
*प्रांतीय चिकित्सा स्वास्थ्य सेवा संघ उत्तराखंड के आहवान पर किया ऐलान
*प्रदेशभर के चिकित्सक पिछले दो सप्ताह से हैं अपनी 9 सूत्रीय मांगों के लिए संघर्षरत
*शासन द्वारा मांगों का संज्ञान ना लिए जाने पर ओपीडी कार्य बहिष्कार को मजबूर
मुकेश वर्मा
हरिद्वार। प्रांतीय चिकित्सा स्वास्थ्य सेवा संघ उत्तराखंड शाखा हरिद्वार द्वारा महिला ज़िला चिकित्सालय में एक बैठक आहूत की गई। जिसमें दो सप्ताह से अपनी 9 सूत्री मांगों को लेकर चिकित्सक संघर्षरत है। लेकिन शासन द्वारा चिकित्सकों की मांगों का अभी तक कोई संज्ञान नहीं लिए जाने पर शाखा के चिकित्सको द्वारा प्रांतीय चिकित्सा स्वास्थ्य सेवा संघ उत्तराखंड के आहवान पर आगामी 4 अक्टूबर से संपूर्ण ओपीडी कार्य बहिष्कार पर जाने के फ़ैसले का पूर्ण रूप से समर्थन किया है।
विगत दो सप्ताह से प्रदेश के समस्त चिकित्सक उपरोक्त मांगो के नहीं माने जाने के विरोध स्वरूप काली पट्टी बांध कर अभी तक अपनी सेवाएं दे रहे हैं, लेकिन निदेशालय एवं सचिवालय में बैठे अफसरों के कान में जूं तक नहीं रेंग रही है। जिनको जागाने के लिए चिकित्सकों ने 4 अक्टूबर से ओपीडी कार्य बहिष्कार का निर्णय लिया गया है। बहिष्कार के दौरान इमरजेंसी एव पोस्टमॉर्टम सेवाये बदस्तूर जारी रहेगी।
बैठक में हरिद्वार शाखा के अध्यक्ष डॉ यशपाल तोमर, डा सीपी त्रिपाटी, डा मनीष दत्त, डा राजेश गुप्ता, डा संदीप निगम, डा रणवीर सिंह, डा सुव्रत अरोड़ा, डा रामप्रकाश, डा शशिकांत, डा एसके सोनी, डा विवेक तिवारी, डा हितेन जंगपाँगी, डॉ संजय त्यागी, डा शिवम् पाठक, डॉ प्रशांत सैनी, डा शदाब सिद्धीकी, डा अल्पना खरे, डा पूनम सक्सेना, डा विकासदीप, डा स्वाति वर्मा, डा प्रदीप बिस्ट, डॉ धीरेंद्र समेत अन्य चिकित्सक मौजूद रहे।