क्षेत्र से अंतरराज्यीय दो वन्य जीव अंग तस्करों को दबोच लिया। जिसके पास से संयुक्त टीम ने सात किलो का एक हाथी दांत बरामद हुआ।
एसएसपी एसटीएफ ने बताया कि पूछताछ के दौरान तस्करों ने अपना नाम गौतम सिंह पुत्र सुखदेव सिंह और चन्दन सिंह पुत्र रामकुवर निवासीगण ग्राम आमगारपुर, थाना मण्डावली, जनपद बिजनौर यूपी बताते हुए अहम जानकारी टीम से सांझा की। टीम से साझा की गई जानकारी के आधार पर संयुक्त टीम ने दबोचे गये तस्करों की निशानदेही से देर रात को श्यामपुर थाना क्षेत्र से एक ओर वन्य जीव अंग तस्कर को गिरफ्तार कर लिया। जिसके पास से टीम ने सात किलो का एक ओर हाथी का दंात बरामद किया। पूछताछ के दौरान तीसरे तस्कर ने अपना नाम जितेन्द्र सैनी पुत्र ऋषिपाल निवासी नौरंगाबाद थाना श्यामपुर जिला हरिद्वार बताया है।
एसएसपी एसटीएफ ने बताया कि दबोचे गये वन्य जीव तस्कर लम्बे समय से हरिद्वार क्षेत्र से वन्यजीव अंगो की तस्करी करने का इनपुट एसटीएफ को मिले थे। जिसपर एसटीएफ की एक टीम को गोपनीय रुप से वन्य जीव अंग तस्करों पर पैनी नजर रखते हुए अहम सुराग मिलने की प्रतिक्षा कर रही थी। एसटीएम टीम को बीते दिन अंतरराज्यीय वन्य जीव अंग तस्करों द्वारा हाथी के दांतों के सौदा करने की अहम जानकारी मिली। जिसपर एसटीएफ की टीम ने तराई केन्द्रीय वन प्रभाग रूद्रपुर और श्यामपुर पुलिस के साथ मिलकर कार्यवाही करते हुए अंतरराज्यीय तीन वन्य जीव अंग तस्करों की गिरफ्तारी की गयी है।
उन्होंने बताया कि दबोचे गये वन्य जीव अंग तस्कर गौतम सिंह वर्ष 2017 थाना मण्डावली जिला बिजनौर से हत्या तथा जितेन्द्र सैनी वर्ष 2017 में थाना श्यामपुर से फॉरेस्ट एक्ट के मुकदमे में जेल जा चुका है। तस्करों से जानकारी जुटाई जा रही हैं कि तस्करों ने हाथी का शिकार किस जंगल में और कब किया था। हाथी जिसे वन्यजीव जन्तु संरक्षण अधिनियम की पहली अनुसूची में रखा गया है। इसका शिकार करना एक गम्भीर अपराध है, तस्करों के खिलाफ थाना श्यामपुर में वन्यजीव अधिनियम (वाइल्ड लाइफ एक्ट) के तहत मुकदमा दर्ज कराया गया है।
अंतरराज्यीय वन्य जीव अंग तस्करों को दबोचने वाली टीम में उत्तराखण्ड एसटीएफ टीम में निरीक्षक एमपी सिंह, निरीक्षक अबुल कलाम, उपनिरीक्षक केजी मठपाल, उपनिरीक्षक बृजभूषण गुरुरानी, उपनिरीक्षक यादवेन्द्र बाजवा, उपनिरीक्षक विद्यादत्त जोशी, मुख्य आरक्षी महेंद्र गिरी, मुख्य आरक्षी किशोर कुमार, मुख्य आरक्षी जगपाल सिंह, मुख्य आरक्षी दुर्गा सिंह, मुख्य आरक्षी रियाज अख्तर, तराई केन्द्रीय वन प्रभाग रुद्रपुर टीम में वनक्षेत्राधिकारी रुपनारायण गौतम, डिप्टी रेंजर दीवान सिंह रौतेला, वन दरोगा पान सिंह मेहता, वन दरोगा सुरेन्द्र सिंह, वन आरक्षी अजय कुमार, वन आरक्षी नीरज सिंह और श्यामपुर थाना टीम में थानाध्यक्ष नितेश शर्मा, उपनिरीक्षक मनोज रावत, आरक्षी कृष्णा भारद्वाज, आरक्षी चालक मोहन रावत, वनक्षेत्राधिकारी हरिद्वार वन प्रभाग नेत्रसिंह, वन दरोगा धर्मपाल सिंह रावत, वन आरक्षी प्रदीप शामिल रहे।