
■रंजिश के चलते विरोधियों को सबक सिखाने के लिए की रचि थी साजिश
■कार्यवाही के लिए पुलिस पर दबाब बनाने को किया था कोतवाली पर प्रदर्शन
■पुलिस जांच में हुआ अपहरण का आरोप लगाने वालों के नाटक का पर्दाफाश
मुकेश वर्मा
हरिद्वार। पुरानी रंजिश के चलते अपने विरोधियों के खिलाफ मारपीट व अहपरण का झूठा मुकदमा दर्ज कराने तथा गिरफ्तारी के लिए पुलिस पर दबाब बनाने के लिए कोतवाली का घेराव कर प्रदर्शन करने वाले तीन लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। जिनमें पुलिस टीम ने अपहरण हुए युवक को उसके भांजे के घर कनखल थाना क्षेत्र से बरामद करते हुए मामा-भांजे को दबोचा है। अपहरण प्रकरण में गांव के छह लोगों पर अपहरण का झूठा मुकदमा दर्ज करने वाला भी शामिल है। पुलिस ने अपहरण की साजिश रचने वालों के खिलाफ पुलिस एक्ट के तहत कार्यवाही की है। इस बात की जानकारी एसपी देहात स्वप्न किशोर सिंह ने कोतवाली लक्सर परिसर में पत्रकार वार्ता के दौरान दी।

उन्होंने बताया कि कुलदीप निवासी प्रतापपुर लक्सर हरिद्वार ने 25 मई 24 को कोतवाली में तहरीर देकर शिकायत की थी। शिकायत में कुलदीप ने अपने भाई मोहित उर्फ टीनू के साथ मारपीट कर उसका अपहरण का आरोप गांव के दिनेश, अरविन्द, चांदवीर, गुड्डू, भोला व मंगलू पर लगाया था। पुलिस ने तहरीर के आधार पर मामला दर्ज करते हुए घटना से आलाधिकारियों को अवगत कराया गया था। घटना को गम्भीरता से लेते हुए एसएसपी प्रमेन्द्र डोबाल ने सीओ लक्सर निहारिका सेमवाल के पर्यवेक्षण में पुलिस टीमें गठित कर जल्द घटना के खुलासे के निर्देश दिये गये थे। पुलिस को जांच में पता चला कि पूरा प्रकरण दो अलग-अलग जातियों के बीच चल रहे पुराने विवाद से जुड़ा हुआ है।
उन्होंने बताया कि पुलिस टीम ने घटना स्थल पर पहुंचकर ग्रामीणों से जानकारी जुटाने के साथ-साथ आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों को खंगालना शुरू किया। और अपहरण हुए युवक के मोबाइल की लोकेशन को भी खंगाला गया, तो घटना संदिग्ध प्रतीत हुई। पुलिस टीम ने घटना से सम्बंध में मिली सभी जानकारियों की कड़ियों को आपस में जोड़ते हुए पुलिस ने अपनी जांच को आगे बढाई तो पता चला कि अपहरण हुए मोहित को घटना वाले दिन अपने भांजे दर्शन के साथ देखा गया था। पुलिस ने जब मोहित और दर्शन की लोकेशन खंगाली तो दोनों की लोकेशन एक ही स्थान पर पाई गयी। पुलिस टीम ने सूचना के आधार पर अपहरण हुए युवक मोहित को अपने भांजे दर्शन के घर जियापोता कनखल हरिद्वार से बरामद कर लिया।
एसपी देहात ने बताया कि पूछताछ के दौरान मोहित ने खुलासा किया कि 24 मई 24 की रात को उसका गांव के चांदवीर व गुडू के साथ जेसीबी मशीन का शीशा टूटने को लेकर विवाद हुआ था। जिनको सबक सिखाने के लिए उसने अपने भाई कुलदीप और भांजे दर्शन के साथ मिलकर साजिश के तहत मारपीट व अपहरण का झूठा मुकदमा दर्ज कराया था। जिसके बाद वह अपने भांजे दर्शन के घर जीयापोता कनखल में जाकर छुप गया था। उसके भाई कुलदीप ने मारपीट व अपहरण की झूठी घटना को गांव में फैला कर पुलिस पर विपक्षीयों पर कार्यवाही के लिए दबाब बनाने का प्रयास किया था। पुलिस की जांच में पूरा मामला साफ हो जाने के बाद पुलिस ने मारपीट व अपहरण का झूठा मुकदमा दर्ज कराने वाले दोनों भाईयों समेत तीनों पर पुलिस एक्ट के तहत चालान कर दिया।