■स्नान पर्व की पूर्व संध्या पर पुलिस प्रशासन की यातायात व्यवस्था लड़खड़ाई
■शहर के भीतर और हाईवे पर लगा भारी जाम, श्रद्धालु व स्थानीय हुए परेशान
■टिबड़ी अंडर पास, भगत सिंह और चन्द्राचार्य चौक पर लोगों ने सम्भाली व्यवस्था
मुकेश वर्मा
हरिद्वार। तीर्थनगरी हरिद्वार में गंगा दशहरा स्नान पर्व पर देश-विदेश से आये लाखों श्रद्धालुओं ने हरकी पौड़ी समेत शहर के विभिन्न गंगा घाटों पर स्नान कर पुण्य अर्जित किया। श्रद्धालुओं ने स्नान के बाद मन्दिरों पूजा अर्चना करते हुए अपने परिजनों समेत शुभचिंतकों की कुशलता की कामना की। पुलिस प्रशासन की ओर से दो दिनों तक पड़ने वाले गंगा दशहरा और निर्जला एकादशी स्नान पर्व को सकुशल सम्पन्न कराने के लिए व्यापक बदोबस्त किये गये थे। मेला क्षेत्र को 3 सुपर जोन, 10 जोन और 26 सेक्टर में विभाजित किया गया था।
स्नान पर्वो पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ने को देखते हुए यातायात के भी पुख्ता इंतजाम करते यातायात प्लान भी लागू किया गया था। ताकि बाहर से आने वाले श्रद्धालुओं और स्थानीय लोगों को जाम से परेशानी का सामना न करना पड़े। लेकिन पुलिस प्रशासन के पुख्ता इंतजाम भी उमड़ी भीड़ के लिए नाकाफी साबित हुए। शहर के भीतर और हाईवे पर लोगों को जाम से जुझना पड़ा। एसएसपी को अपनी टीम के साथ खुद हाईवे पर उतरना पड़ा।
तीर्थनगरी हरिद्वार में लगातार दो दिनों तक पड़ने वाले गंगा दशहरा और निर्जला एकादशी स्नान पर्व पर स्नान करने के लिए स्नान पर्व की पूर्व संध्या पर श्रद्धालुओं की भारी भीड उमड़ पड़ी। तीर्थनगरी में देर रात 12 बजे से ही श्रद्धालुओं का हरकी पौड़ी समेत शहर के अलग-अलग गंगा घाटों पर ताता लग गया। श्रद्धालुओं का स्नान करने का क्रम रात 12 बजे से शुरू होते हुए समाचार लिखे जाने तक निरंतर चलता रहा। श्रद्धालुओं ने गंगा में स्नान कर पुण्य अर्जित करते हुए मन्दिरों में पूजा अर्चना करते हुए परिवार समेत शुभचितंकों की कुशलता की कामना की। शहर के भीतर चौराहों पर तैनात पुलिस बल द्वारा निर्धारित मार्गो से ही श्रद्धालुओं को गंगा घाटों तक पहुंचने में जुटे रहे। हरकी पौड़ी पर श्रद्धालुओं की भीड का दबाब कम कराने के लिए प्रशासन की ओर से शहर के अन्य घाटों पर श्रद्धालुओं को स्नान करने के लिए आग्रह किया गया।
पुलिस प्रशासन की ओर से स्नान पर्व पर शहर के भीतर और हाईवे पर जाम से निपटने के लिए यातायात व्यवस्था के व्यापक बदोबस्त किये गये थे, जोकि नाकाफी साबित रहे। शहर के भीतर और हाईवे पर भारी जाम की स्थिति बनी रही। जिसकारण जाम से बाहर से आने वाले श्रद्धालुओं और स्थानीय नागरिकों को जुझना पड़ा। श्रद्धालुओं को जाम से निजात दिलाने के लिए हाईवे पर यातायात व्यवस्था बनाने के लिए एसएसपी प्रमेन्द्र डोबाल को अपनी टीम के साथ हाईवे पर उतरना पड़ा। जिन्होंने अपनी टीम के साथ हाईवे पर तैनात अधीनस्थों को यातायात को लगातार चलाये मान रखने और व्यवस्था बनाये रखने के निर्देश दिये।
पुलिस प्रशासन की ओर से दो दिनों तक पड़ने वाले स्नान पर्वो गंगा दशहरा और निर्जला एकादशी स्नान पर्व की यातायात व्यवस्था स्नान पर्व की पूर्व संध्या पर ही जबाब दे गयी। स्नान पर्व की पूर्व संध्या पर शहर के भीतर और हाईवे पर जाम की स्थिति पैदा हो गयी। बीती रात तो टिबड़ी रेलवे फाटक के अंडर पास, भगत सिंह चौक, चन्द्राचार्य चौक आदि क्षेत्रों में लोगों को लगे भारी जाम से जुझना पड़ा। अगर टिबड़ी अंडर पास की बात करें तो वहां पर जाम से लोगों को निजात दिलाने के लिए कोई कांस्टेबल, यातायात सिपाही, होमगार्ड और पीआरडी तक का जवान तैनात तक नही था। वाहन सवारों को खुद ही जाम से निपटने के लिए खुद वाहनों से उतर कर यातायात व्यवस्था को सम्भलना पड़ा।