
■कोतवाली रानीपुर क्षेत्र में की थी छेड़छाड़ के विरोध पर युवती के भाई की हत्या
■एक हत्यारोपी को पुलिस पहले की गिरफ्तार कर भेज चुकी जेल
■दो हत्यारोपी फरार होने हुए थे कामयाब, पांच सालों से दे रहे थे गच्चा
■पुलिस उपमहानिरीक्षक ने किया था फरार दोनों हत्यारोपियों पर इनाम घोषित
मुकेश वर्मा
देहरादून/हरिद्वार। कोतवाली रानीपुर क्षेत्र से हत्या मामले में पांच सालों से फरार चल रहे 50 हजार के इनामी हत्यारोपी को एसटीएफ ने जनपद बिजनौर से गिऱफ्तार किया है। हत्यारोपी ने अपने दो अन्य साथियों के साथ मिलकर वर्ष 2018 में छेड़छाड़ का विरोध करने पर युवती के भाई की पीट कर हत्या कर फरार हो गये थे। पुलिस एक हत्यारोपी को पहले की गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी हैं। लेकिन दो हत्यारोपी फरार होने में कामयाब रहे थे। जिनपर पुलिस उपमहानिरीक्षक गढ़वाल परिक्षेत्र ने दोनों फरार हत्यारोपियों पर 50-50 का इनाम घोषित किया था। गिरफ्तार किये गये हत्यारोपी ने खुलासा किया कि वह पांच सालांे से यूपी के अलग-अलग मंदिरो में बाबा का भेष बदलकर छुप रहा था। एसटीएफ ने दबोचे गये हत्यारोपी को कोतवाली रानीपुर पुलिस के हवाले कर दिया है। कोतवाली रानीपुर पुलिस ने हत्यारोपी को मेडिकल के बाद न्यायालय में पेश कर जेल भेज दिया।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक एसटीएफ आयुष अग्रवाल ने बताया कि वीर सिंह सैनी उर्फ भगत पुत्र स्व. रामस्वरुप उर्फ रामा निवासी लेबर कालोनी सैक्टर-2 बीएचईएल रानीपुर हरिद्वार, बलवीर और विरेन्द्र ने 10 अगस्त 2018 को एक युवती के साथ छेड़छेड़ की थी। जिसका विरोध युवती के भाई हेमंत द्वारा करने पर तीनों ने हेमंत के साथ मारपीट कर हत्या कर फरार हो गये थे। मृतक के पिता की तहरीर पर पुलिस ने तीनों पर हत्या का मुकदमा दर्ज करते हुए एक हत्यारोपी वीरेन्द्र को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। लेकिन दो हत्यारोपी वीर सिंह सैनी और बलवीर फरार होने में कामयाब रहे थे। जिनपर पुलिस उपमहानिरीक्षक गढ़वाल परिक्षेत्र की ओर से 50-50 हजार का इनाम घोषित किया था। पुलिस तभी से फरार इनामी हत्यारोपी की तलाश में जुटी थी। लेकिन कामयाब नहीं मिलने पर एसटीएफ को फरार इनामी हत्यारोपियों को दबोचने की जिम्मेदारी सौपी गयी।
उन्होंने बताया कि एसटीएफ पांच सालों से फरार 50 हजार के इनामी हत्यारोपियों की टोह में जुटी थी। इसी दौरान एसटीएफ ने सूचना पर फरार इनामी एक हत्यारोपी को रामजीवाला छकड़ा थाना मण्डावर जनपद बिजनौर से गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ के दौरान हत्यारोपी ने अपना नाम वीर सिंह सैनी उर्फ भगत पुत्र स्व0 रामस्वरुप उर्फ रामा निवासी लेबर कालोनी सैक्टर-2 बीएचईएल रानीपुर हरिद्वार ने खुलासा किया कि वह पुलिस से बचने के लिये बाबा का भेष बदलकर उत्तर प्रदेश के अलग-अलग मंदिरो में रह रहा था। जबकि दूसरा फरार हत्यारोपी की कोई सुराग नहीं लग सका। एसटीएफ टीम ने दबोचे गये पांच सालों से फरार 50 हजार के इनामी वीर सिंह सैनी को अपनी पूरी औपचारिकता पूर्ण करते हुए हत्यारोपी को कोतवाली रानीपुर पुलिस के हवाले कर दिया। एसटीएफ फरार दूसरे इनामी हत्यारोपी की तलाश में जुटी है। एसटीएफ एसएसपी ने दावा हैं कि फरार दूसरे हत्यारोपी के सम्बंध में एसटीएफ टीम को अहम जानकारी हाथ लगी है। जिसको जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
कोतवाली रानीपुर प्रभारी निरीक्षक नरेन्द्र सिंह बिष्ट ने बताया कि पांच सालों से फरार 50 हजार के हत्यारोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है। जिसको मेडिकल के बाद न्यायालय में पेश कर जेल भेज दिया गया है। लेकिन अभी भी एक ओर इनामी हत्यारोपी फरार है।