■राजनीति रजिंश के चलते पिता की दिनदहाड़े गोलियों से भून कर की थी हत्या
■पिता की हत्या में शामिल पांच को हुई आजीवन कारावास, दो फरार
■आरोपः ग्राम प्रधान व दरोगा समझौते के लिए दबाब बनाने के लिए करा रहे झूठे मुकदमें
■पीडित पर अब तक तीन गैंगरेप सहित करीब हो चुके 08 झूठे मुकदमें दर्ज
■पीडित ने एसएसपी से लगाई न्याय की गुहार, दिया निष्पक्ष जांच का भरोसा
मुकेश वर्मा
हरिद्वार। उत्तर प्रदेश बागपत के एक युवक ने ग्राम प्रधान व उसके दरोगा भाई पर पिता के हत्यारों से समझौता कराने के लिए दबाब बनाने के लिए न्यायालय हरिद्वार में झूठे तथ्य पेश कर साजिश के तहत कोतवाली रानीपुर में फर्जी गैग रेप का मुकदमा दर्ज कराने का आरोप लगाया है। पुलिस ने न्यायालय के आदेश पर मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। कोतवाली रानीपुर में मामले की विवेचक की सूचना पर युवक ने हरिद्वार पहुंचकर अपने खिलाफ की जा रही साजिश और पूर्व में ऐसे ही दो गैंगरेप के झूठे मुकदमों की जानकारी देने और उनमें एफआर लगाये जाने के साक्ष्य पेश किये है। वहीं एसएसपी से मुलाकात कर उनको सभी तथ्यों से अवगत कराते हुए आरोपों को निराधार बताते हुए न्याय दिलाने की गुहार लगाई है। जिसपर कप्तान ने युवक को निष्पक्ष जांच करने का भरोसा दिलाया है। इस बात की जानकारी पीडित निश्चय राणा पुत्र स्व. ब्रजपाल सिंह निवासी बागपत यूपी ने गुरूवार को प्रेस क्लब हरिद्वार में पत्रकारो को वार्ता के दौरान दी।
पीडित ने बताया कि 25 अक्टूबर 23 को कोतवाली रानीपुर हरिद्वार से महिला दरोगा पूजा मेहरा का उसके मोबाइनल पर कॉल आयी। महिला दरोगा ने बताया कि उनके खिलाफ एक महिला ने उनके खिलाफ गैग आरोप का आरोप लगाते हुए न्यायालय के आदेश पर मुकदमा दर्ज कराया है। पूछताछ के लिए उनको कोतवाली रानीपुर हरिद्वार आना होगा। जिसपर उसके द्वारा महिला दरोगा को बताया कि पूर्व में भी उसके खिलाफ दो रेप सहित आधा दर्जन से अधिक अन्य धाराओं में झूठे मुकदमें दिल्ली, लखनऊ समेत अन्य जनपदों में दर्ज कराये गये थे। लेकिन जांच के दौरान आरोपी झूठे पाये गये। जिसपर पुलिस ने मुकदमों में एफआर लगा कर आरोप लगाने वालों के खिलाफ 82 की कार्रवाई की गयी है।
उन्होंने बताया कि वह अपनेे कुछ शुभचिंतकों के साथ पुलिस सुरक्षा में विवेचक के बुलाने पर कोतवाली रानीपुर पहुंचा और अब तक उसके खिलाफ दर्ज मुकदमों की जानकारी देते हुए और जांच के बाद मामले झूठे मिलने पर उनमें एफआर लगाये जाने के साक्ष्य सौप कर निष्पक्ष की मांग की है। जिसपर विवेचक ने भी निष्पक्ष जांच की बात कही है। जिसके बाद वह एसएसपी कार्यालय पहुंचे और अपने खिलाफ की गयी साजिश की जानकारी देते हुए अब तक उसके खिलाफ दर्ज हुए झूठे मुकदमों और एफआर लगाने के साक्ष्य सौप कर न्याय दिलाने की गुहार लगाई। कप्तान को इस बात की जानकारी दी कि गांव के कुछ लोगों से उसके परिवार की पिछले 11 सालों से राजनीति रंजिश रखते चले आ रहे है। जिसके चलते 29 नवम्बर 2012 को दिनदहाड़े गांव के पीठ बाजार में कुछ लोगों ने उसके पिता की गोली मारकर हत्या कर दी थी। पिता की हत्या में सात लोगों को नामजद किया गया था। जिनमें पांच आरोपियों को न्यायालय ने आजीवन कारावास की सजा सुना दी। जबकि दो जमानत के बाद फरार चल रहे है। जिसके बाद से पुलिस प्रशासन की ओर से उसको व परिवार को पुलिस सुरक्षा दी गयी है। जिसपर एसएसपी ने उसको निष्पक्ष जांच कराने का भरोसा दिलाया है।
पीडित ने आरोप लगाया कि उसके खिलाफ यह सब साजिश गांव प्रधान और के भाई दरोगा द्वारा हत्यारों के साथ मिलकर मामले में समझौते के लिए दबाब बनाने के लिए उनकी शह पर रचि जा रही है। पूर्व में भी प्रधान के भाई दरोगा ने उसके खिलाफ झूठा मुकदमा दर्ज कराया गया था। जोकि जांच के बाद फर्जी पाया गया। उसकी शिकायत पर यूपी में तैनात दरोगा के खिलाफ विजिलेंस जांच बैठ गयी है। कोतवाली रानीपुर में साजिश के तहत शाइस्ता नाम की महिला के जरिये गैंग रेप का मुकदमा दर्ज कराया गया है। जिसमें उसके साथ गांव के ही दो युवकों को भी शामिल किया गया है। मुकदमें में उसको ईट का सप्लायर बताया गया है। जबकि वह एलएलबी का फाइनल का छात्र हैं और गांव में खेती करता है। जबकि अब तक गैंग रेप के मुकदमें दर्ज कराये गये हैं उनमें मुकदमा दर्ज कराने वाली महिलाओं को वह जानते तक नहीं है।