
जनप्रतिनिधियों, अधिकारियों सहित उमड़े जनसैलाब ने दी अन्तिम विदाई
मुकेश वर्मा
हरिद्वार। जम्मू कशमीर में आईईडी निष्क्रिय करते समय शहीद हुये मेजर चित्रेश बिष्ट की पूरे सैन्य सम्मान के साथ यहां खड़खड़ी श्मशान घाट पर अन्तिम संस्कार किया गया। शहीद मेजर विष्ट को नेताओं, प्रशासनिक अधिकारियों सहित शहर के सैकड़ों लोगों ने दी अन्तिम विदाई। इस दौरान प्रदेश के पर्यटन एवं जनपद प्रभारी मंत्री सतपाल महराज, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष अजय भटट्, पूर्व मुख्यमंत्री व सांसद भगत सिंह कोश्यारी सहित कई जनप्रतिनिधि एवं प्रशासनिक व पुलिस अधिकारी मौजूद रहे। यहां खड़खड़ी श्मशान घाट पर शहीद मेजर चित्रेश विष्ट का अंतिम संस्कार पूरे सैनिक सम्मान के साथ किया गया। शहीद मेजर चित्रेश बिष्ट को उनके चाचा के बेटे हर्षित ने मुखाग्नि दी। मेजर चित्रेश बिष्ट जम्मू कश्मीर के राजोरी जिले में नौशेरा सेक्टर में उस समय शहीद हो गए थे, जब वे बॉर्डर एक्शन टीम बैट द्वारा बिछाई गयी आईईडी को डिफ्यूज कर रहे थे और इस दौरान विस्फोट हो गया था। मेजर देहरादून के रहने वाले थे और उनके पिता एसएस बिष्ट पुलिस अधिकारी रहे है। शहीद मेजर की 7 मार्च को शादी होने वाली थी और जब उनके शहीद होने का समाचार उनके परिवार को मिला उस समय उनका परिवार विवाह की तैयारी में लगा हुआ था। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्ट ने कहा कि बहुत भारी क्षति हुई है मेजर चित्रेश बिष्ट आज शहीद हुए है और आज समाचार मिला है कि एक और मेजर शहीद हों गए है। उत्तराखंड वीरभूमि है और यहां हर घर मे सैनिक है, शहीदों का यह बलिदान व्यर्थ नही जाने वाला है। मोदी जी ने जो कहा है कि एक एक आंसू का बदला लिया जाएगा। सेना अपना कार्य कर रही है ,सेना पर पूरा विश्वास है, धीरे धीरे यह कार्य होते है। हम सबको पूर्ण विश्वास है कि जरूर हमारी सरकार इसमे गहरा स्टेप लेने वाली है और हमको धैर्य से काम लेना है ऐसे मौके धैर्य के होते है ,इस समय धैर्य की परीक्षा है और धैर्य हमारा टूटना नही चाहिए,इसी से आप देखेंगे कि आतंकमुक्त भारत बनाएंगे और आतंकवादियों का खातमा करेंगे। मेजर चित्रेश को श्रद्धांजलि देने के लिए प्रदेश के मंत्री सतपाल महाराज,सांसद भगत सिंह कोश्यारी ,राज्य मंत्री विनोद आर्य ,विधायक सुरेश राठौर,ममता राकेश,देशराजकर्णवाल,खजान दास,पूर्व मंत्री मंत्री प्रसाद नैथानी,भाजपा प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्ट,एसएसपी जनमेजय खंडूरी,एसपी यातायात मंजूनाथ समेत बड़ी संख्या में स्थानीय लोग शमशान पहुचकर अन्तिम विदाई दी।