
*हिल बायपास को लाइफ लाइन मनाते हुए उसको किया आवश्यक कार्यों की सूची में शामिल
*जिला चिकित्सालय के जर्जर भवन को तोड़कर नया भवन निर्माण हेतु प्रस्ताव देने के निर्देश
*कुंभ में 2266.3621 करोड़ के 220 स्थाई कार्य और 1216.8987 करोड़ की लागत के 431 अस्थाई कार्य प्रस्तावित
*श्रीगंगा सभा, अखाड़ा परिषद आदि ने दिया सुभाष घाट से विष्णु घाट के बीच नया पुल बनाये जाने का प्रस्ताव
*गड्ढा पार्किंग या ललतारौ पुल के पास एक मल्टी स्टोरी टू व्हीलर पार्किंग बनाये जाने का भी दिया प्रस्ताव
मुकेश वर्मा
हरिद्वार। आगामी अर्द्ध कुंभ मेले को कुम्भ मेले की तर्ज पर भव्य एवं दिव्य रूप से सफलतापूर्वक सम्पन्न कराने हेतु समयबद्धता से कार्यवाही करना सुनिश्चित करें। यह निर्देश मंडलायुक्त विनय शंकर पाण्डे ने सीसीआर सभागार में मेले हेतु प्रस्तावित कार्यों को समीक्षा के दौरान संबंधित अधिकारियों को दिए।
उन्होंने कहा कि कार्यों को उनकी महत्ता व आवश्यकता के आधार पर वास्तव में आवश्यक कार्य ही प्रस्तावित किए जाए। अनावश्यक वित्तीय भार से बचने के लिए अनावश्यक कार्य प्रस्तावित न किए जाएं। उन्होंने हिल बायपास को लाइफ लाइन की संज्ञा देते हुए कहा कि हिल बायपास निर्माण कार्य को आवश्यक कार्यों की सूची में शामिल किया जाए। उन्होंने लालजी वाला के पास अस्थाई पुलिस लाइन स्थापना हेतु आवश्यक कार्यवाही करने के निर्देश दिए। उन्होंने जिला चिकित्सालय के जर्जर भवन को तोड़कर उसके स्थान पर नया भवन निर्माण हेतु प्रस्ताव देने के निर्देश मुख्य चिकित्साधिकारी को दिए। उन्होंने समिति सदस्यों से कहा कि कार्यों को भली भांति समझते हुए चयनित किया जाए और अपने अपने महत्वपूर्ण सुझाव दिए जाए।
उन्होंने पत्रकारों से वार्ता के दौरान कहा कि मुख्यमंत्री ने इस बार घोषणा की थी तथा संत समाज से विचार विमर्श करके और उनके आशीर्वाद से इस बार भव्य कुंभ का आयोजन होगा। उसी के सिलसिले में तैयारियां चल रही है। शासन स्तर पर एक समिति बनाई गई हैं, जिसमें जिलाधिकारी, आईजी मेला और सभी विभागों के वरिष्ठ अधिकारी शामिल है। जो काम कुंभ के पूरे आयोजन को एक सुगम और सुविधाएं प्रदान कर सके, उसके लिए क्या क्या काम होने चाहिए, इसकी प्लानिंग काफी लंबे समय से चल रही है, आज उसी समिति की थी।
उन्होंने कहा कि आज की बैठक में सभी चीजों का प्रेजेंटेशन हुआ है, मुख्य रूप से सिंचाई विभाग, पीडब्ल्यूडी, जल संस्थान, पेयजल निगम, चिकित्सा और विद्युत विभाग इन सब के प्रपोजल आ गए है। उन्होंने कहा कि हमने इन कामों को तीन भागों में ए , बी, सी में डिवाइड कर दिया है, ए कैटिगिरी में जो काम है वो अत्यंत महत्वपूर्ण है और जिसमें समय लगने की संभावना हैं , कंस्ट्रक्शन है। जिसमें साल से डेढ़ साल लग सकता है, इन सभी कार्यों का प्रपोजल लगभग 3400 करोड़ का बना है ,एक दो दिन में शासन से आदेश हो जायेगे और प्राथमिकता के आधार पर प्रशासन भी रीव्यू करेगा, दो तीन दिन के अंदर सारे प्रस्ताव चले जायेंगे और जो चीफ सेकेट्री की अध्यक्षता में जो कमेटी है वो पूर्ण विजिट करेगी और फिर वो रिपोर्ट भारत सरकार को भेजी जाएगी।
उप मेलाधिकारी एवम् उप जिलाधिकारी अजयवीर सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि संपूर्ण कुम्भ मेला क्षेत्र हेतु विभिन्न विभागों द्वारा 2266.3621 करोड़ रुपया लागत के 220 स्थाई प्रकृति के कार्यों तथा 1216.8987 करोड़ की लागत के 431 अस्थाई कार्यों के प्रस्ताव दिए गए हैं। उन्होंने पावर पॉइंट प्रजेंटेशन के माध्यम से विभिन्न विभागों द्वारा उपलब्ध कराएं गए प्रस्तावों की महत्ता एवम् आवश्यकता के बारे में विस्तार से जानकारी दी।
बैठक में श्रीगंगा सभा, अखाड़ा परिषद, व्यापार मंडल आदि के प्रतिनिधियों द्वारा सुझाव दिया कि सुभाष घाट से विष्णु घाट के बीच एक नया पुल बनाया जाए, व्यापारियों के लिए गड्ढा पार्किंग के पास या ललतारौ पुल के पास एक मल्टी स्टोरी टू व्हीलर पार्किंग बनाई जाए साथ ही सप्त सरोवर क्षेत्र में नए घाटों का निर्माण भी किया जाए।
बैठक में आईजी राजीव स्वरूप, जिलाधिकारी कर्मेंद्र सिंह, जिलाधिकारी पौड़ी आशीष चौहान, एसएसपी प्रमेंद्र सिंह डोबाल, एसएसपी अजय सिंह, वीसी एचआरडीए अंशुल सिंह, एसपी पंकज गैरोला, एसई लोनिवि सुरेश तोमर, एसई यूपीसीएल प्रदीप कुमार, मैनेजर भेल विपुंज कुमार, सचिव एचआरडीए मनीष सिंह, अखाड़ा परिषद के प्रतिनिधि महंत दिगम्बर रघुवन, महामंत्री श्री गंगा सभा तन्मय वशिष्ठ, व्यापार मंडल से राजीव पाराशर, कमल बृजवासी, संजीव नैयर सहित संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे।