
♦शराब कारोबारी के खिलाफ क्षेत्र के पार्षद के नेतृत्व में लोग कर चुके आंदोलन
♦नगर मजिस्ट्रेट से लेकर मायापुर चौकी तक शिकायत के बाद भी नहीं रूक रहा अवैध धंधा
♦क्षेत्र के लोगों को एसएसपी पर ही शराब के अवैध कारोबार को बंद कराने की उम्मीद
♦चर्चाः शराब के कारोबार पर लगाम लगाना कोतवाली नगर पुलिस के बूते की बात नहीं रही
मुकेश वर्मा
हरिद्वार। कोतवाली नगर क्षेत्र में चर्चित कन्फेशनरी दुकान की आड में लम्बे समय से चल रहा शराब का अवैध कारोबार क्षेत्र के नागरिकों के आंदोलन व हंगामे के बाद भी बदस्तूर जारी है। बताया जा रहा हैं कि क्षेत्र के पार्षद के नेतृत्व में नगर मजिस्ट्रेट समेत मायापुर चौकी पर शिकायती पत्र देकर चल रहे शराब के अवैध करोबार को बंद कराने की मांग की जा चुकी है। लेकिन नतीजा शून्य ही रहा है, उसके बाद भी शराब का अवैध कारोबार धड़ल्ले से जारी है।
आप को सुनकर हैरानी होगी कि जिस दुकान की आड में शराब का अवैध धंधा संचालित हो रहा है। वह दुकान किसी गली या कूचे में नहीं बल्कि ऋषिकुल तिराहे के पास मुख्य मार्ग पर है। कन्फेशनरी दुकान की आड में धडल्ले से चल रहे शराब के अवैध कारोबार ने पुलिस की कार्यशैली पर सवाल खडे कर दिये है। आरोप हैं कि इस दुकान पर कुछ पुलिस कर्मियों का आना जाना है। शराब कारोबारी के हौसले इस कदर बुलंद हैं कि वह मुख्यमंत्री के नशा मुक्त अभियान को ठेका दिखा रहा है। जिसको लेकर क्षेत्र के लोगों में ही नहीं बल्कि शहर में चर्चा का विषय बना हुआ है। पुलिस महकमे में भी इस कन्फेशनरी की दुकान की आड में चल रहे शराब के अवैध कारोबार को लेकर कानाफूसी की जा रही है।
बताया जा रहा हैं कि पूर्व में पुलिस द्वारा छापा मारकर दुकान से शराब भी पकडी जा चुकी है। शहर में इन दिनों कन्फेशनरी की दुकान शराब के ठेके के तौर पर चर्चित हो रही है। एक कहावत तो हम सभी ने सुनी हैं कि हाथी के दांत दिखाने के कुछ और खाने के कुछ होते है। यही बात यहां पर सटीक बैठ रही है। पुलिस प्रशासन समेत आम लोगों की आंखों में धूल झौंकने के लिए दुकान कन्फेशनरी की है, लेकिन असल में इस दुकान में धंधा अवैध शराब का होता है।
क्षेत्र के लोगों में चर्चा हैं कि कन्फेशनरी दुकान की आड में चल रहे शराब के अवैध कारोबार पर लगाम लगाना कोतवाली नगर पुलिस के बूते की बात नहीं रही है। क्षेत्र के लोगों को अब एसएसपी प्रमेन्द्र सिंह डोबाल पर ही उम्मीद हैं कि वह इस क्षेत्र को लम्बे समय से चल रहे शराब के अवैध कारोबार से मुक्त करा सकते है। बताया जा रहा हैं कि क्षेत्र का पार्षद भी शराब के अवैध कारोबारी के आगे घुटने टेक दिये है। तभी तो वह अब शराब कारोबारी के खिलाफ कोई शिकायत करने की हिम्मत नहीं जुटा पा रहा है।
आरोप हैं कि अगर कोई पुलिस कर्मी गलती से इस दुकान पर पहुंच जाए तो दुकान में बैठा कर्मचारी उसको अपने दबाब में लेने का प्रयास करता हैं, इतना ही नहीं जब उसका बस पुलिस कर्मी पर नहीं चलता तो फोन लगाकर अपने आंका से बात कराने का प्रयास करते हुए उसको मैनेज करने का प्रयास भी करता है। इस प्रयास में वह कभी सफल भी हो जाता हैं, तो कभी असफल भी, लेकिन अवैध शराब कारोबारी का कर्मचारी बिना घबराये बेधडक खुलेआम शराब के कारोबार को संचालित कर रहा है। शहर के बीचों बीच चल रहे धडल्ले से शराब के अवैध कारोबार से कोतवाली नगर पुलिस की कार्यशैली पर सवाल खडे हो रहे है।