*एक लाख की नगदी, बाइक, एटीएम कार्ड, मृतक का सिम आदि बरामद
*दोनों हत्यारोपी मृतक के थे परिचित, पैसों को लेकर की थी हनी की हत्या
*मृतक अय्याश व सट्टे का था शौकिन, इन्हीं शौक ने बनाया लाखों का कर्जदार
*दिल्ली में लड़कियों की सप्लाई के धंधे में भी रहा मृतक शामिल
*साजिश के तहत परिचित तांत्रिक से सट्टे का नम्बर दिलाने को लाये थे हरिद्वार
*श्यामपुर क्षेत्र में शराब पिलाने के बाद रस्सी से गला घोट कर की थी हत्या
मुकेश वर्मा
हरिद्वार। श्यामपुर थाना क्षेत्र में रवासन नदी के किनारे मिले अज्ञात शव की गुत्थी को सुलझाते हुए पुलिस ने एक हत्यारोपी को गिरफ्तार कर लिया, जबकि दूसरा फरार है। मृतक की पहचान अभय शर्मा उर्फ हनी निवासी सुदर्शन पार्क मोती नगर रमेश नगर पश्चिमी दिल्ली के रूप में हुई। हनी अय्याश व सट्टे लगाने का शौकीन था। जिसकारण उसपर लाखों का कर्ज था, मृतक अपने परिवार से अलग रहता था। जिसने हाल ही में 30 लाख का अपना फ्लैट बेचा था। दोनों हत्यारोपी मृतक के परिचित हैं, जिनमें दबोचे गये एक हत्यारोपी ने अपनी गांरटी पर लोगों से कर्ज दिलाया था।
कर्ज दिलाने वाले परिचित ने ही कर्ज के पैसे चुकता ना करने पर पैसों के लिए साजिश रचकर दूसरे साथी के साथ मिलकर हनी को सट्टे के नम्बर दिलवाने के नाम पर तांत्रिक से मिलनवाने के लिए हरिद्वार लाकर श्यामपुर क्षेत्र में रस्सी गला घोट कर हत्या कर दी। हत्यारोपियों ने मृतक की पहचान छुपाने इरादे से उसके चेहरे को पत्थर से कुचल कर उसका एटीएम, मोबाइल, बाइक लेकर फरार हो गये। पुलिस ने दबोचे गये हत्यारोपी से एक लाख से अधिक की नगदी, बाइक, एटीएम कार्ड, मृतक का सिम आदि बरामद किया है। इस हत्या का खुलासा एसएसपी प्रमेन्द्र सिंह डोबाल ने शुक्रवार को एसपी सिटी कार्यालय में पत्रकार वार्ता के दौरान किया।
उन्होंने बताया कि श्यामपुर पुलिस ने सूचना पर 24 नवम्बर 24 को रवासन नदी के किनारे से एक अज्ञात व्यक्ति का शव बरामद किया था, जिसके गले में रस्सी बंधी हुई थी। मृतक का चेहरा बुरी तरह कुचला हुआ था जिसकारण चेहरे स्पष्ट दिखाई नहीं दे रहा था। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर शव की शिनाख्त के प्रयास करते हुए आलाधिकारियों को घटना से अवगत कराया गया था। सूचना पर एसपी सिटी, सीओ सिटी ने मौके पर पहुंचकर घटना स्थल का निरीक्षण करते हुए अधीनस्थों से मामले की जानकारी जुटाई थी। लेकिन मृतक की शिनाख्त नहीं होने पर पुलिस ने शव को जिला अस्पताल की मोर्चरी में रखते हुए शव के पहचान के प्रयास तेज कर दिये।
एसएसपी ने बताया कि उनके द्वारा घटना का अनावरण करते हुए हत्यारोपी की शीघ्र गिरफ्तारी के निर्देश अधीनस्थों को देते हुए पुलिस टीम गठित की गयी। जिसमें सीआईयू को भी शमिल किया गया। पुलिस और सीआईयू की संयुक्त टीम ने क्षेत्र में काम कर रहे मजदूरों और ठेकेदारों से घटना की जानकारी जुटाने का प्रयास किया, लेकिन कोई सफलता नहीं मिली। पुलिस ने दोबारा घटना स्थल का रूख करते हुए गहनता से निरीक्षण किया, तभी पुलिस को घटनास्थल से कुछ दूरी पर स्थित रवासन के कांटे के एक कैमरे के फोकस का छोटा सा एंगल मुख्य हाईवे को कवर करता मिला, जिसको खंगाला गया।
