
*मददगारों ने करायी थी कैदियों को बाइक व ऑनलाइन नगदी उपलब्ध
*पुलिस टीम ने आरोपियों से की बाइक व मोबाइल बरामद
मुकेश वर्मा
हरिद्वार। जिला कारागर हरिद्वार से फरार हुए दो कैदियों की मदद करने वाले दो युवकों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। जिन्होंने फरार 50-50 हजार के इनामी कैदियों को भागने के लिए बाइक और ऑनलाइन पैसे उपलब्ध कराने के लिए मोबाइल उपलब्ध कराया था। फरार हुए कैदियों में एक कुख्यात प्रवीण वाल्मीकी गैंग का गुर्गा आजीवन सजायाफ्ता और दूसरा विचाराधीन कैदी शामिल था। पुलिस ने आरोपियों के पास से कैदियों को भागने में इस्तेमाल की गयी बाइक, मोबाइल और सीसीटीवी फूटेज बरामद किये है। पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ सम्ंबधित धाराओं में मामला दर्ज कर लिया। जिनको मेडिकल के बाद न्यायालय में पेश कर जेल भेज दिया। इस बात की जानकारी एसएसपी हरिद्वार प्रमेन्द्र डोबाल द्वारा मीडियां को जारी प्रेस नोट के माध्यम से दी है।

उन्होंने बताया कि 11 अक्टूबर 24 की देर शाम को जिला कारागर हरिद्वार से रामलीला मंचन के दौरान कुख्यात प्रवीण वाल्मीकि गैंग के गुर्गे पंकज जोकि हत्या के मामले में आजीवन सजायाफ्ता और दूसरा विचाराधीन कैदी राजकुमार जिला कारागर में चल रहे निर्माणाधीन कार्यो में इस्तेमाल सीढी के माध्यम से जेल की दीवार फांद कर फरार हो गये थे। जिला कारागर हरिद्वार से फरार हुए कैदियों की जानकारी मिलते ही जिलाधिकारी के साथ उन्होंने अपने अधीनस्थों सहित जिला कारागर का निरीक्षण करते हुए घटना के सम्बंध में जानकारी जुटाई थी। घटना की गम्भीरता को देखते हुए देर रात अधीनस्थों के साथ बैठक कर जेल से फरार होने वाले कैदियों को दबोचकर दोबारा जेल भेजने के लिए एसआईटी का गठन कर 10 टीमों को रणनीति के तहत सम्भावित ठिकानों पर छापेमारी के निर्देश दिये थे।
उन्होंने बताया कि जिला कारागर से फरार हुए कैदियों पर उनकी संस्तुति पर आईजी गढ़वाल रेंज करन सिंह नगन्याल द्वारा दोनों फरार कैदियों पर 50-50 हजार का इनाम घोषित किया गया था। पुलिस टीमे फरार कैदियों को दबोचने के लिए सघन तलाशी अभियान में जुटी है। इसी दौरान पुलिस टीमों ने जिला कारागर से फरार दोनों कैदियों की मदद करने पर इस्माइलपुर लक्सर निवासी नितिन कुमार पुत्र चंद्रकिरण और बॉबी पुत्र सुखपाल को सुल्तानपुर लक्सर क्षेत्र से दबोचा है।
जिन्होंने जेल से फरार हुए कैदियों को भागने के लिए बाइक और एक मोबाइल जिसके माध्यम से ऑनलाइन पैसे ट्रांसफर कराये थे। पुलिस टीम ने आरोपियों के पास से कैदियों को फरार होने में इस्तेमाल बाइक और मोबाइल बरामद किया है। कैदियों के मददगारों को दबोचने वाली टीम में सिडकुल थानाध्यक्ष मनोहर सिंह भंडारी, कांस्टेबल विजय नेगी सिंह और कांस्टेबल ललित बोरा शामिल रहे।