
*घोटले को सुर्खियों में लाकर आमजन तक पहुंचने में मीडिया ने निभाई अहम भूमिका
*तत्कालीन नगर आयुक्त वरूण चौधरी ने आरोपों को किया था सिरे से खारिज
*सीएम धामी ने मामला प्रकाश में आने पर वरिष्ठ आईएएस को सौपी थी जांच
*घोटले जांच के बाद डीएम हरिद्वार, तत्कालीन नगर आयुक्त और एसडीएम निलंबित
मुकेश वर्मा
हरिद्वार। नगर निगम हरिद्वार में बहुचर्चित करोड़ों के भूमि घोटले मामले में जांच के बाद डीएम हरिद्वार कर्मेद्र सिंह, तत्कालीन नगर आयुक्त वरूण चौधरी और मौजूदा वक्त में भगवानपुर एसडीएम अजय वीर सिंह को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया। प्रदेश में दो आईएएस समेत तीन अधिकारियों को निलंबित की कार्यवाही से नौकरशाही में हड़कम्प मच गया है।
बताते चले कि कुछ समय पूर्व गांव सराय में नगर निगम के कूड़ा निस्तारण केंद्र के विस्तारीकरण के लिए खरीदी गई 33 बीघा भूमि में घोटाले प्रकाश में आया था। बताया जा रहा हैं कि कृषि भूमि को व्यवसायिक भूमि के तौर पर करीब 54 करोड रुपए से खरीदी गई थी, जबकि कृषि भूमि के लिहाज से उक्त भूमि का सर्किल रेट कम था। भूमि घोटले को लेकर कुछ मीडिया कर्मियों ने प्रकरण को खूब उछाला, जिससे नाराज तत्कालीन नगर आयुक्त वरूण चौधरी ने आरोपों को सिरे से खरिज करते हुए प्रकरण को सुर्खियों में लाकर आमजन तक पहुंचने वाले मीडिया कर्मियों को नोटिस जारी करने की बात कही गयी थी। लेकिन घोटले को उजागर करने वाले मीडिया कर्मियों कहना हैं उनको नोटिस आज तक नहीं मिला है।
भूमि घोटाले के उजागर होने के बाद मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आईएएस रणवीर सिंह की अगुवाई में जांच कमेटी गठित की गई थी। आईएएस रणवीर सिंह ने हरिद्वार पहुंचकर जांच शुरू करते हुए उक्त भूमि स्थल का निरीक्षण करते हुए कई लोगों के बयान भी लिए गये थे। जांच के दौरान नगर निगम के कुछ लोगों की भूमिका भी संदिग्ध पायी गयी थी। जिनपर कार्यवाही भी की गयी थी, लेकिन विपक्षी दलों समेत अन्य समाजिक सगंठन भूमि घोटले में शामिल तत्कालीन नगर आयुक्त वरूण चौधरी समेत अन्य अधिकारियों के खिलाफ कार्यवाही को लेकर सीएम धामी सरकार पर निशाना साधे हुए थे। लेकिन सीएम धामी सरकार ने उक्त भूमि घोटले की जांच के बाद रिपोर्ट मिलने पर भूमि घोटले में संलिप्त पाये गये तीन अधिकारियों पर निलंबन की कार्यवाही की गयी।
बताया जा रहा हैं कि भूमि घोटल के जांच अधिकारी आईएएस रणवीर सिंह चौहान द्वारा कुछ दिन पूर्व ही अपनी जांच रिपोर्ट शहरी विकास सचिव नितेश झा को सौंपी गई थी। जिसके बाद आज डीएम हरिद्वार कर्मेंद्र सिंह, तत्कालीन नगर आयुक्त वरुण चौधरी और मौजूदा वक्त में भगवानपुर में एसडीएम पद पर तैनात अजय वीर सिंह पर कार्यवाही करते हुए उनको तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है।