जिला अस्पताल की व्यवस्था बनाने में आ रही पीएमएस को दिक्कत
नवनियुक्त पीएमएस के अनिश्चित कालीन मेडिकल लिव से मामला गडबडाया
मुकेश वर्मा
हरिद्वार। जिला अस्पताल के नवनियुक्त पीएमएस के अनिश्चित कालीन मेडिकल लिव पर चले जाने पर चिकित्सकों समेत स्टाॅफ का दिसम्बर माह के वेतन मिलने को लेकर दुविधा बनी हुई है। उनको वेतन मिलेगा या नहीं, यह अभी पुख्ता तौर पर नहीं किया जा सकता। वहीं अस्पताल में मरीजों की व्यवस्था के लिए जरूरी समान की खरीदारी भी नहीं की जा रही है। जिससे मरीजों की व्यवस्था बनाने में कार्यवाहक सीएमएस को दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है। जिसका कारण वित्तीय पावर कार्यवाहक सीएमएस के पास न होना बताया जा रहा है। बताया जा रहा हैं कि कार्यवाहक सीएमएस की ओर से डीजे हैल्थ को पत्र भी लिखा जा चुका है। लेकिन अभी तक कोई समाधान निकलता नजर नहीं आ रहा है।
बताते चले कि जिला अस्पताल में पीएमएस पद पर स्वास्थ्य विभाग की ओर से मानसिक चिकित्सालय सैलाकुई देहरादून के सीएमएस डाॅ. सीपी त्रिपाठी को पदोन्नत देकर जिला अस्पताल का पीएमएस बनाया गया था। जिन्होंने 02 दिसम्बर को जिला अस्पताल पहुंचकर कार्यभार ग्रहण कर लिया था। बताया जा रहा हैं कि डाॅ. सीपी त्रिपाठी कार्य भार ग्रहण करने के बाद एक सप्ताह की लिव पर चले गये। जिनको 09 दिसम्बर 21 को आकर जिला अस्पताल का कार्यभार देखना था। सीएमएस डाॅ. सीपी त्रिपाठी 09 दिसम्बर को जिला अस्पताल पहुंचे, लेकिन कुछ वक्त बिताने के बाद फिर अनिश्चित कालीन मेडिकल लिव चले गये है। वो बात अलग हैं कि उन्होंने एक पत्र जिला अस्पताल में मौजूदा सीएमएस का कार्यभार सम्भाल रहे डाॅ. चंदन मिश्रा के पक्ष में कार्यभार देखने को लिखा है।
लेकिन उस पत्र को लिखने का मकसद किसी को समझ नहीं आ रहा हैं, जोकि औचित्वहीन माना जा रहा है। जबकि डाॅ. चंदन मिश्रा शुरू से ही जिला अस्पताल का कार्यवाहक सीएमएस की जिम्मेदारी निभा रहे है। इसलिए नवनियुक्त पीएमएस डाॅ. सीपी त्रिपाठी के पत्र लिखने की मंशा किसी को समझ नहीं आ रही है। जिला अस्पताल की वित्तीय पावर पीएमएस के पास होती है और पीएमएस के अनिश्चित मेडिकल लिव से अस्पताल की व्यवस्था गडबडाने लगी है। जिला अस्पताल के आधीन आने वाले चिकित्सक व स्टाॅफ का दिसम्बर माह के वेतन मिलने को लेकर दुविधा पैदा हो गयी है। जब वित्तीय पावर रखने वाले पीएमएस अनिश्चित कालीन मेडिकल लिव पर हैं तो वेतन को कौन निकालेगा?। यह बात किसी को समझ नहीं आ रही है। बता दें कि पूर्व में डाॅ. सीपी त्रिपाठी जिला अस्पताल में बाल रोग विशेषज्ञ के तौर पर अपनी सेवाएं दे चुके है। जोकि जिला अस्पताल की हर स्थिति से वाकिफ है।
जिला अस्पताल के कार्यवाहक सीएमएस डाॅ. चंदन मिश्रा ने बताया कि नवनियुक्त पीएमएस डाॅ. सीपी त्रिपाठी अनिश्चित कालीन मेडिकल लिव पर है। जिसकारण अस्पताल की व्यवस्था बनाने में दिक्कत आ रही है। सर्दी का मौसम हैं वार्ड में रखे गये हिटर खराब पडे हैं, वार्डो के लिए नये हिटर की आवश्यकता पड रही हैं, लेकिन वित्तीय पावर न होने के कारण खरीदारी नहीं हो सकती है। वार्ड के पुराने हिटरों को ही रिपेयर करा कर काम चलाना पड रहा है। ऐसे कई ओर बहुत सी व्यवस्थाएं हैं जोकि बिना पीएमएस के आदेश के बिना बनाना सम्भव नहीं हो पा रहा है। वहीं चिकित्सकों व स्टाॅफ का दिसम्बर माह का वेतन न बनने पर उनका वेतन भी अधर में लटकता नजर आ रहा है। जिसको लेकर स्टाॅफ में दुविधा बनी हुई है। जिसके सम्बंध में उनके द्वारा डीजी हैल्थ को पत्र लिखा जा चुका है। जिनके आदेश की प्रतिक्षा की जा रही है।
