
एक दम्पत्ति ने पुलकित आर्य पर लगाये गम्भीर आरोप
दम्पत्ति के खुलासे से उत्तराखण्ड की राजनीति में आया भूचाल
कांग्रेस भी रिसॉर्ट पर भाजपा सरकार पर हो रही हमलावर
वनंत्रा रिसॉर्ट मामले में कांग्रेस कर रही सीबीआई जांच की
मुकेश वर्मा
देहरादून। वंनत्रा रिसॉर्ट के काले कारनामों के खुलासे अब दर परत दर होते जा रहे है। जिसके बाद भाजपा नेता के बेटे का वनंत्रा रिसॉर्ट अय्याशी के अड्डे का खुलासा होना शुरू हो गया है। जिसको कांग्रेस पार्टी ने भाजपा सरकार को घेरना शुरू कर दिया है। कांग्रेस वनंत्रा रिसॉर्ट को लेकर भाजपा सरकार पर हमालवर हैं और पूरे मामले की जांच सीबीआई से कराने की मांग कर रही है।
वंनत्रा रिसॉर्ट के काले कारनामों का चिट्ठा रिसॉर्ट में काम कर चुके एक दंपत्ति ने करते हुए उत्तखण्ड की राजनीति में भूचाल ला दिया है। वनंत्रा रिसॉर्ट के कारनामे का चिट्ठा खोलने वाला दम्पत्ति फिलहाल मेरठ में रहने की बात सामने आ रही है। दम्पति के आरोपों में कितना दम हैं इस बात की जांच की जानी जरूरी है। बताया तो यह जा रहा हैं कि वनंत्रा रिसॉर्ट के काले कारनामों का खुलासा करने वाले दम्पत्ति का नाम इशिता व विवेक ने बताया जा रहा है। कहा तो यह भी जा रहा हैं कि दम्पत्ति ने उत्तराखण्ड से रातों रात भाग कर अपनी जान बचाई थी।
प्रदेशभर में चर्चा हैं कि दम्पत्ति जून माह तक इसी रिसॉट में काम कर चुके हैं, जोकि दो माह के भीतर वह इस कदर परेशान हो गए की उन्हें भाग कर अपनी जान बचानी पड़ी। बताया जा रहा हैं कि दम्पत्ति होटल मैनेजमेंट के कोर्स के बाद नौकरी की तलाश में थे, तभी उन्हें पुलकित आर्य के वनंत्रा रिसॉर्ट में स्टाफ रिक्वायरमेंट की जानकारी मिली थी। दोनों ने यहां पर आकर पुलकित आर्य से संपर्क किया और दोनों की यहां नौकरी लग गई। बताया जा रहा हैं कि पुलकित आर्य उन्हें इतना परेशान करता था कि कई बार उन्होंने यहां से भागने की कोशिश की, लेकिन हर बार वह असफल रहे।
बताया जा रहा हैं कि पुलकित आर्य अपने चंगुल में यहां के स्टाफ को फंसाकर रखता था, जिसके कारण यहां से निकलना मुश्किल होता था। आरोप हैं कि महिला पर पुलकित आर्य ने चोरी का आरोप लगाया था। बताया जा रहा है कि आरोप लगाने के बाद उनसे बकायदा लिखित माफी मंगवाई गयी थी। जबकि उन्होंने कोई चोरी नहीं की थी। जिसके बाद वह इतने परेशान हो गए कि रात को वहां से भागना ही उन्होंने मुनासिब समझा।
दम्पत्ति ने आरोप लगाया कि रिसॉर्ट में हमेशा कुछ संदिग्ध लड़कियों का आना जाना लगा रहता था, उनके नाम और नंबर पुलकित आर्य कभी नोट नहीं करने देता था। पुलकित आर्य कुछ वीआईपी लोगों को लेकर आता था जिनके लिए वह लड़कियां मंगाई जाती थी। आरोप हैं कि रिसोर्ट में भारी मात्रा में शराब तो आती ही थी साथ ही नशे का अन्य सामान भी मौजूद रहता था। यह सारा इंतजाम पुलकित आर्य के कुछ वीआईपी दोस्तों के लिए किया जाता था।
महिला का आरोप हैं कि पुलकित ने उसके पति को एक दिन कहा था कि अपनी पत्नी को रूम में भेज दो, तब उन्हें बहुत अजीब लगा। उन्होंने जबरदस्ती रूम में खाना मंगवाने की जिद भी की थी। उस वक्त पुलकित आर्य शराब के नशे में था, लेकिन वह कमरे में नहीं गई। इस बात से पुलकित बेहद नाराज हुआ था। आरोप हैं कि वनंत्रा रिसॉर्ट में जो लड़कियां दूसरे कस्टमरों के लिए बुलाई जाती थी उनके साथ पुलकित भी एंजॉय करता था।
आरोप हैं कि दम्पत्ति ने पुलकित आर्य से परेशान होकर पुलिस को फोन किया तो पता चला कि ये पुलिस क्षेत्र नहीं है, यह राजस्व क्षेत्र है। जिसके उन्होंने पटवारी को फोन किया, पटवारी ने यहां पर आकर उल्टा उन्हें ही धमकाया। साथ ही पटवारी ने इस बात की भी हिदायत दी कि अगर यहां ज्यादा तेज बनने की कोशिश करोगे तो उन्हें अंजाम भुगतने होंगे।
वहीं अंकिता भंडारी हत्याकांड को लेकर विभिन्न राजनीतिक दल भी लगातार सरकार और भाजपा पर हमलावर है। कांग्रेस ने अंकिता हत्याकांड की जांच में हिलाहवाली की बात कही है, साथ ही कांग्रेस ने अंकिता हत्याकांड मामले की सीबीआई जांच की मांग की है। कांग्रेस ने अंकिता हत्याकांड में सरकार और सरकारी तंत्र पर कई सवाल खड़े कर दिए हैं।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष करण माहरा ने इस पूरे प्रकरण की सीबीआई से जांच की भी मांग की है। कांग्रेस अध्यक्ष माहरा ने सीधा आरोप लगाया कि बिना रजिस्ट्रेशन के रिजॉर्ट कैसे चल रहा था। बार-बार सरकार ने इस बारे में अपने बयान बदले हैं। कांग्रेस का आरोप है कई रसूखदार लोग लगातार रिजॉर्ट में आ रहे थे, जिसके लिए सबूतों को मिटाया गया है पुलिस ने रिमांड लेने के लिए कोई एप्लीकेशन क्यों नहीं लगाई? बीजेपी की महिला नेत्रियों ने अभी तक कोई आवाज क्यों नहीं उठाई।
वहीं कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने कहा उत्तराखंड पुलिस बताए वो कौन वीआईपी था, जिसके लिए अंकिता पर दबाव बनाया जा रहा था। जब तक सरकार उस वीआईपी का नाम सार्वजनिक नहीं करेगी, कांग्रेस पूरी कार्रवाई को सही नहीं मानेगी 24 घंटे के अंदर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को वीआईपी का नाम सार्वजनिक करना पड़ेगा। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष का आरोप हैं कि पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी अपराधियों से हाथ क्यों मिलाते नजर आए। पुलिस कस्टडी की जगह ज्यूडिशियल कस्टडी में भेजकर अपराधियों को बचाने का काम किया गया है।