
स्वास्थ्य विभाग, पुलिस विभाग, दमकल विभाग, एसडीआरएफ समेत विभिन्न टीमों ने लिया हिस्सा
मुकेश वर्मा
हरिद्वार। मानसून के चलते पहाड़ों पर लगातार हो रही भारी बरसात के दृष्टिगत गंगा जल का स्तर खतरे के निशान से ऊपर बहने के मद्देनजर बाढ के हालत पैदा होने की स्थिति में अपने आपदा प्रबंधन की व्यवस्थाओं की तैयारियों को हरिद्वार प्रशासन ने आज सुबह मॉकड्रिल के जरिये परखा। प्रशासन ने अपनी आपदा प्रबंधन की व्यवस्थाओं की तैयारियों को परखने के लिए जनपद के पांच स्थलों पर विष्णु घाट, निकट सीसीआर, श्यामपुर कांगड़ी हरिद्वार, ग्राम कलसिया, तहसील लक्सर, ग्राम मांडाबेला, तहसील लक्सर और फतेहुल्लाहपुर उर्फ तेलपुरा, तहसील भगवानपुर पर मॉकड्रिल चलाया गया। जिसमें प्रशासनिक अधिकारियों, स्वास्थ्य विभाग, पुलिस विभाग, दमकल विभाग, एसडीआरएफ समेत विभिन्न टीमों ने हिस्सा लिया।




मॉकड्रिल के जरिये बाढ के हालत बनने पर डूबने वाले लोगों को बचाने तथा अन्य परिस्थितियों में फंसे लोगों के जीवन बचाने के लिए हताहत लोगों को मौके पर तुंरत चिकित्सा उपचार देने तथा गम्भीरों को तत्काल चिकित्सालय में भर्ती कराने के साथ-साथ अन्य विभागीय टीमों की इस आपदा की स्थिति में क्या-क्या भगीदारी रहने वाली होती हैं उसके टाईम रिस्पॉस को परखा गया। पांच स्थलों के रिलीफ सेंटर भी अलग-अलगउ क्षेत्रों में बनाये गये थे। जिनमें हरिद्वार क्षेत्र की बात करें तो विष्णु घाट और श्यामपुर कांगड़ी हरिद्वार का रिलीफ सेंटर भल्ला कॉलेज हरिद्वार में बनाया गया था। लक्सर क्षेत्र की बात करें तो ग्राम कलसिया और ग्राम माडाबेला का रिलीफ सेंटर जूनियर हाईस्कूल बालाबली और रजकीय प्राथमिक वि़द्यालय में बनाया गया था। वहीं भगवानपुर क्षेत्र के ग्राम फतेउल्लाहपुर उर्फ तेलपुरा का रिलीफ सेंटर प्राथमिक विद्यालय बनाया गया था।

