
कांवड मेले में चार करोड़ कांविड़यों के आने की सम्भावना: डीएम
कांवड़िये अपना पहचान पत्र अवश्य साथ लेकर आये: एसएसपी
कांवड़ की ऊंचाई अधिक से अधिक सात फीट की निर्धारित
डॉ. निशंक ने दी कांवड़ यात्रा की सफलता के लिये शुभकामनायें
कांवड मेले को लेकर सीमावर्ती अधिकारियों के साथ हुई बैठक
मुकेश वर्मा
हरिद्वार। गढ़वाल मण्डल आयुक्त सुशील कुमार की अध्यक्षता में बुधवार को डामकोठी में कांवड़ मेला-2022 के सफलता के लिए सीमावर्ती जनपदों के जिलाधिकारियों एवं वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के साथ एक बैठक आयोजित हुई।
बैठक में जिलाधिकारी विनय शंकर पाण्डेय ने कहा कि आगामी 14 जुलाई से शुरू होने जा रही कांवड यात्रा 27 जुलाई तक जारी रहेगी। जिसमें कांवडियों के भारी संख्या में हरिद्वार पहुंचेगें। पिछल दो वर्षो से कोविड संक्रमण के चलते कांवड मेला यात्रा नहीं हो पायी थी। इसलिए इस बार कांवड यात्रा में चार करोड कांवडियों के आने की सम्भावना है। जिनमें अध्किांश कांवड़िये युवा होगे। जिनको देखते हुए कांवड मेले में व्यवस्था की की जा रही है। कांवड यात्रा में कांवड़ की ऊंचाई अधिक से अधिक सात फीट होनी चाहिये, ताकि वह कांवड़, यात्रा में व्यवधान उत्पन्न न करे।
बैठक में सीमावर्ती जनपदों के अधिकारियों के साथ बार्डर में किस तरह की रणनीति अपनाई जाये कि कांवड़ यात्रा का संचालन काफी अच्छे ढंग से हो सके, के सम्बन्ध में विभिन्न पहलुओं पर विस्तृत विचार-विमर्श हुआ। जिसमें सीमावर्ती जनपदों से आये हुये अधिकारियों ने अपने अनुभवों को साझा करते हुये कांवड़ यात्रा के सफल संचालन के लिये अपने महत्वपूर्ण सुझाव भी दिये।
गढ़वाल मण्डल आयुक्त सुशील कुमार ने बैठक में सीमावर्ती जनपदों के अधिकारियों से कहा कि जो भी कांवड़ यात्री आपके जनपद से हरिद्वार की ओर प्रस्थान करेंगे, तो उनकी एक सूची जरूर तैयार कर ली जाये तथा उसकी जानकारी सभी को आपस में शेयर की जाये, जिससे आकस्मिकता के समय काफी मदद मिल सकती है। उन्होंने कहा कि सुरक्षा और भीड़ नियंत्रण एक बड़ी चुनौती है, इसलिये इस पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है। आस्था के साथ-साथ अन्य पहलुओं का भी पूरा ध्यान रखा जाये।
उन्होंने निर्देश दिये कि दुकानों में कोई भी ऐसी चीज की बिक्री नहीं होनी चाहिये, जिसे हथियार के रूप में इस्तेमाल किया जा सकता है, ऐसी वस्तुओं की बिक्री पर पूरी तरह से रोक होनी चाहिये। गढ़वाल मण्डलायुक्त ने कहा कि कांवड़ यात्रा में जुगाड वाहनों का प्रयोग न किया जाए, इस पर रोक होनी चाहिये। जिसके सम्बन्ध में व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाये।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक हरिद्वार डॉ0 योगेन्द्र सिंह रावत ने कहा कि जो भी कांवड़िये यात्रा पर निकलें तो वे अपने साथ कोई न कोई पहचान पत्र अवश्य लेकर चलें तथा रोड साइड की जितनी भी दुकानें हैं, वे अपनी ओरेजनल आईडी जरूर अपने पास रखें।
बैठक में प्रतिभाग करने आये सीमावर्ती जनपदों के अधिकारियों ने आगामी कांवड़ यात्रा के दौरान हर स्तर पर अपना पूरा सहयोग प्रदान करने का आश्वासन दिया। डॉ0 रमेश पोखरियाल निशंक सांसद हरिद्वार ने भी अल्प समय के लिये बैठक में प्रतिभाग किया तथा आगामी कांवड़ यात्रा की सफलता के लिये शुभकामनायें दीं।
इस अवसर पर के0एस0 नगन्याल डीआईजी, डॉ0 राजेश कुमार जिलाधिकारी देहरादून, चन्द्र भूषण सिंह जिलाधिकारी मुजफ्रफरनगर, विजय कुमार जिलाधिकारी पौड़ी, पूर्ण बोरा सीडीओ बिजनौर, विनीत जायसवाल वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक मुजफ्रफरनगर, यशवन्त सिंह एसएसपी पौड़ी, नवनीत सिंह एसएसपी टिहरी गढ़वाल, वीर सिंह बुदियाल एडीएम, राजस्व हरिद्वार, पीएल शाह एडीएम, प्रशासन हरिद्वार, रामजी शरण शर्मा एडीएम टिहरी, नरेन्द्र बहादुर सिंह एडीएम मुजफ्रफरनगर, राज सिंह एडीएम, राजस्व मुजफ्रफरनगर ए0के0 सिंह सिटी मजिस्ट्रेट हरिद्वार, पूरन सिंह राणा एसडीएम हरिद्वार, डी0एस0नेगी एसडीएम नरेन्द्र नगर, डॉ0 प्रवीन रंजन सिंह एसपी सिटी बिजनौर, राजेश कुमार एसपी सिटी सहारनपुर, अक्षय कौण्डे एसपी ट्रैफिक देहरादून, हिमांशु कुमार एसपी, क्राइम हरिद्वार, कुलदीप सिंह एसपी ट्रैफिक मुजफ्रफरनगर, प्रमेन्द्र डोभाल एसपी देहात हरिद्वार, स्वतंत्र कुमार सिंह एसपी सिटी हरिद्वार, वैभव सैनी सीओ पौड़ी, सुश्री निहारिका सेमवाल सीओ आपरेशन हरिद्वार, सुरेश तोमर अधिशासी अभ्रियंता आदि मौजूद रहे।