कप्तान ने बताया कि सीसीटीवी कैमरे में महत्वपूर्ण सुराग हाथ लगे, जिसका पीछा करते हुए पुलिस टीम संदिग्ध मोटरसाईकिलों का पीछा करते हुए कोतवाली नगर स्थित एक होटल तक पहुंची। पुलिस की जांच के दौरान मृतक की पहचान अभय शर्मा उर्फ हनी निवासी पश्चिमी दिल्ली के रुप में हुई। मृतक के शिनाख्त के बाद पुलिस टीम दिल्ली पहुंची और मृतक के सम्बंध में जानकारी जुटाई गयी तो पता चला कि मृतक अय्याश किस्म का मौजी व्यक्ति था और हाल फिलहाल उसने दिल्ली में अपना एक फ्लैट 30 लाख में बेचा था। अय्याश हरकतों के चलते मृतक का अपनी माता या घर वालों से कोई संबंध नहीं रखता था। पुलिस टीम को जांच में यह भी पता चला कि दिल्ली क्षेत्र में लड़की सप्लाई करने का धंधा भी करता था।
कप्तान ने बताया कि पुलिस टीम को जांच के दौरान पता चला कि मृतक हनी पिछले कुछ महीनों से नीरज शुक्ला व नागेंद्र (दोनों पेशे से ड्राइवर हैं) से काफी नजदीक था और तीनों अय्याश होने के चलते लड़की बाजी तथा सट्टाबाजी का भी शौक रखते थे। पुलिस टीम ने नीरज शुक्ला और नागेंद्र की तलाश शुरू करते हुए उनके सम्भावित ठिकानों पर छापेमारी की गयी। लेकिन कोई सुराग नहीं मिला। पुलिस टीम वापस हरिद्वार लौटी और दोनों साथियों के नाम प्रकाश में आने के बाद उनकी टोह में मुखबिर तंत्र को लगाते हुए तलाश में जुटी रही। इसी दौरान पुलिस टीम ने सटीक सूचना पर मृतक के एक साथी नीरज को आज नहर पटरी सोनाली पुल के पास से दबोच लिया। जिसके पास से पुलिस टीम ने एक लाख से अधिक की नगदी, बाइक, एटीएम कार्ड, मृतक का सिम आदि बरामद की।
उन्होंने बताया कि पूछताछ के दौरान आरोपी ने अपना नाम नीरज शुक्ला पुत्र त्रिभुवन शुक्ला निवासी विकासपुरी दिल्ली बताते हुए खुलासा किया कि मृतक का तांत्रिक विद्या पर विश्वाश होने पर वह सट्टे में मोटी रकम जीतने के लालच में कई बार तांत्रिक के पास जा चुका था। मृतक पर अय्याशी व सट्टे के कारण इधर उधर से लाखों का कर्जा होने पर उसने नीरज शुक्ला के माध्यम से भी लोगों से लाखों का उधार ले रखा था। मृतक द्वारा नीरज से उधार लिए पैसे न लौटाने पर देनदार लगातार उसके पास आकर पैसे वापस मांग रहे थे। मृतक ने अपने अय्याश रवैए व सट्टे की लत के चलते मृतक ने फ्लैट बेच कर मिली रकम का काफी कुछ पैसा अय्याशी में उड़ा दिया था।
उन्होंने बताया कि नीरज ने अपने साथी नागेंद्र पुत्र सिंहराज निवासी भुवापुर थाना तिगांव जिला फरीदाबाद से मिलकर हनी को रास्ते से हटाकर पैसे हासिल करने का प्लान बना डाला। साजिश के तहत नीरज और नागेंन्द्र हनी को बताया कि हरिद्वार में एक बड़ा तांत्रिक है जो बिल्कुल सही सट्टे का नंबर बताता है इस पर मृतक ने नीरज की बात पर विश्वास कर लिया।
उन्होंने बताया कि प्लान के मुताबिक आरोपी नीरज व नागेंद्र ने मृतक को तांत्रिक के पास ले जाने के बहाने हरिद्वार लाये और श्यामपुर क्षेत्र में हनी की रस्सी से गला घोंटकर हत्या कर दी। इसके बाद आरोपियों ने पहचान मिटाने के लिए मौके पर ही मौजूद पत्थर से मृतक अभय शर्मा उर्फ हनी के चेहरे को बिगाड़ दिया ताकि कोई भी उसको पहचान ना पाए। एसएसपी ने हत्या का खुलासा करने वाली पुलिस टीम को 5 हजार और डीआईजी की ओर से 10 हजार का इनाम देने की घोषणा की है।