
■महिला प्रेमी संग घर से भाग कर सिडकुल क्षेत्र में किराये पर रह रही थी
■आश्रम में संत्सग के दौरान पति और बेटे से मुलाकात होने पर जागा पति प्रेम
■महिला ने अपने किराये के मकान के पास ही दिलाया था पति को किराये पर मकान
■प्रेमी व आसपास के लोगों को पति को भाई और बेटे को बताया था भतीजा
■शक होने पर प्रेमी ने की थी महिला की पीटाई, दम्पति ने जहर देकर हमेशा को सुलाया
मुकेश वर्मा
हरिद्वार। सिडकुल पुलिस ने युवक के हत्या मामले में एक दम्पति को गिरफ्तार किया है। मृतक महिला के साथ लम्बे समय से पति को छोड़ कर सिडकुल क्षेत्र में किराये के मकान में रिलेशनशिप में रह रही थी। एक आश्रम में सत्संग के दौरान महिला की पति व 8 साल के बेटे से अचानक मुलाकात होने पर पति के प्रति प्रेम जाग उठा। जिसने अपने किराये के मकान के पास ही उनको कमरा दिलवाकर पति को भाई और बेटे को भतीजा बताया था। प्रेमी को शक होने पर महिला से मारपीट करने पर पति और महिला ने साजिश रचकर युवक के खाने में जहर देकर हमेशा के लिए सुलाकर शव को कमरे में बंद कर फरार हो गये। पुलिस ने कमरे से दुर्गध आने पर आसपास के लोगों की शिकायत पर कमरे का दरवाजा तोड़कर शव बरामद किया था। पुलिस ने हत्यारोपी दम्पति के खिलाफ मृतक के भाई की तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर लिया। सिडकुल पुलिस द्वारा किये गये खुलासे की जानकारी एसएसपी हरिद्वार प्रमेन्द्र डोबाल ने पत्रकारों को दी।

उन्होंने बताया कि सिडकुल क्षेत्र स्थित चौहान मार्किट रावली महदूद सिडकुल के लोगों ने पुलिस को सूचना दी कि एक बंद कमरे से तेज बदंबू आ रही है। सूचना पर पुलिस ने मौके पर पहुंचकर लोगों की मौजूदगी में कमरे का दरवाजा तोड़ कर एक युवक का शव बरामद किया। जिसकी पहचान लक्ष्मण पुत्र राधाकृष्ण निवासी ग्राम बीरखेड़ा माधवटांडा पीलीभीत यूपी के तौर पर हुई थी। पुलिस ने घटना के सम्बंध में परिजनों को सूचित कर दिया। सूचना पर मृतक के भाई श्रीराम पुत्र राधाकृष्ण निवासी ग्राम खजुरिया धुरिया पलिया थाना माधोटाण्डा कलीनगर जिला पीलीभीत यूपी ने तहरीर देकर शिकायत की थी। शिकायत में कहा गया था कि उसको भाई लक्ष्मण पीलीभीत से कुछ माह पहले हरिद्वार आया था जोकि अंजू देवी पत्नी मधु निवासी ग्राम कुडांव थाना जरमुंडडी पोस्ट राजन मारा कुण्डा दुमका झारखण्ड के प्रेमजाल में फंस कर उसके साथ थाना सिडकुल क्षेत्रांतर्गत चौहान मार्केट रावली महदूद में किराए में कमरा लेकर रिलेशनशिप में रह रह था, जिसको अंजू देवी ने अपने पति के साथ मिलकर मार दिया है और वे दोनों भाग गए हैं।
कप्तान ने बताया कि पुलिस ने तहरीर के आधार हत्यारोपी दम्पति के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर तलाश शुरू कर दी। पुलिस ने घटना स्थल के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों को खंगालते हुए हत्यारोपी दम्पति की पहचान के प्रयास करते हुए तलाश शुरू कर दी। इसी दौरान सूचना पर पुलिस ने बस अड्डे से रानीपुर मोड की ओर आते हुए गिरफ्तार कर लिया। जिनके पास से पुलिस ने दो मोबाइल बरामद किये। पूछताछ के दौरान दोनों हत्यारोपियों ने अपना नाम मधु राय पुत्र खूनी राय निवासी ग्राम कुण्डवे थाना जरमुडी जिला दुमका झारखण्ड और अंजू देवी पत्नी मधु राय निवासी उपरोक्त बताया। हत्यारोपियों ने खुलासा किया कि अंजू देवी की शादी लगभग 9 वर्ष पूर्व मधु राय से झारखंड में हुई थी। जहां मधु राय घर जमाई के रूप में रहता था, लेकिन जल्दी ही दोनों के बीच छोटी-छोटी बातों को लेकर मनमुटाव हो गया और मधु राय ने अपनी पत्नी अंजू देवी को मारना पीटना शुरू कर दिया।
एसएसपी ने बताया कि पति से परेशान होकर अंजू देवी घर छोड़कर सीधे बरेली चली गई, जहां पीलीभीत से काम की तलाश में बरेली आए लक्ष्मण से उसकी मुलाकात हुई। लक्ष्मण उस समय पोकलैंड मशीन चलाता था जल्दी ही दोनों की दोस्ती हो गई और दोनों ने साथ रहना शुरू कर दिया। एक दिन लक्ष्मण, अंजू को अपने घर पीलीभीत ले गया जहां घर वालों ने शादीशुदा महिला को घर लाने पर आपत्ति की।जिससे दोनों जन काम की तलाश एवं रहने के इरादे से हरिद्वार आकर मजदूरी करने लगे और सिडकुल क्षेत्र में रहने लगे। हरिद्वार में प्रेम शंकर आश्रम में अंजू देवी के कोई परिचित रहते थे। जिनसे मिलने कभी-कभी अंजू देवी जाया करती थी। वहीं एक दिन सत्संग के दौरान अंजू देवी की मुलाकात अपने पति मधु राय हो गई। जिस पर पुरानी बातों को लेकर दोनों के बीच में गिले शिकवे हुए और कई साल बाद अपने लगभग 8 साल के बेटे को देखकर अंजू देवी को बड़ा अच्छा लगा।
उन्होंने बताया कि अंजू देवी ने अपने प्रेमी लक्ष्मण को बोलकर अपने कमरे के पास में ही मधु राय व बेटे की रहने की व्यवस्था करा दी और प्रेमी समेत आसपास के लोगों को पति को अपना भाई और बेटे को भतीजा बताया। इसी दौरान प्रेमी लक्ष्मण को अंजू देवी और मधु राय पर शक हो गया। प्रेमी ने अंजू देवी से दोनों के रिश्ते की जानकारी लेने के दौरान मारपीट शुरू कर दी। यह बात मधु राय को बहुत बुरी लगी। तब दोनों पति-पत्नी ने लक्ष्मण को अपने रास्ते से हटाने का मन बना लिया। एक दिन मौका पाकर दोनों ने खाने में जहर मिलाकर लक्ष्मण को दिया और कमरा बंद करके भाग गए। पुलिस ने हत्यारोपी दम्पति को सम्बंधित धाराओं में मामला दर्ज करते हुए मेडिकल के बाद न्यायालय में पेश कर जेल भेज दिया।