कर्मचारियों के गांधीवादी आंदोलन को हलके में ना लेने की दी चेतावनी
मुकेश वर्मा
हरिद्वार। चतुर्थ श्रेणी राज्य कर्मचारी संघ चिकित्सा स्वास्थ्य सेवाएं उत्तराखंड जनपद हरिद्वार द्वारा प्रथम चरण के तीसरे दिन भी काली फीती बांधकर विरोध प्रदर्शन किया। लेकिन तीन दिनों से कर्मचारी आंदोलनरत होने पर भी अधिकारियों के कानों में जु नही रेंग रही है। जिसको देखते हुए कर्मचारियों ने अपने आंदोलन को ओर धारदार बनाने का निर्णय लिया है। ताकि आधिकारियों को कर्मचारियों के आंदोलन का एहसास हो और हमारी मांगों के प्रति गम्भीर हो।
सीएमओ कार्यालय, जिला चिकित्सालय, महिला चिकित्सालय, राजकीय उप मेला चिकित्सालय, टीबी क्लिनिक, ज्वालापुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, जिला होम्योपैथी, ऋषिकुल एवं गुरुकुल राजकीय आयुर्वेदिक चिकित्सालय विश्विद्यालय में कार्यरत कर्मचारियांे ने काली फीती बांध कर विरोध प्रदर्शन करते हुए काम किया।
प्रदेश अध्यक्ष दिनेश लखेडा, कार्यवाहक जिलाध्यक्ष सुरेंद्र, जिला मंत्री राकेश भँवर, उपशाखा अध्यक्ष छत्रपाल सिंह, मंत्री दिनेश ठाकुर ने संयुक्त रूप से कहा कि संगठन शांति प्रिय आंदोलन कर रहा है। लेकिन अधिकारी कर्मचारियों के शांतिप्रिय आंदोलन का हलके में ले रहे है। यदि अधिकारियों ने कर्मचारी के शांति प्रिय आंदोलन को हलके मंे लेकर उनकी मांगों को नजर अदंाज किया तो मजबूर होकर कर्मचारियों को अपना आंदोलन धारदार बनाते हुए उग्र करना पड़ेगा।
उन्होंने कहा कि जिसकी समस्त जिम्मेदारी मुख्य चिकित्सा अधिकारी, मुख्य चिकित्सा अधीक्षक, प्रमुख अधीक्षक की होगी। 14 मार्च 2024 तक काली फीती बांधकर आंदोलन चलता रहेगा। 15 मार्च 2024 को अधिकारियों द्वारा कर्मचारियों के उत्पीड़न के विरोध स्वरूप संघ के पदाधिकारी अधिकारियों को गुलाब का फूल देकर गांधीवादी तरीके से आंदोलन करते हुए उनको अहसास दिलाएंगे कि वो कर्मचारियों के साथ कितना गलत कर रहे है।
काली फीती बांधने वालों में दिनेश लखेडा, राजेन्द्र तेश्वर, कमल, कामेंद्र, पप्पू सैनी, सुखपाल सैनी, संदीप, राकेश भँवर, सुरेंद्र, मुन्नी, अजय रानी, संतोष, महेश कुमार, मूल चंद्र चौधरी,दिनेश नोटियाल, दिनेश ठाकुर, छत्रपाल सिंह, रामपाल, अमित, सुमन्त पाल, बाला देवी,बृजेश, ममता, सुदेश, डोली, चन्द्रकला, अवनीश, पवन, संजय, सूरज, पंकज, मुकेश, रामरतन आदि मौजूद रहे।