*डकैती के खुलासे के लिए पुलिस प्रशासन पर दबाब लगातार बढता जा रहा
*व्यापारी व राजनीतिक दल जल्द खुलासे के लिए कर रहे धरना प्रदर्शन
*शोरूम में पड़ी डकैती में बिहार के सुबोध गैंग का नाम भी सामने आ रहा
मुकेश वर्मा
हरिद्वार। श्री बाला जी ज्वैलर्स शोरूम में पड़ी डकैती के एक सप्ताह बीत जाने के बाद पुलिस के हाथ खाली है। पुलिस भले की लूटेरों के अहम सुराग हाथ लगने के दावे कर रही हैं, मगर सच तो यही लग रहा हैं कि पुलिस के पास लूटेरों के फोटो के अलावा ओर कोई सुराग हाथ लगता नजर नहीं आ रहा है। लूटेरों के जिस आश्रम में ठहरने की बात कही जा रही हैं, उस आश्रम के प्रबंधक द्वारा ठहरे लूटेरों से कोई आईडी तक नहीं ली गयी थी। जिसकारण लूटेरों के सम्बंध में कोई खास जानकारी हाथ लगती नजर नहीं आ रही है।
जबकि लूटेरों को पकड़ने के लिए उत्तराखण्ड की एसटीएफ टीम समेत पुलिस की कई टीमें कई राज्यों की खाक छान रहीं है। पूर्व में इस तरह डकैती डालने वाले गैंग एसटीएफ और पुलिस टीम की रडार पर हैं और उनकी कुंडली खंगाली जा रही है। वहीं व्यापारी व राजनीतिक दलों का डकैती के खुलासे और रिकवरी के लिए लगातार पुलिस प्रशासन पर दबाब बना हुआ है। व्यापारी व राजनीतिक दलों के खुलासे को लेकर धरना प्रदर्शन किये जा रहे है।
श्री बाला जी ज्वैलर्स शोरूम डकैती में बिहार के सुबोध गैंग का हाथ होने की बात भी कही जा रही है। जिसका गैंग दिनदहाड़े डकैती डालने में माहिर बताया जाता है। बताया जा रहा हैं कि अभी तक सुबोध गैंग देश के सात राज्यों के शोरूमों से कई किलो सोना लूट को अंजाम दे चुका है।
बताते चले कि 01 सितम्बर 24 की दोपहर करीब आधा दर्जन हथियारबंद बदमाशों ने चन्द्राचार्य चौक के समीप व्यस्तम इलाके में स्थित श्री बाला जी ज्वैलर्स शोरूम में 05 करोड़ की डकैती डाल कर सनसनी फैला दी थी। बताया जा रहा हैं कि डकैतों ने ज्वैलर्स शोरूम में मिर्च स्प्रे और तमंचे की नोक पर मौजूद स्टॉफ को बंधक बनाकर दुसाहसिक ढंग से डकैती की वारदात को अंजाम देकर शोरूम के बाहर खड़ी बाइक और स्कूटी पर सवार होकर बच निकलकर फरार होने में कामयाब रहे। घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस के तमाम आलाधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर घटना की जानकारी जुटाते हुए डकैती को दबोचने के लिए जनपद की सीमाएं सील कर संघन चैकिंग अभियान चलाया गया था। लेकिन तमाम कौशिशों के बाद भी पुलिस को कोई सफलता नहीं मिली।
आरोप हैं कि घटना के बाद पुलिस को सूचना देने के लिए व्यापारियों द्वारा फोन किये गये, लेकिन फोन पर कोई रिस्पोंस नहीं मिला। इसी बात की शिकायत को लेकर घटना स्थल पर ही एसएसपी को व्यापारियों व राजनीतिक दलों के नेताओं के गुस्सें का भी सामना करना पड़ा था। हरिद्वार में श्री बालाजी ज्वैलर्स शोरूम में पड़ी दिनदहाड़े डकैती की गूंज देहरादून में भी सुनाई दी। घटना को लेकर मुख्यमंत्री ने खुद डीजीपी से घटना की जानकारी लेते हुए डकैतों को गिरफ्तार करने के लिए की जा रही कार्यवाही की जानकारी जुटाते हुए शीघ्र घटना के खुलासे के निर्देश दिये। डीजीपी व आईजी ने भी हरिद्वार पहुंचकर श्री बाला जी ज्वैलर्स शोरूम पहुंचकर पीडित व्यापारी से घटना की जानकारी लेते हुए जल्द खुलासे व रिकवरी का भरोसा दिलाया था।
घटना को लेकर व्यापारी समेत राजनीति दलों द्वारा पुलिस प्रशासन की कार्यशैली को लेकर धरना प्रदर्शन भी किये जा रहे हैं। व्यापारी व राजनीतिक दलों के दबाब के चलते पुलिस प्रशासन काफी मानसिक दबाब में है। पुलिस प्रशासन भी जल्द से जल्द डकैती का खुलासा कर देना चाहता हैं, लेकिन डकैतों का कोई ठोस जानकारी ना मिल पाने के चलते पुलिस भी परेशान है। पुलिस प्रशासन द्वारा जल्द खुलासा करते हुए डकैतों की शीघ्र गिरफ्तारी करते हुए रिकवरी का भरोसा दिलाया जा रहा है।
मगर घटना को सात दिन बीत जाने के बाद भी पीडित व्यापारी व राजनीतिक दलों को केवल अश्वासन देने के अलावा पुलिस प्रशासन के पास डकैतों के सम्बंध में कोई ठोस सुराग नहीं है। बताया जा रहा हैं कि एसटीएफ और पुलिस की कई टीमे मुखबिर तंत्र को अलर्ट करते हुए डकैतों की तलाश में विभिन्न राज्यों में सम्भावित ठिकानों पर छापेमारी में जुटी है। देखते हैं कि पुलिस कब श्री बाला जी ज्वैलर्स शोरूम में पड़ी करोड़ों की डकैती का खुलासा करती हैं? जिसपर शहर के व्यापारियों व राजनीतिक दलों समेत आम जनता की नजर बनी हुई है।