♦मुख्य गेट खुला रखने पर दो पहिया वाहनों का पार्किग स्थल बनता है घाटः डॉ. विशाल गर्ग
♦कार्तिका पूर्णिमा स्नान पर्व पर तो मुख्य गेट का ताला खोल देना चाहिए थाः श्रद्धालु
♦मुख्य गेट के बंगल के छोटे से गेट से श्रद्धालुओं को आने-जाने में उठानी पड़ी परेशानी
मुकेश वर्मा
हरिद्वार। गंगा घाटों का निर्माण स्नानार्थियों के लिए होता हैं, लेकिन तीर्थनगरी हरिद्वार में कार्तिक पूर्णिमा स्नान पर्व पर भी तड़के शहर के बीचों बीच स्थित श्री महाराजा अग्रसेन घाट के मुख्य गेट पर ताला लटके हुए की तस्वीर सामने आई है। जिसका मुख्य गेट स्नानार्थियों के लिए तडके से ही बंद मिला, श्रद्धालुओं को मुख्य गेट के बंगल में छोटे से गेट से स्नान के लिए गंगा घाट तक आना-जाना पड़ा। जिससे श्रद्धालुओं को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। जबकि यह गंगा घाट शहर के मध्य होने के कारण यहां पर अधिकांश भेल, रानीपुर मोड के आसपास के क्षेत्रों के लोग समेत बाहरी श्रद्धालु स्नान के लिए पहुंचते है। कार्तिक पूर्णिमा स्नान पर श्री महाराजा अग्रसेन घाट मुख्य गेट बंद रहने से स्थानीय लोगों को भारी निराश होना पड़ा है।
तीर्थनगरी हरिद्वार में कार्तिक पूर्णिमा स्नान पर्व को सकुशल सम्पन्न कराने के लिए प्रशासन के द्वारा सुरक्षा व व्यवस्था के पुख्ता इंतजाम किये गये है। कार्तिका पूर्णिमा स्नान पर्व पर विभिन्न प्रांतों से आये श्रद्धालुओं समेत स्थानीय लोगों का स्नान के लिए शहर के अलग-अलग गंगा घाटों पर तड़के से ही तांता लगा रहा। नया हरिद्वार के समीप स्थित श्री महाराजा अग्रसेन घाट मध्य हरिद्वार के बीच होने के कारण यह घाट स्थानीय श्रद्धालुओं समेत बाहर से आने वाले यात्रियों का पंसदीदा घाट है। इसलिए स्नान पर्वो के अलावा भी आम तौर पर स्नान करने के लिए इस घाट पर स्नानार्थियों का तांता लगा रहता है। लेकिन आज कार्तिका पूर्णिमा स्नान पर्व पर स्नानीय स्नानार्थियों को श्री महाराजा अग्रसेन घाट के व्यवस्थापकों ने भारी निराश किया है।
कार्तिका पूर्णिमा पर्व पर भी तड़के स्नान करने पहुंचे श्रद्धालुओं को श्री महाराजा अग्रसेन घाट के मुख्य गेट पर ताला लटका मिला। लेकिन आम तौर पर मुख्य गेट के बंगल का हमेशा खुला रहने वाला छोटे गेट से ही लोगों को स्नान करने के लिए गंगा घाट तक आना-जाना पड़ा। कार्तिक पूर्णिमा स्नान पर स्नानार्थियों की भारी भीड होने के कारण छोटे गेट से आने-जाने में श्रद्धालुओं को भारी परेशानी उठानी पड़ी। स्थानीय श्रद्धालुओं रमेश कुमार, सोनू, रामचन्द्र शर्मा, ललिता प्रसाद आदि को यह कहते हुए सुना गया कि आज के दिन यानि कार्तिक पूर्णिमा स्नान पर्व के दिन घाट व्यवस्थापकों को मुख्य गेट खोल देना चाहिए था।
श्री महाराजा अग्रसेन घाट के महामंत्री डॉ. विशाल गर्ग ने घाट के मुख्य गेट बंद रखने का कारण बताया कि गेट खुला रखने से दो पहिया वाहन वाले घाट को पार्किग स्थल बना देते है। जिससे स्नानार्थियों को भारी दिक्कत होती है। मुख्य गेट के बंगल में छोटा से गेट खुला रहता है। जिससे श्रद्धालु घाट पर स्नान करने के लिए आते-जाते है, इस बात की सभी को जानकारी है। घाट का मुख्य गेट जब कभी कथा या फिर धार्मिक कार्यक्रम का आयोजन होता हैं तब खोल दिया जाता है।


