मुकेश वर्मा
हरिद्वार। जलवायु परिवर्तन जैसी व्यापक चुनौती से निपटने के लिए संयुक्त राष्ट्र (यूएन) द्वारा 04 से 22 नवंबर तक अजरबैजान की राजधानी बाकू में आयोजित होने जा रहे संयुक्त राष्ट्र जलवायु परिवर्तन सम्मेलन (एनएफसीसीसी सीओपी-29) में दुनियाभर के नेता और विशेषज्ञ शामिल होंगे। इस विशेष सम्मेलन का मुख्य उद्देश्य पर्यावरण से जुड़े कई अहम मुद्दों पर विचार-विमर्श कर उनका समाधान ढूँढना है। इस विशेष सम्मेलन में भारत का प्रतिनिधित्व करने के लिए देव संस्कृति विश्वविद्यालय के प्रति कुलपति एवं अखिल विश्व गायत्री परिवार के युवा प्रतिनिधि डॉ. चिन्मय पंड्या को नामित किया गया है।
बता दें पर्यावरण संरक्षण एवं जलवायु परिवर्तन जैसे ज्वलंत मुद्दों पर डॉ. पंड्या के नेतृत्व में गायत्री परिवार लंबे समय से कार्य करता रहा है। हाल ही में डॉ. पंड्या ने भारत मंडपम, नई दिल्ली में आयोजित नदी संरक्षण शिखर सम्मेलन, राष्ट्रीय नदी संगम, भारत जल सप्ताह जैसे कई महत्वपूर्ण आयोजनों में पर्यावरण संरक्षण, जल संरक्षण एवं जलवायु परिवर्तन जैसे विषयों को गायत्री परिवार के प्रतिनिधि के तौर पर पुरजोर तरीके से उठाया था। डॉ. पंड्या के नेतृत्व देसंववि में हरित ऊर्जा, नदी संरक्षण और सतत विकास जैसे विभिन्न कार्यक्रम संचालित हैं, जो पर्यावरण संबंधी शोध के नये कीर्तिमान स्थापित कर रहे हैं।
बता दें विश्वभर में मौजूद गायत्री परिवार के सदस्य संयुक्त राष्ट्र जलवायु परिवर्तन सम्मेलन (एनएफसीसीसी सीओपी-29) में भारत के प्रतिनिधि के तौर पर डॉ. चिन्मय पंड्या के प्रतिभाग करने का जश्न मना रहे हैं एवं इसे जलवायु परिवर्तन के खिलाफ वैश्विक संघर्ष में उनके समर्पण और एक स्थायी और समरस भविष्य की उनकी दृष्टि के प्रतीक के रूप में देखते हैं।