ज़िला हरिद्वार में आयोजित एकदिवसीय सत्संग में ज्ञान की बही गंगा
लीना बनौधा
हरिद्वार। धर्मनगरी हरिद्वार के विंध्यवासिनी बैंकेट हाॅल, सुभाष नगर में आज सत्संग के माध्यम से अध्यात्म की गंगा बही। विश्वविख्यात एकमात्र तत्वदर्शी संत सतगुरु रामपाल जी महाराज के सानिध्य में एकदिवसीय सत्संग का आयोजित किया गया। हजारों की संख्या में भगतजन व श्रद्धालुओं ने सत्संग का आनंद लिया। संत्सग में वेद शास्त्रों से प्रमाणित ज्ञान को श्रवण कर अनंत शांति की अनुभूति की।
सत्संग मोक्ष की धारा
कोई समझे राम का प्यारा
सत्संग का अर्थ है सत्य के संग। सत्संग के माध्यम से संत सतगुरु रामपाल जी महाराज ने हमारे शास्त्रों के गूढ़ रहस्यों को उजागर कर मोक्ष प्राप्ति का सरल मार्ग बताया। प्रोजेक्टर के माध्यम से आयोजित सत्संग में संत जी ने बताया कि हमारी आत्मा अजर अमर है और सदैव परमात्मा की खोज में रहती है। मनुष्य को सत्संग में अवश्य जाना चाहिए क्योंकि सत्संग ही आत्मा की खुराक है। सत्संग से आत्मा को शांति प्राप्त होती है व मानव जीवन का परम उद्देश्य मोक्ष मार्ग भी प्रशस्त होता है। संत जी ने यह भी बताया की गुरु बनाना परम आवश्यक है लेकिन सतगुरु वही है जो हमारे वेद शास्त्रों से प्रमाणित ज्ञान व भक्ति विधि हमें देकर हमारे मानव जीवन का कल्याण करें।