
■दो साल पूर्व पति को छोड़ हरियाणा पहुंची, तभी से थी हत्यारोपी के साथ रिलेशन में
■कथित प्रेमी ने गला घोट कर पहाड़ से फैंका, पत्नी के विरोध के चलते होता था झगड़ा
■पत्नी, बच्चे समेत प्रेमिका के साथ आया था हरिद्वार, झगड़ा होने पर दिया घटना को अंजाम
■कथित प्रेमी पर हत्या और पत्नी पर घटना को छुपाने का हुआ मुकदमा, दोनों गये जेल
मुकेश वर्मा
हरिद्वार। मंशा देवी पर्वत की खाई में मिले महिला के शव की शिनाख्त के बाद उसकी हत्या से पर्दा उठाते हुए पुलिस ने हत्यारोपी कथित प्रेमी को उसकी पत्नी के साथ गिरफ्तार कर लिया। हत्यारोपी ने खुलासा किया कि उसकी शादी हो जाने के बाद महिला से छुटकारा पाने के लिए गला घोट कर हत्या करना स्वीकार किया है। मृतका बिहार मधुबनी की रहने वाली थी और दो साल पूर्व घर से भाग कर हरियाणा पहुंची थी। महिला हत्यारोपी के साथ काफी समय से लिव इन रिलेशन में रह रही थी। हत्यारोपी की शादी हो जाने के बाद पत्नी के विरोध करने पर हत्यारोपी और महिला के बीच अक्सर झगड़ा शुरू हो गया। जिससे परेशान होकर कथित प्रेमी ने महिला को अपने रास्ते से हटा दिया। पुलिस ने हत्यारोपी के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कर लिया। जबकि उसकी पत्नी को घटना को छुपाने के मामले में गिरफ्तार किया है। हत्या का खुलासा एसएसपी प्रमेन्द्र डोबाल ने मंगलवार को एसपी सिटी कार्यालय में पत्रकार वार्ता के दौरान किया।

उन्होंने बताया कि कोतवाली नगर पुलिस ने 16 मई को सूचना पर मंशा देवी मन्दिर पैदल मार्ग से आगे हिल बाई पास मार्ग की खाई से एक महिला का शव बरामद किया था। मृतका के हाथ-पैर व मुहं पर चोट के निशान और नाक पर खून लगा हुआ था। पुलिस ने मृतका की पहचान के प्रयास किये। लेकिन कोई सफलता नहीं मिली। पुलिस को मृतका के पास से एक मोबाइल नम्बर मिला। जिसपर सम्पर्क करने पर मृतका की पहचान पूजा मिश्रा पुत्री विजय मिश्रा निवासी धनसिया मधुबनी बिहार के रुप में हुई। मोबाइल नंबर स्वामी ने स्वयं को मृतका का पति बताते हुए जानकारी दी कि उसकी पत्नी पूजा 02 वर्ष पूर्व घर से भाग गयी थी। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मृतका की मौत का कारण गला घोटना प्रकाश में आया।
कप्तान ने बताया कि पुलिस महिला की हत्या मामले में खुद वादी बनकर अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर हत्यारोपी को दबोचने के लिए पुलिस टीम का गठन किया गया। पुलिस टीम ने हत्यारोपी तक पहुंचने के लिए मंशा देवी पैदल मार्ग के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों को खंगालना शुरू किया। सीसीटीवी फूटेज में मंशा देवी मन्दिर जाते वक्त मृतका एक दम्पति व बच्चे के साथ नजर आयी। लेकिन वापसी में दम्पति व बच्चे के साथ महिला नहीं थी। सीसीटीवी फूटेज के आधार पर दम्पति व बच्चे की शिनाख्त के प्रयास शुरू किये। इसी दौरान पुलिस टीम हाथी पुल के पास चाय की दुकान पर पहुंची। पुलिस टीम ने चाय की दुकान के स्वामी से फूटेज दिखाकर संदिग्ध दम्पति के सम्बंध में जानकारी चाही। जिसपर दुकानदार ने पुलिस को अहम जानकारी दी कि संदिग्ध दम्पति बच्चे के साथ उसकी दुकान पर पहुंचे थे। जिन्हांेने समान खरीदने पर ऑनलाइन पैसे गूगल पे किये थे।
कप्तान ने बताया कि चाय दुकानदार से संदिग्ध का यूपीआई आईडी लेकर संदिग्ध की तलाश शुरू की गयी। इसी दौरान मुखबिर की सूचना पर पुलिस टीम ने संदिग्ध दम्पति को खड़खड़ी क्षेत्र से दबोच लिया। पूछताछ के दौरान संदिग्ध ने अपना नाम रोशन कुमार कामत पुत्र सुरेश कुमार कामत हाल निवासी खांडसा गुरूग्राम हरियाणा और महिला ने महक (काल्पनिक नाम) पत्नी रोशन कुमार कामत निवासी उपरोक्त बताया। संदिग्ध रोशन कुमार ने खुलासा किया कि मृतका पूजा अपने पति को छोड़ कर दो साल पहले हरियाणा आ गयी थी। जिससे उसकी पहचान होने पर दोनों लिव इन रिलेशन में रहने लगे। इसी बीच उसकी शादी महक से हो गयी। उसकी पत्नी महक को उसके और पूजा के बीच अवैध सम्बंधों की जानकारी हो गयी। जिसपर उसकी पत्नी ने एतराज जताया, अक्सर अलग रहने को लेकर उसके और पूजा के बीच झगड़े होने लगे।
उन्होंने बताया कि इस बीच तीनों बच्चे सहित हरिद्वार घुमने आये और मनसा देवी दर्शन के लिए गए तो एक बार फिर रोशन और पूजा के बीच झगडा होता देख महक बच्चे के साथ सो गई। इस बीच रोशन ने गला दबा कर पूजा की हत्या कर दी और शव को नीचे खाई मे फेंक दिया। बगल में ही बच्चे के साथ सो रही महक ने उठने के बाद जब पूजा के बारे में पूछा तो रोशन ने उसे पूरा वाक्या बता दिया। इसके बाद पुलिस कार्यवाही के डर से दोनों बच्चे के साथ वापस गुरूग्राम भाग गए। आज दंपत्ति ये जानने हरिद्वार पहुंचे थे कि पूजा जिंदा है या मर चुकी। विवेचना के दौरान पता चला कि दंपत्ति द्वारा साथ में दिख रहे 06 माह के बच्चे 18 मई को हरियाणा मानेसर के कार्सन टेंपल में लावारिस हालात में छोड़ दिया था। पुलिस ने रोशन के खिलाफ हत्या और उसकी पत्नी के खिलाफ घटना को छुपाने का मुकदमा दर्ज कर लिया। जिनको मेडिकल के बाद न्यायालय में पेश कर जेल भेज दिया। पत्रकार वार्ता के दौरान एसपी सिटी स्वतंत्र कुमार, सीओ सिटी श्रीमती जूही मनराल आदि मौजूद रहे।