■आलाकमान ने प्रदेशाध्यक्ष करण माहरा और राजकुमार को दिल्ली बुलाया
■हरिद्वार हॉट सीट बनी, कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष ने माना हां मैं दिल्ली जा रहा
■भाजपा के त्रिवेन्द्र सिंह की घोषणा के बाद, कांग्रेस के घोषणा का इंतजार
मुकेश वर्मा
हरिद्वार। हरिद्वार लोकसभा सीट पर कांग्रेस हाई कमान द्वारा अपने पत्ते न खोलने पर टिकट की दावेदारी में रूड़की से एक ओर दावेदार राजकुमार सैनी का नाम जुड गया है। बताया जा रहा हैं कि कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष करण माहरा समेत शहर के कई कांग्रेसी नेता पहले से ही हरिद्वार सीट पर अपनी दवेदारी जता चुके हैं। खानपुर निर्दलीय विधायक उमेश शर्मा के प्रदेश प्रभारी कुमार शैलेजा से मुलाकात की फोटो सोशल मीडिया में जारी होने के बाद उनको भी हरिद्वार सीट का दावेदार माना जा रहा है। जबकि पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत अपने बेटे विरेन्द्र रावत के लिए भी कांग्रेस हाई कमान पर दबाब डालकर हरिद्वार लोकसभा सीट के लिए टिकट मांग रहे है। बताया जा रहा हैं कि पार्टी हाईकमान ने प्रदेशाध्यक्ष करण माहरा और राजकुमार सैनी को दिल्ली बुलाया।
बताया जा रहा हैं कि निर्दलीय विधायक उमेश शर्मा की दावेदारी के खिलाफ वरिष्ठ कांग्रेसियों ने मोर्चा खोल दिया है। जिन्होंने पार्टी हाईकमान को उमेश शर्मा को विवादित बताते हुए भाजपा का एजेंट करार दिया है। बताया जा रहा हैं कि जिसके बाद पार्टी हाईकमान अब ओबीसी कोर्ट से ही पार्टी प्रत्याशी बनाने के मूड में नजर आ रही है। देखते हैं कि पार्टी हाईकमान किस नाम की अपने प्रत्याशी के तौर पर घोषणा करती है। जिसका शहर के नेताओं व जनता को ंइंतजार है। जबकि भाजपा ने हरिद्वार सीट पर पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत को अपना प्रत्याशी घोषित कर दिया है।
कांग्रेस और भाजपा के लिए हरिद्वार लोक सभा सीट काफी हॉट सीट बनी हुई है। जिसपर भाजपा ने अपने प्रत्याशी के तौर पर पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत की घोषणा के बाद भाजपा में अटकलों पर विराम लग गया। भाजपा के प्रत्याशी की घोषणा के बाद अब कांग्रेस हाईकमान की घोषणा पर कांग्रेसियों की नजरे टिकी हुई है। वहीं भाजपा भी कांग्रेस के प्रत्याशी की घोषणा में दिलचस्पी दिखा रही है। जबकि भाजपा के जिला उपाध्यक्ष ने हरिद्वार सीट पर घोषित प्रत्याशी त्रिवेन्द्र सिंह रावत के 5 लाख से अधिक से जीत के दावे किये है। दावे कितने सही साबित होते हैं वो तो आने वाला वक्त ही बतायेगा। लेकिन कांग्रेस कार्यकर्ता भाजपा प्रत्याशी को हलके में ले रहे है।
कांग्रेसियों का आरोप हैं कि त्रिवेंद्र रावत का मुख्यमंत्रित्व काल असफलताओं से भरा रहा है। जिस कारण भाजपा हाई कमान ने उन्हें हटाकर तीरथ सिंह रावत को उत्तराखंड का मुख्यमंत्री बनाया। मगर तीरथ सिंह भी अपने छोटे से मुख्यमंत्री काल में अपने बयानों को लेकर इतने विवादित हो गए की भाजपा आलाकमान ने उन्हें भी मुख्यमंत्री पद से हटा कर युवा विधायक पुष्कर सिंह धामी को उत्तराखंड की बागडोर सौंपी। हरिद्वार सीट से भाजपा का प्रत्याशी घोषित होते ही कांग्रेस अपनी रणनीति बदल रही है और अब हरिद्वार सीट को लेकर पुनः गंभीरता से विचार कर रही है।
बताया जा रहा हैं कि हरिद्वार सीट पर कांग्रेस हाईकमान ओबीसी कोटे से अपना प्रत्याशी बनाने का मन बना रही है, जो स्थानीय के साथ-साथ हरिद्वार सीट जीत हासिल कर सकें। उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत की ना नुकर के बाद उन्होंने अपने पुत्र मोह में पड़कर हरिद्वार सीट से वीरेंद्र रावत का नाम आगे कर दिया हैं। बताया जा रहा हैं कि कांग्रेस हाई कमान को हरदा की यह बात ठीक नहीं लगी और उन्होंने खानपुर विधायक उमेश कुमार और अन्य दावेदारों पर विचार शुरू कर दिया। बताया जा रहा हैं कि शहर के वरिष्ठ कांग्रेसी नेताओं ने पार्टी आलाकमान तक यह बात पहुंचा दी कि उमेश कुमार विवादित व्यक्ति के साथ-साथ भाजपा का एजेंट है जिसका कोई विश्वास नहीं है और यह चुनाव बाद भाजपा की गोद में जाकर बैठ सकता हैं।
बताया जा रहा हैं कि जिसके बाद पार्टी आलाकमान ओबीसी के बड़े नेता रुड़की के राजकुमार सैनी के नाम पर गंभीरता से पुनर्विचार कर रहा है। सूत्रों के अनुसार कांग्रेस आलाकमान ने दूसरी सूची जारी करने से पूर्व राजकुमार सैनी और प्रदेश अध्यक्ष करण माहरा को दिल्ली बुला लिया है। संभव है की कांग्रेस आलाकमान आज कल तक कांग्रेस हरिद्वार सीट पर कोई फैसला ले लेगा और अपनी दूसरी सूची जारी कर देगा।
कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष करण माहरा ने बताया कि वह दिल्ली जा रहे है और रास्ते में है। हरिद्वार सीट पर दावेदरों की लम्बी लिस्ट है। उनके द्वारा भी हरिद्वार सीट से दावेदारी की गयी है। पार्टी हाईकमान द्वारा हरिद्वार सीट के सभी दावेदरों पर गहन मंथन कर अपना निर्णय सुरक्षित कर लिया है। कांग्रेस का प्रत्याशी हरिद्वार सीट पर कौन होगा? अभी कुछ कहा नहीं जा सकता। पार्टी आलाकमान की घोषणा के बाद ही तस्वीर साफ हो जाएगी कि प्रत्याशी कौन हैं?