
आरोपी बार-बार किसान के बेटे को झूठे मामले में फसाने का कर रहे प्रयास
मुकेश वर्मा
हरिद्वार। यूपी के बागपत निवासी एक किसान के बेटे से मुकदमा वापस लेने की एवज में गैंग सदस्यों द्वारा एक लाख रुपये मांगे जाने का मामला प्रकाश में आया है। पुलिस ने जांच के बाद आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। आरोप है कि गैंग में शामिल लोगों ने उसके खिलाफ लखनऊ के ठाकुरगंज थाने में भी फर्जी मुकदमा दर्ज कराया था।
कोतवाली प्रभारी कमल मोहन भंडारी के मुताबिक उत्तर प्रदेश के बागपत जिले के गांव निरपुडा निवासी निश्चय राणा ने शिकायत कर बताया कि गांव के ही प्रताप सिंह और प्रेमवीर सिंह राणा से उनकी वर्षों पुरानी रंजिश चली आ रही है। उन्हीं लोगों ने एक गैंग के साथ मिलकर उसे बदनाम और ब्लैकमेल करने की साजिश रची।
बताया कि बीते 11 अक्तूबर वर्ष 2023 को रानीपुर कोतवाली में एक महिला शाईस्ता ने मुकदमा दर्ज कराना, उसपर और उसके परिजनों पर गैंगरेप, जहर देने, गाली देने और जान से मारने की धमकी देने का केस दर्ज कराया था। शिकायत के बाद हरिद्वार पुलिस ने जांच की और 24 दिसंबर को दर्ज मुकदमे को झूठा पाते हुए अंतिम रिपोर्ट लगाकर केस खत्म कर दिया।
आरोप लगाया कि बार-बार फोन करके मुकदमा खत्म करने के नाम पर पैसे मांगे गए और जब वह नहीं माना, तो गालियां दी गईं और जान से मारने की धमकी दी गई। उसने पुलिस को कुछ ऑडियो रिकॉर्डिंग और कॉल डिटेल्स भी सबूत के रूप में दिए है।
पीड़ित ने बताया कि आरोपी गिरोह के सदस्य लियाकत, शाईस्ता, मुवस्सिर, और नजमा पहले से ही ऐसे कई मामलों में शामिल रहे हैं और पहले भी लखनऊ के ठाकुरगंज थाने में इसी तरह का फर्जी मुकदमा दर्ज कराया जा चुका है। उस केस की जांच में पुलिस ने आरोप झूठे पाए और इन लोगों की कॉल डिटेल्स से पूरे षड्यंत्र की पुष्टि हुई है। पुलिस ने आरोपी शाईस्ता, मुवस्सिर, लियाकत, नजमा, प्रेमवीर सिंह राणा और प्रताप सिंह के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है।