*सैनी सभा (सैनी आश्रम) ज्वालापुर में चल रहा वार प्रतिवार थमने का नाम नहीं ले रहा
*कोषाध्यक्ष ने सैनी सभा पदाधिकारियों समेत समाज के प्रबुध नागारिकों से पूछे कई सवाल
*कोषाध्यक्षः अध्यक्ष पर नहीं हुई कोई कार्यवाही तो कोषाध्यक्ष पद से इस्तीफा देकर न्यायालय की शरण लेगें
मुकेश वर्मा
हरिद्वार। सैनी सभा (सैनी आश्रम) ज्वालापुर में चल रहा वार प्रतिवार थमने का नाम नहीं ले रहा है। विगत दिनों सैनी सभा (सैनी आश्रम) का अध्यक्ष बताने वाले आदेश सैनी सम्राट ने एसएसपी को शिकायत पत्र भेजकर ऑडिटर पर आरोप लगाते हुए सैनी सभा के दस्तावेजों की किसी बाहरी व्यक्ति से निष्पक्ष जांच करवाने की मांग की गयी थी। इसी कड़ी में सैनी सभा (सैनी आश्रम) के अध्यक्ष और ऑडिटर की बीच चल रही खीचातान के बाद अब सैनी सभा (सैनी आश्रम) के कोषाध्यक्ष रवि पाल सैनी भी मैदान में कूद पड़े है। उन्होंने सभा के अध्यक्ष पर बेहद गम्भीर आरोप लगाते हुए सैनी आश्रम ज्वालापुर की प्रबंधक कमेटी के पदाधिकारियों, सम्मानित सदस्यगणों एवं संरक्षक मंडल के सभी सम्मानित बुजुर्गों सहित समाज के प्रतिष्ठत समाज के नेतागण एवं समाजसेवियों से व्हाट्सएप के माध्यम से कई सवाल पूछे हैं।
सैनी सभा (सैनी आश्रम) के कोषाध्यक्ष रवि पाल सैनी ने व्यक्तिगत व्हाट्सएप और अन्य व्हाट्सएप ग्रुप पर सैनी आश्रम ज्वालापुर की प्रबंधक कमेटी के पदाधिकारियों एवं सम्मानित सदस्यगण एवं संरक्षक मंडल के सभी सम्मानित बुजुर्गों एवं समाज के सभी प्रतिष्ठत समाज के नेतागण एवं समाजसेवियों को सम्बोधित करते हुए नमस्कार करते हुए लिखा हैं कि मैं रवि पाल सैनी कोषाध्यक्ष सैनी आश्रम ज्वालापुर आपसे निवेदन के साथ कुछ प्रश्न कर रहा हूं, कृपया मेरे प्रश्न का उत्तर व्हाट्सएप पर लिखकर या फोन कर जरूर देने का कष्ट करें। कोषाध्यक्ष रवि पाल सैनी ने पहला प्रशन किया हैं कि सैनी आश्रम को केपी सिंह सैनी बिल्डर रुड़की वालों ने 5 लाख रुपए का गुप्त दान का चेक में अमाउंट भर दिया, लेकिन चेक में आश्रम का नाम नहीं लिखा और वह चेक अध्यक्ष आदेश सैनी सम्राट को अध्यक्ष होने के नाते दे दिया। मैं यह पूछना चाहता हूं कि वह चेक अध्यक्ष आदेश सैनी सम्राट को सैनी आश्रम के खाते में जमा करना चाहिए था या फिर अपने निजी खाते में जमा करना चाहिए था। उपरोक्त प्रश्न का उत्तर अवश्य लिखें।
सैनी सभा (सैनी आश्रम) के कोषाध्यक्ष ने दूसरा प्रश्न किया हैं कि सैनी आश्रम ज्वालापुर में अध्यक्ष आदेश सैनी सम्राट ने पूरी प्रबंधक कमेटी से बगैर पूछे टावर कंपनी को 100 रूपये के स्टाम्प पर पक्का एग्रीमेंट कर टावर खड़ा कर दिया था। मैं यह पूछना चाहता हूं कि वह टावर का एग्रीमेंट केवल अध्यक्ष को करना चाहिए था या नहीं इसका भी उत्तर अवश्य लिखें या फोन पर दें। तीसरा प्रश्न किया हैं कि आदेश सैनी सम्राट अध्यक्ष द्वारा आश्रम एवं समाज के मंदिर में साथियों सहित बैठकर दारू का सेवन करना एवं करना क्या यह ठीक है या नहीं, इसका उत्तर भी जरूर लिखे या फोन पर जरूर दे। चौथा प्रश्न किया हैं कि जब से वर्तमान प्रबंधक कमेटी ने शपथ लेकर कार्य करना शुरू किया है तभी से कमेटी के सभी सदस्यों एवं पदाधिकारियों एवं समाज के सभी प्रतिष्ठ व्यक्तियों द्वारा कई-कई बार आश्रम के नियमों पालन करने के लिए कहने के बावजूद भी किसी की कोई बात आज तक नहीं मानी, चाहे अध्यक्ष जी का ही खास व्यक्ति क्यों ना हो?, तो मैं यह पूछना चाहता हूं, ऐसा व्यक्ति आश्रम का अध्यक्ष रहना चाहिए या नहीं इसका भी उत्तर अवश्य दें। कोषाध्यक्ष ने सभी सम्मानितों से निवेदन किया हैं कि जो प्रश्न किये गये हैं उनका जवाब अवश्य दे, वह उनके जवाब का इंतजार करेगें।
सैनी सभा (सैनी आश्रम) के कोषाध्यक्ष रवि पाल सैनी से अध्यक्ष आदेश सैनी सम्राट पर लगाए के आरोपों के सम्बंध में जब जानकारी ली तो उन्होंने आरोप लगाया कि अध्यक्ष ने सैनी आश्रम की नई बिल्डिंग में कमरा नंबर 18 पर कब्जा कर रखा है। आरोप हैं कि जिसमें वह कुछ लोगों के साथ मिलकर पवित्र स्थल में शराब का सेवन करते है। इतना ही नहीं कोषाध्यक्ष ने उपरोक्त आरोपों के अतिरिक्त अन्य कई गंभीर आरोप लगाते हुए आदेश सैनी सम्राट से सैनी आश्रम और समाज हित में तत्काल इस्तीफे की मांग की है। उन्होंने आरोप लगाया कि अध्यक्ष पर लगे उक्त सभी आरोपों का समाज के गणमान्य लोगों, सदस्यगणों, संरक्षक मंडल के सम्मानित लोगों को जानकारी है और यदि वह तत्काल इस पर कोई एक्शन नहीं लेते हैं तो वह सभा के कोषाध्यक्ष पद से अपन इस्तीफा देकर न्यायालय की शरण में जायेंगे, जहां दूध का दूध और पानी का पानी हो जायेगा।
सैनी सभा (सैनी आश्रम) के अध्यक्ष आदेश सैनी सम्रााट से उनपर लग रहे आरोपों के सम्बंध में मोबाइल पर सम्पर्क करने का प्रयास किया गया तो उनसे सम्पर्क नहीं हो सका। जिसकारण उन पर लग रहे आरोपों के सम्बंध में उनका पक्ष नहीं लिया जा सका।