
*पुलिस, एसटीएफ और एसओजी टीम से हुई मुठभेड़, पैर में लगी गोली
*घायल कैदी को जिला अस्पताल से उपचार के लिए एम्स किया रेफर
*जिला रोशनाबाद जेल से रामलीला मंचन के दौरान हुए थे दो कैदी फरार
*फरार एक कैदी को पूर्व में पुलिस यमुनानगर से कर चुकी गिरफ्तार
*फरारी के दिनों में कैदी को संरक्षण व पनाह देने वालों की जानकारी जुटाई जा रही
मुकेश वर्मा
हरिद्वार। जिला रोशनाबाद जेल से 04 माह से फरार 50 हजार के इनामी कैदी को पुलिस और एसटीएफ की संयुक्त टीम ने भेल क्षेत्र से मुठभेड़ के दौरान पैर में गोली लगने के बाद गिरफ्तार कर लिया। पुलिस टीम घायल कैदी को उपचार के लिए जिला अस्पताल लेकर पहुंची, जहां उसको उपचार के लिए हॉयर सेंटर एम्स ऋषिकेश रेफर कर दिया। मुठभेड़ की सूचना पर एसएसपी, एसपी सिटी, सीओ समेत आलाधिकारियों ने घटना स्थल का जायजा लेते हुए अस्पताल पहुंचकर चिकित्सकों से घायल कैदी के स्वास्थ्य के सम्बंध में जानकारी जुटाई। घायल कैदी की हालत को देखते हुए चिकित्सकों ने उसको हॉयर सेंटर एम्स रेफर किया गया है। पुलिस अब फरारी के दिनों में कैदी को संरक्षण व पनाह देने वालों की भी जानकारी जुटा रही है। जिनकी पहचान होने पर उनके खिलाफ कानूनी कार्यवाही अमल में लाई जाएगी।

एसएसपी प्रमेन्द्र सिंह डोबाल ने बताया कि जिला रोशनाबाद जेल से फरार कैदी के सम्बंध में पुलिस, एसटीएफ और एसओजी टीम को देर रात सूचना मिली थी कि फरार कैदी को भेल क्षेत्र में देखा गया है। सूचना पर फरार कैदी की पुख्ता जानकारी पर पुलिस की संयुक्त टीम ने घेराबंदी कर तलाश शुरू कर दी। इसी दौरान सेक्ट-2 के समीप काली मन्दिर तिराहे पर फरार कैदी को घेर लिया। जिसने पुलिस से अपने आप को घिरा देखकर पुलिस टीम पर फॉयर झौक दिया। जिसपर पुलिस टीम ने भी अपना बचाव करते हुए जबाबी कार्यवाही की। इस दौरान फरार कैदी के पैर में गोली लगने के बाद उसको दबोच लिया। जिसको उपचार के लिए जिला अस्पताल ले गया, जहां पर उसकी हालत देखते हुए उसको उपचार के लिए हॉयर सेंटर एम्स ऋषिकेश रेफर कर दिया।
उन्होंने बताया कि 11 अक्टूबर की देर रात जिला रोशनाबाद जेल से रामलीला मंचन के दौरान दीवार फांद कर दो कैदी पकंज वाल्मिकी और राम कुमार दीवार फांद कर फरार हो गये थे। जिसकी जानकारी पर जेल प्रशासन ने घटना की जानकारी आलाधिकारियों को दी। सूचना पर आलाधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर घटना स्थल का निरीक्षण करते हुए फरार कैदियों की जल्द गिरफ्तारी के निर्देश दिये थे। फरार कैदियों को दबोचने के लिए पुलिस की कई टीमें सम्भावित ठिकानों के लिए रवाना की गयी थी। पुलिस ने एक कैदी को राम कुमार को हरियाणा के यमुनानगर से दबोच लिया था। लेकिन दूसरा फरार कैदी पंकज वाल्मिकी चल रहा था। बताया जा रहा हैं कि फरार कैदी पंकज वाल्मिकी कुख्यात प्रवीण वाल्मिकी गैग से तालुक रखता है। फरार कैदी पर 50 हजार का इनाम घोषित किया गया था। फरार कैदी की तलाश में उत्तराखण्ड एसटीएफ, हरिद्वार एसओजी और पुलिस जुटी थी।
कप्तान ने बताया कि पुलिस अब उन लोगों की जानकारी जुटा रही है। जिन लोगों ने फरार कैदी पंकज वाल्मिकी पुत्र मगन लाला निवासी ग्राम इस्लाइलपुर लक्सर हरिद्वार हाल गोल भट्टा रूड़की हरिद्वार को फरारी के दिनों में संरक्षण व पनाह दी। फरार कैदी के संरक्षण व पनाह देने वाले लोगों की पहचान होने पर उनके खिलाफ भी कानूनी कार्यवाही अमल में लाई जाएगी। फरार कैदी पंकज वाल्मिकी पर विभिन्न थानों में अलग-अलग धाराओं में 08 मुकदमें दर्ज है।