मुकेश वर्मा
हरिद्वार। सीबीआई टीम ने केन्द्रीय विद्यालय भेल हरिद्वार के प्रधानाचार्य को संविदा कर्मचारी से 30 हजार की रिश्वत लेते हुए रंगेहाथों गिरफ्तार कर लिया। आरोप हैं कि प्रधानाचार्य विद्यालय में 10 माह के लिए संविदा कर्मचारियों से नौकरी जारी रखने के लिए आठ कर्मचारियों से प्रतिमाह 80 हजार की डिमांड की थी।
परस्पर बातचीत के पश्चात, प्रधानाचार्य ने रिश्वत की राशि को 50-60 हजार रूपये कम करने में सहमती बन गयी और 30 हजार रूपये प्रतिमाह देने की बात तय हुई। जिसकी शिकायत सीबीआई से की गयी। सीबीआई टीम ने जाल बिछा कर प्रधानाचार्य को 30 हजार की रिश्वत लेते रंगेहाथों गिरफ्तार कर लिया।
केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) को शिकायत मिली कि केन्द्रीय विद्यालय भेल (बीएचईएल) रानीपुर हरिद्वार के प्रधानाचार्य विद्यालय में 10 माह के लिए गार्ड, स्वीपर एवं माली जैसे 08 संविदा कर्मचारियों से नौकरी जारी रखने के लिए प्रत्येक कर्मचारियों से प्रतिमाह 10-10 हजार रूपये की डिमांड की जा रही है। कुल मिला कर प्रधानाचार्य संविदा कर्मचारियों से प्रतिमाह 80 हजार की रश्वत की मांग की। (लगभग 01 हजार रूपये प्रति व्यक्ति प्रति माह)। परस्पर बातचीत के पश्चात, प्रधानाचार्य ने रिश्वत की राशि को 50-60 हजार रूपये कम करने में सहमती बन गयी और 30 हजार रूपये प्रतिमाह देने की बात तय हुई।
प्रधानाचार्य ने संविदा कर्मचारियों से कुल 30 हजार रूपये प्रतिमाह देने की बात तय हुई। सीबीआई ने जाल बिछा कर आरोपी प्रधानाचार्य को 30 हजार की रिश्वत लेते हुए रंगेहाथों गिरफ्तार कर लिया। सीबीआई टीम ने आरोपी प्रधानाचार्य के आवासीय एवं आधिकारिक परिसरों की तलाशी ली, जिसमें कुछ आपत्तिजनक दस्तावेज बरामद हुए। आरोपी को आज सक्षम न्यायालय के समक्ष पेश किया गया, इस मामले में जाँच जारी है।